कोणार्क सूर्य मंदिर से सम्बंधित जानकारियाँ

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पिछले दिनों विशेषज्ञों के एक द्विदिवसीय सम्मेलन के पश्चात केन्द्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने बताया कि कोणार्क के 800 वर्ष पुराने सूर्य मंदिर का जीर्णोद्धार और संरक्षण किया जाएगा. पृष्ठभूमि कोणार्क मंदिर को सुदृढ़ता प्रदान करने के लिए 1903 में ब्रिटिशों ने इस मंदिर को बालू से भर दिया था और बंद कर दिया था. कालांतर में 2013 … Read More

ईरान की इस्लामी क्रांति क्या थी? – कारण और परिणाम

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Iran celebrates 1979 Islamic Revolution – Explained in Hindi फ़रवरी 11 को ईरान ने 1979 की इस्लामी क्रांति (Islamic Revolution) को मनाया. इस्लामी क्रांति क्या थी? यह एक लोकप्रिय विद्रोह था जो 1978-79 में ईरान में हुआ था और जिसके कारण फ़रवरी 11, 1979 को तत्कालीन राजशाही का अंत हुआ और एक इस्लामी गणतंत्र की स्थापना हुई. इस्लामी क्रांति के … Read More

हम्पी के बारे में कुछ मुख्य तथ्य

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कर्नाटक सरकार द्वारा हम्पी स्थल के आस-पास के रेस्त्राँओं को ध्वस्त करने के निर्णय का सर्वोच्च न्यायालय ने समर्थन किया है क्योंकि ये रेस्त्राँ मैसूर प्राचीन एवं ऐतिहासिक स्मारक तथा पुरातात्विक स्थल एवं अवशेष अधिनियम, 1961 (Mysore Ancient and Historical Monuments and Archaeological Sites and Remains Act of 1961) का उल्लंघन करके बनाए गये थे. पृष्ठभूमि यह मामला कर्नाटक उच्च … Read More

बृहदेश्वर मंदिर में कुंभाभिषेकम – संस्कृत Vs. तमिल विवाद

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कुंभाभिषेकम 1,010 वर्ष पुराने तंजावुर के बृहदेश्वर मंदिर में कुंभाभिषेकम आयोजित हो रहा है. यह आयोजन 23 वर्षों से रुका हुआ था क्योंकि शुद्धीकरण की प्रक्रिया के विषय में महाराष्ट्र उच्च न्यायालय में मामला अटका हुआ था और इस पर जनवरी 31 को ही निर्णय आया है. विवाद क्या था? विवाद इस बात को लेकर था कि कुंभाभिषेकम में पढ़े … Read More

नगरधन उत्खनन : वाकाटक वंश के सन्दर्भ में इसका महत्त्व

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नागपुर के निकट नगरधन में हुई पुरातात्विक खुदाइयों से रानी प्रभावतीगुप्त के अधीन वाकाटक शासन के समय के जीवन, धार्मिक धारणाओं और व्यापारिक प्रथाओं का पता चलता है. खुदाई में पाई गई महत्त्वपूर्ण वस्तुएँ एक अंडाकार मुहर मिली है जो उस समय की है जब प्रभावतीगुप्त वाकाटक वंश की रानी थी. इस मुहर में उस रानी का नाम ब्राह्मी लिपि … Read More

समाज-सुधारिका सावित्रीबाई फुले और उनका योगदान : Biography in Hindi

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जनवरी 3 को भारतीय समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई जा रही है. सावित्रीबाई फुले से सम्बंधित मुख्य तथ्य महराष्ट्र के नयगाँव में जनवरी 3, 1831 को जन्मी सावित्रीबाई फुले को भारत की सबसे पहली महिलावादी (feminist) माना जाता है क्योंकि ब्रिटिश राज में उन्होंने स्त्रियों के शिक्षाधिकार के लिए बड़ा संघर्ष किया था. 1848 में वे भारत की … Read More

गाँधी-इरविन समझौता (5 मार्च, 1931) के बारे में जानें

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लंदन में आयोजित प्रथम गोलमेज सम्मेलन  की असफलता और असहयोग आन्दोलन की व्यापकता ने सरकार के सामने यह स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस और गाँधी के बिना भारत की राजनीतिक समस्या का समाधान आसान नहीं है. इसलिए लॉर्ड इरविन ने मध्यस्थता द्वारा गाँधीजी से समझौते की बातचीत प्रारम्भ कर दी. गाँधीजी 26 जनवरी, 1931 को जेल से रिहा कर दिए … Read More

मुख्य परीक्षा लेखन अभ्यास – Modern History Gs Paper 1/Part 05

Dr. SajivaGS Paper 1 2020-21

सहायक संधि से आप क्या समझते हैं? सहायक संधि की प्रमुख शर्तें क्या रखी गई थीं? संक्षेप में चर्चा करें. उत्तर :- वेलेजली भारतीय राजनीति को अच्छी तरह परख चुका था. वह समझता था कि कॉर्नवालिस और शोर की अहस्तक्षेप की नीति से कंपनी-शासन के हितों की सुरक्षा नहीं हो सकती है. भारतीय राजनीति को कंपनी के अनुकूल बनाने और … Read More

मुख्य परीक्षा लेखन अभ्यास – Modern History GS Paper 1/Part 02

Dr. SajivaGS Paper 1 2020-21

अकबर के अधीन सांस्कृतिक एवं कलात्मक विकास की विस्तार से चर्चा करें. उत्तर :- अकबर का शासन सांस्कृतिक एवं कलात्मक विकास के लिए भी उल्लेखनीय है. उसके समय में अनेक धार्मिक संप्रदायों का विकास हुआ. इस्लाम धर्म के अंतर्गत महदी और रोशनिया संप्रदायों का विकास हुआ. पंजाब में सिख धर्म प्रभावशाली बन गया. अकबर सिखधर्म से प्रभावित था. उसने अमृतसर … Read More

चालुक्य वंश के बारे में जानकारी – कला एवं स्थापत्य

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आज हम चालुक्य वंश (Chalukya Dynasty) के बारे में जानेंगे in Hindi. इस पोस्ट के नीचे एक विडियो की लिंक दे गई है जिसमें तमिलनाडु टेक्स्टबुक की सहायता से चालुक्य वंश के बारे में समझाया गया है. उसे जरूर देखें. चालुक्य कौन थे? चालुक्य दक्षिण और मध्य भारत में राज करने वाले शासक थे जिनका प्रभुत्व छठी से बारहवीं शताब्दी तक रहा. … Read More