हाल ही में फाउंडेशन फॉर एन्वायरनमेंटल एजुकेशन (FEE) ने लक्षद्वीप में मिनिकॉय थुण्डी तट (minicoy thundi island) और कदमत तट (kadmat island) को ब्लू फ्लैग प्रमाणीकरण से पुरस्कृत किया है, जिसके बाद देश में ब्लू फ्लैग प्रमाण- पत्र प्राप्त करने वाले समुद्र तटों की कुल संख्या 12 हो गई है। UPSC Syllabus: यूपीएससी पाठ्यक्रम: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और गिरावट, पर्यावरणीय … Read More
एकल उपयोग प्लास्टिक के खतरे एवं सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदम
एकल उपयोग प्लास्टिक के कुछ उत्पादों पर प्रतिबंध सरकार द्वारा एकल उपयोग वाले प्लास्टिक (Single use plastics) को खत्म करने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान का संचालन किया जा रहा है। ज्ञातव्य है कि वर्ष 2021 में केंद्र सरकार ने प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन के नियमों में संशोधन किया था, जिसके अंतर्गत 1 जुलाई 2022 से एकल उपयोग प्लास्टिक के कुछ … Read More
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के बारे में जानकारी
पिछले कुछ दिनों से दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण के लगातार बढ़ते स्तर को देखते हुए अंतरिम उपाय के रूप में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने वायु प्रदूषण पर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (Graded Response Action Plan – GRAP) के स्टेज-1 अंतर्गत उपायों को लागू करने की घोषणा की है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (Commission for Air Quality Management – … Read More
वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा कार्रवाई मंच 2022
हाल ही में भारत वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा कार्रवाई मंच 2022 (Global Clean Energy Action Forum) में भाग लिया. यह संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा आयोजित 13वें स्वच्छ ऊर्जा मंत्रिस्तरीय (Clean Energy Ministerial – CEM) और 7वें मिशन इनोवेशन मंत्रिस्तरीय (Mission Innovation Ministerial) का संयुक्त आयोजन है। स्वच्छ ऊर्जा मंत्रिस्तरीय (CEM13) और मिशन इनोवेशन (MI-7) का संयुक्त आयोजन अमेरिकी ऊर्जा विभाग और कार्नेगी … Read More
विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट – 2021
GS Paper 3 Source : The Hindu UPSC Syllabus: पर्यावरण एवं संरक्षण. Topic : विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2021 संदर्भ एक स्विस संगठन आइ क्यू एयर (IQAir) ने “विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2021” शीर्षक से रिपोर्ट तैयार की है. इसमें विश्व के विभिन्न शहरों को वायु प्रदूषण के आधार पर रैंकिंग दी गई है. यह प्रतिवेदन 117 देशों के 6,475 … Read More
[COVID-19] जैव-चिकित्सा अपशिष्ट निपटान – जैव-चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन नियमवाली, 2016
NGT raises concern over COVID-19 bio-medical waste disposal राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (National Green Tribunal – NGT) ने राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और प्रदूषण नियंत्रण समिति से कोरोना वायरस के इलाज के दौरान निकलने वाले जैव-चिकित्सा अपशिष्ट के अवैज्ञानिक निपटान से होने वाले संभावित जोखिम को रोकने के लिए निर्देश जारी किए हैं. चिंता का विषय अप्राधिकृत स्वास्थ्य सेवा प्रतिष्ठानों द्वारा … Read More
सुरक्षित विशेष कृषि जोन – Protected Special Agricultural Zone (PSAZ)
Protected Special Agricultural Zone (PSAZ) Explained in Hindi तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने कावेरी डेल्टा को सुरक्षित विशेष कृषि जोन (Protected Special Agricultural Zone – PSAZ) घोषित कर दिया है. इसके लिए शीघ्र ही एक कानून बनाया जाएगा. सुरक्षित विशेष कृषि जोन (Protected Special Agricultural Zone – PSAZ) में तंजावुर, तिरुवरुर और नागपट्टनम जिले तथा त्रिची, अरियालुर, कुड्डलौर और पुडुकोट्टइ के … Read More
ओपन-लूप स्क्रबर, MARPOL संधि और सल्फर उत्सर्जन को नियंत्रित करने हेतु अंतर्राष्ट्रीय संधि
ग्लोबल डाटा नामक एक डाटा और विश्लेषण कम्पनी के अनुसार पिछले एक वर्ष में ही जलयानों में ओपन-लूप स्क्रबर (open-loop scrubber) का प्रयोग अतिशय बढ़ गया है जबकि दूसरी ओर, इसपर अभी बहस चल ही रही है कि ऐसे स्क्रबर गंधक के उत्सर्जन को घटाने में समर्थ हैं अथवा नहीं. 2018 में 767 जहाजों में स्क्रबर लगे थे जबकि 2019 … Read More
अटल भूजल योजना के बारे में विस्तृत जानकारी
भारत सरकार का जल शक्ति मंत्रालय अटल भूजल योजना (Atal Bhujal Yojana – ABHY) नामक एक केन्द्रीय प्रक्षेत्र की योजना चला रहा है जिसके लिए विश्व बैंक से 6,000 करोड़ रु. मिलेंगे. इसमें भारत सरकार और विश्व बैंक आधा-आधा पैसा लगा रहे हैं. इस योजना का उद्देश्य देश में उन क्षेत्रों में भूजल के प्रबंधन को सामुदायिक सहयोग से सुधारना … Read More
[Sansar Editorial] वातावरण में फैलता नाइट्रस ऑक्साइड कितना खतरनाक?
नवीन शोध के अनुसार, नाइट्रस ऑक्साइड पूर्व में किये गये अनुमान की तुलना में वातावरण में अधिक मात्रा में फैल रही हैं. इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर एप्लाइड सिस्टम्स एनालिसिस (आईआईएएसए) के वैज्ञानिकों के नए शोध के अनुसार नाइट्रस ऑक्साइड के उत्सर्जन में यह वृद्धि कृषि पद्धतियों और नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों के लगातार बढ़ते प्रयोग से हुआ है. विदित हो कि नॉर्वेजियन … Read More
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