15 दिसम्बर को लौह पुरुष, महान स्वतन्त्रता सेनानी एवं देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल जी पुण्यतिथि पर देशभर में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सरदार पटेल के बारे में सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को नडियाद, गुजरात में हुआ था। लंदन जाकर उन्होंने बैरिस्टर की पढ़ाई की और वापस आकर अहमदाबाद में वकालत करने … Read More
राष्ट्रीय एकता दिवस – सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्मदिन
31 अक्टूबर को देशभर में राष्ट्रीय एकता दिवस (National Unity Day) मनाया जा रहा है। स्वतंत्रता सेनानी एवं स्वतंत्र भारत के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिवस को वर्ष 2014 से राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है और समाज के हर वर्ग के लोग देश भर में “एकता दौड़” में भागीदारी निभाते हैं। इस दिन सरकारी … Read More
हैदराबाद मुक्ति दिवस के पीछे रक्तरंजित इतिहास
भारत सरकार ने 17 सितंबर, 2022 से 17 सितंबर, 2023 तक चलने वाले ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ (Hyderabad-Liberation Day) के वर्ष-भर लंबे स्मृति उत्सव को स्वीकृति दी है। संस्कृति मंत्रालय 17 सितंबर 2022 को हैदराबाद मुक्ति दिवस के वर्ष-भर चलने वाले स्मरण उत्सव के उद्घाटन कार्यक्रम का आयोजन करने वाला है। इस स्मृति दिवस पर उन सभी को श्रद्धांजलि दी जाएगी … Read More
भारतीय इतिहास में ऐतिहासिक कथन | Historical statements in Indian History
Famous Statements in Indian History इस पोस्ट में हम कुछ ऐतिहासिक कथनों (historical statements) का उल्लेख करेंगे जो भारतीय इतिहास – “प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास” में कुछ महान या प्रसिद्ध व्यक्तित्वों, इतिहासकारों आदि ने बोला है या किसी पौराणिक कथाओं, महाकाव्यों, वेदों व अन्य ऋचाओं में उद्धृत हैं. UPSC मेंस आंसर राइटिंग में इस तरह के statement लिख देने … Read More
सविनय अवज्ञा आन्दोलन | Dandi March in Hindi
नमस्कार मित्रों! आज हम सविनय अवज्ञा आन्दोलन (Civil Disobedience Movement) और दांडी मार्च (Dandi Yatra) के बारे में पढेंगे. असहयोग आन्दोलन के पश्चात् भी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का संघर्ष चलता रहा और 1930 ई. तक कांग्रेस ने भारत की स्वतंत्रता के लिए सरकार से कई माँगें कीं, लेकिन कांग्रेस की सभी माँगें सरकार द्वारा ठुकरा दी जाती थीं. जनता के मन … Read More
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) का जन्म
1857 की क्रांति के पश्चात् भारत में राष्ट्रीयता की भावना का उदय तो अवश्य हुआ लेकिन वह तब तक एक आन्दोलन का रूप नहीं ले सकती थी, जबतक इसका नेतृत्व और संचालन करने के लिए एक संस्था मूर्त रूप में भारतीयों के बीच नहीं स्थापित होती. सौभाग्य से भारतीयों को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) के रूप में ऐसी … Read More
प्रथम विश्वयुद्ध का भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
प्रथम विश्वयुद्ध का भारतीय अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ा. प्रथम विश्वयुद्ध के विषय में यहाँ पढ़ें > प्रथम विश्वयुद्ध. प्रथम विश्वयुद्ध का भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव युद्ध के दौरान कारखानों और मजदूरों की संख्या में तीव्रता से बढ़ोतरी हुई. 1914 ई. में जहाँ कारखानों में कार्यरत मजदूरों की संख्या 9,50,973 थी, वहीं 1918 ई. में उनकी संख्या 11,22,922 हो गई. … Read More
प्रार्थना समाज – 1867 ई.
आज हम जानेंगे प्रार्थना समाज के विषय में. इस पोस्ट को ध्यान से अंत तक पढ़ें. प्रार्थना समाज बंगाल की ही तरह महाराष्ट्र में भी सुधारवादी लहर उठी. 1837 ई० में ही प्रकाशित एक पत्रिका द्वारा मराठा ब्राह्मणों का ध्यान विधवा-विवाह की ओर आकृष्ट किया गया. रेवरेंड बाबा पद्मनजी ने भी इस विषय पर बल डाला. इसी प्रकार, 1849 ई० … Read More
गोपाल कृष्ण गोखले (1866-1915 ई.)
गोपाल कृष्ण गोखले का जन्म 9 मई, 1866 ई. को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक निर्धन ब्राह्मण परिवार में हुआ था. 1884 ई. में बी.ए. की परीक्षा पास करने के बाद वे 18 वर्ष की आयु में अध्यापक बने. आगे चलकर गोपाल कृष्ण गोखले फरग्यूसन कॉलेज पूना के अध्यापक एवं प्राचार्य भी नियुक्त हुए. गोपाल कृष्ण गोखले के गुरु महादेव … Read More
ए.ओ. ह्यूम – कांग्रेस के जनक
एलेन ओक्टेवियन ह्यूम कांग्रेस के प्रमुख संस्थापक थे. गांधीजी ने ए.ओ. ह्यूम को कांग्रेस के जनक की संज्ञा दी है. ए.ओ. ह्यूम ए.ओ. ह्यूम स्कॉटलैण्डवासी थे. वे भारतीय लोकसेवा के सदस्य थे. 1870 ई० से 1879 ई० तक भारत सरकार के सचिव के पद पर काम करने के बाद 1880 ई० में उन्होंने सेवा से अवकाश ग्रहण किया था. ह्यूम … Read More