बैक्ट्रियनों (भारतीय-यूनानियों) के बाद शक आये (पढ़ें > बैक्ट्रियन). मूलतः शक मध्य एशिया की एक कबीलायी जाति थी. लगभग ई.पू. 165 में उसे यूची नामक एक एनी मध्य एशियाई कबीले ने ही खदेड़ दिया. उनसे पूर्व भारत में आई बक्ट्रियन जाति (जो उस समय शाकल एवं तक्षशिला से उत्तरी-पश्चिमी क्षेत्रों में राज कर रही थी) पर शकों ने आक्रमण शुरू … Read More
बैक्ट्रियन या भारतीय यूनानी का इतिहास और उनका योगदान
बैक्ट्रियन या भारतीय यूनानी मौर्य साम्राज्य के पतन (184 ई० पू०) के बाद भारत की राजनीतिक एकता समाप्त हो गई. भारत की डांवाडोल राजनीतिक स्थिति का लाभ उठाने के लिए लगभग 200 ई० पू० से अनेक विदेशी शक्तियों ने भारत पर कई आक्रमण किये. सबसे पहले हिन्दुकुश पार करने वालों में यूनानी थे. वे बैक्ट्रिया पर शासन करते थे जो … Read More
मुग़ल काल में चित्रकला का स्थान
मुगल सम्राट चित्रकला प्रेमी थे. अकबर के काल में इसकी उन्नति आरम्भ हुई और जहाँगीर के काल में यह चर्मोत्कर्ष पर पहुंच गई . इस युग की चित्रकला में भारतीय और ईरानी कला का सुन्दर एवं सुखद समन्वय है. इस काल के सम्राटों ने चित्रकला की ऐसी परम्परा की नींव डाली जो मुगल साम्राज्य के पतन के बाद भी देश … Read More
पल्लव कला एवं विभिन्न शैलियाँ
पल्लव वंश के नरेश कला प्रेमी थे. उन्होंने 7वीं सदी से 10वीं सदी तक राज किया. उनकी वास्तुकला के सर्वोत्कृष्ट उदाहरण कांची तथा महाबलिपुरम में पाए जाते हैं. कुछ उदाहरण तंजौर प्रदेश तथा पुडुकोट्टई में भी मिलते हैं. मंदिर और मूर्तिकला के क्षेत्र में उनकी अपनी एक विशेष देन है. उन्होंने चट्टानों को काटकर और पत्थर ईंट के भी बड़े … Read More
अलबरूनी का भारत वर्णन – Alberuni’s Description of India
अबु रेहान अलबरूनी, जिसका असली नाम मुहम्मद बिन अहमद था, रवीवा (आजकल रवीवा रूस का एक प्रसिद्ध नगर है) का निवासी था वह 973 ई. में पैदा हुआ. वह एक एक फ़ारसी विद्वान लेखक, वैज्ञानिक, धर्मज्ञ तथा विचारक था. जब महमूद गजनवी ने 1037 ई. में रवीवा प्रदेश (जो उस समय ख्वारिज्म राज्य में था) को जीता तो महमूद ने … Read More
हड़प्पा संस्कृति एवं सामाजिक-आर्थिक जीवन
हड़प्पा सभ्यता भारत को प्रथम प्रमाणित सर्वश्रेष्ठ सभ्यता है. इसके लिए साधारणतः दो नामों का प्रयोग होता है: “सिन्धु-सभ्यता” या “सिन्धु घाटी की सम्यता” और हड़प्पा संस्कृति. ये दोनों नाम पर्यायवाची हैं एवं इनका समान अर्थ हैं. हड़प्पा का नामकरण इनमें से प्रत्येक शब्द की एक विशिष्ट पृष्ठभूमि है. सिन्धु हमारे देश की एक नदी है जो हिमालय पर्वत से … Read More
गुप्त साम्राज्य – Gupta Empire के प्रमुख शासक
चौथी शताब्दी में उत्तर भारत में एक नए राजवंश का उदय हुआ. इस वंश का नाम गुप्तवंश था. इस वंश ने लगभग 300 वर्ष तक शासन किया. इस वंश के शासनकाल में अनेक क्षेत्रों का विकास हुआ. इस वंश के संस्थापक श्रीगुप्त थे. गुप्त वंशावली में श्रीगुप्त, घटोत्कच, चन्द्रगुप्त प्रथम, समुद्रगुप्त, रामगुप्त, चन्द्रगुप्त द्वितीय, स्कन्दगुप्त जैसे शासक हुए. इस वंश … Read More
सातवाहन वंश
आज इस पोस्ट के माध्यम से हम सातवाहन वंश की पूरी जानकारी आपके साथ साझा करने वाले हैं. ‘सातवाहन’ शब्द का उल्लेख प्राचीन ग्रन्थों में है. इस शब्द की अनेक व्याख्याएँ प्राप्त होती हैं. कथा सरित्सागर में ‘सात’ नामक यक्ष पर चढ़ने वाले को सातवाहन कहा गया है. लेकिन इस व्याख्या को मनगढ़न्त बताया जाता है. चौदहवीं शताब्दी ई० में … Read More
अकबर के काल में वास्तुकला, चित्रकला और संगीत कला
अकबर के काल में मुगलों द्वारा लाई गई तुर्की-ईरानी संस्कृति तथा मुगलों से पूर्व विद्यमान भारतीय संस्कृति का बड़ी तेजी से समन्वय हुआ. इस काल में भारत के सांस्कृतिक विकास में विभिन्न भागों, जातियों तथा मतों के लोगों ने विभिन्न प्रकार से योगदान दिया था. अगर यह कहा जाए कि अकबर के काल में सांस्कृतिक विकास सही अर्थों में राष्ट्रीय … Read More
Battle of Çanakkale/Gallipoli Explained in Hindi
Battle of Çanakkale/Gallipoli Explained in Hindi पिछले दिनों तुर्की का राष्ट्रपति रेसेप तैयब अर्दोगान (Recep Tayyip Erdogan) पाकिस्तान की संसद के संयुक्त अधिवेशन में गया और भाषण दिया. अपने भाषण में उसने कश्मीर पर पाकिस्तान का पक्ष लिया और कश्मीर में होने वाली घटनाओं की तुलना प्रथम विश्व युद्ध के समय Çanakkale युद्ध (Battle of Çanakkale) से की. Çanakkale युद्ध … Read More