Sansar डेली करंट अफेयर्स, 20 July 2021

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Sansar Daily Current Affairs, 20 July 2021


GS Paper 1 Source : The Hindu

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UPSC Syllabus : Important Geophysical phenomena such as earthquakes, Tsunami, Volcanic activity, cyclone etc.

Topic : French National Day

संदर्भ

फ्रेंच नेशनल डे प्रत्येक वर्ष 14 जुलाई को फ्रांसीसी सरकार बास्तील दिवस (French Bastille Day) मनाती है. इसे फ्रेंच नेशनल डे भी कहा जाता है. इस दिन को 1789 में निरंकुशता के प्रतीक बास्तील किले के पतन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है.

फ्रांस की क्रांति (FRENCH REVOLUTION)

18वीं शताब्दी के 70-80 के दशकों में विभिन्न कारणों से राजा और तत्कालीन राजव्यवस्था के प्रति फ्रांस के नागरिकों में विद्रोह की भावना पनप रही थी. यह विरोध धीरे-धीरे तीव्र होता चला गया. अंततोगत्वा 1789 में राजा लुई 16वाँ (Louis XVI) को एक सभा बुलानी पड़ी. इस सभा का नाम General State था. यह सभा कई वर्षों से बुलाई नहीं गयी थी. इसमें सामंतों के अतिरिक्त सामान्य वर्ग के भी प्रतिनिधि होते थे. इस सभा में जनता की माँगों पर जोरदार बहस हुई. स्पष्ट हो गया कि लोगों में व्यवस्था की बदलने की बैचैनी थी. इसी बैचैनी का यह परिणाम हुआ कि इस सभा के आयोजन के कुछ ही दिनों के बाद सामान्य नागरिकों का एक जुलूस बास्तिल नामक जेल पहुँच गया और उसके दरवाजे तोड़ डाले गए. सभी कैदी बाहर निकल गए. सच पूंछे तो नागरिक इस जेल को जनता के दमन का प्रतीक मानते थे. कुछ दिनों के बाद महिलाओं का एक दल राजा के वर्साय स्थित दरबार को घेरने निकल गया जिसके फलस्वरूप राजा को पेरिस चले जाना पड़ा. इसी बीच General State ने कई क्रांतिकारी कदम भी उठाना शुरू किए. यथा –  मानव के अधिकारों की घोषणा, मेट्रिक प्रणाली का आरम्भ, चर्च के प्रभाव का समापन, सामंतवाद की समाप्ति की घोषणा, दास प्रथा के अंत की घोषणा आदि. General State के सदस्यों में मतभेद भी हुए. कुछ लोग क्रांति के गति को धीमी रखना चाहते थे. कुछ अन्य प्रखर क्रान्ति के पोषक थे. इन लोगों में आपसी झगड़े भी होने लगे पर इनका नेतृत्व कट्टर क्रांतिकारियों के हाथ में रहा. बाद में इनके एक नेता Maximilian Robespierre हुआ जिसने हज़ारों को मौत के घाट उतार दिया. उसके एक वर्ष के नेतृत्व को आज भी आतंक का राज (Reign of terror) कहते हैं. इसकी परिणति स्वयं Louis 16th और उसकी रानी की हत्या से हुई. राजपरिवार के हत्या के पश्चात् यूरोप के अन्य राजाओं में क्रोध उत्पन्न हुआ और वे लोग संयुक्त सेना बना-बना कर क्रांतिकारियों के विरुद्ध लड़ने लगे. क्रांतिकारियों ने भी एक सेना बना ली जिसमें सामान्य वर्ग के लोग भी सम्मिलित हुए. क्रान्ति के नए-नए उत्साह के कारण क्रांतिकारियों की सेना बार-बार सफल हुई और उसका उत्साह बढ़ता चला गया. यह सेना फ्रांस के बाहर भी भूमि जीतने लगी. इसी बीच इस सेना का एक सेनापति जिसका नाम नेपोलियन बोनापार्ट था, अपनी विजयों के कारण बहुत लोकप्रिय हुआ. इधर फ्रांस के अन्दर कट्टर क्रांति से लोग ऊब चुके थे. इसका लाभ उठाते हुए और अपनी लोकप्रियता को भुनाते हुए नेपोलियन ने सत्ता पर कब्ज़ा कर लिया और एक Consulate बना कर शासन चालने लगा. यह शासन क्रांतिकारी सिद्धांतों पर चलता रहा. अंततः नेपोलियन ने सम्राट की उपाधि अपने आप को प्रदान की और इस प्रकार फ्रांसमें राजतंत्र दुबारा लौट आया. इस प्रकार हम कह सकते हैं फ्रांस की क्रांति (French Revolution) अपनी चरम अवस्था में थी.

और अधिक पढ़ें > फ्रांस की क्रांति


GS Paper 1 Source : The Hindu

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UPSC Syllabus : Population and associated issues, poverty and developmental issues, urbanization, their problems and their remedies.

Topic : Draft anti-trafficking Bill

संदर्भ

‘मानव तस्करी (रोकथाम, देखभाल और पुनर्वास) विधेयक, 2021’ (Trafficking in Persons (Prevention, Care and Rehabilitation) Bill, 2021) को संसद के आगामी मानसून सत्र में पेश किए जाने की संभावना है.

विधेयक के प्रमुख बिंदु

  1. प्रस्तावित विधेयक में अपराधियों के लिए कड़ी सजा का प्रस्ताव किया गया है, जिसके अंतर्गत भारी जुर्माना और उनकी संपत्तियों को जब्त किया जा सकता है.
  2. इस विधेयक में महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा देने के साथ-साथ पीड़ितों के रूप में ट्रांसजेंडर या तस्करी के शिकार किसी भी अन्य व्यक्ति को भी शामिल किया गया हैं.
  3. इस प्रारूप में उस प्रावधान को भी समाप्त करने के प्रावधान किया गया है, जिसके तहत किसी व्यक्ति को ‘पीड़ित’ के रूप में परिभाषित करने के लिए, उसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जाना आवश्यक होता है.
  4. शोषण’ की परिभाषा में, दूसरों का वेश्यावृत्ति के रूप में शोषण अथवा पोर्नोग्राफी जैसे यौन शोषण के अन्य स्वरूपों, शारीरिक शोषण का कोई भी कृत्य, बलात श्रम, दासता या दासता जैसी प्रथाओं, गुलामी या अंगो को जबरन हटवाना आदि, को शामिल किया गया है.

मानव दुर्व्यापार से निपटने के लिए तंत्र

संस्थागत तंत्र (Institutional mechanism)

  • गृह मंत्रालय (MHA) ने राज्य सरकारों को मानव दुर्व्यापार-रोधी इकाई (Anti Human Trafficking Units: AHTUs) स्थापित करने के लिए वित्तीय सहयोग प्रदान किया है.
  • AHTUs एकीकृत कार्य बल (integrated task forces) हैं. इनका उद्देश्य मानव दुर्व्यापार को रोकने और उससे निपटने के लिए राज्य की पुलिस, महिला और बाल कल्याण विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों के प्रशिक्षित संवेदनशील अधिकारियों के एक समूह को शामिल करना है.
  • ज्ञातव्य है कि जब केंद्र सरकार ने इन इकाइयों में भौतिक अवसंरचना स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की है, तो यह राज्यों का दायित्व हो जाता है कि उनके द्वारा इन इकाइयों का प्रबंधन करने के लिए उपयुक्त श्रमबल की प्रतिनियुक्ति की जाए.
  • MHA ने राज्यों के 10,000 पुलिस स्टेशनों में महिला सहायता डेस्क स्थापित करने के लिए सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को निर्मया फंड के तहत 100 करोड़ रुपये भी निर्गत किए हैं.
  • ये महिला सहायता डेस्क मानव दुर्व्यापार संबंधी सभी मामलों को दर्ज एवं उनकी निगरानी करेंगे. राज्यों और संघ शासित प्रदेशों द्वारा राज्य-स्तरीय, जिला-स्तरीय और पुलिस स्टेशन-स्तर की मानव दुर्व्यापार रोधी इकाइयों को अधिसूचित (गठित) किया जाएगा.

संवैधानिक और विधायी प्रावधान (Constitutional & legislative provisions)

  • अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम, 1956 {Immoral Traffic (Prevention) Act, 1956 (ITPA)} वाणिज्यिक लैंगिक शोषण के लिए दुर्व्यापार की रोकथाम के लिए प्रमुख विधान है.
  • दंड विधि (संशोधन) अधिनियम, 2013 (Criminal Law (amendment) Act 2013) में बच्चों की तस्करी सहित मानव दुर्व्यापार का प्रतिकार करने हेतु व्यापक प्रावधान किए गए हैं.
  • लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012 {Protection of Children from Sexual offences (POCSO) Act, 2012}
  • अन्य विशिष्ट विधान जैसे कि बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, 2006 (Prohibition of Child Marriage Act, 2006), बन्धित श्रम पद्धति (उत्सादन) अधिनियम, 1976 (Bonded Labour System (Abolition) Act, 1776) आदि अधिनियमित किए गए हैं.

अंतर्राष्ट्रीय अभिसमय (International Conventions)

  • भारत ने अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराध पर संयुक्त राष्ट्र अभिसमय (United Nations Convention on Transnational Organised Crime) की अभिपुष्टि की है.
  • इसके प्रोटोकॉल के अधीन व्यक्तियों, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों के दुर्व्यापार की रोकथाम, शमन एवं दंड संबंधी प्रावधान किए गए हैं.
  • भारत ने वेश्यावृत्ति के लिए महिलाओं और बच्चों के दुर्व्यापार को रोकने और उसका प्रतिकार करने पर सार्क अभिसमय (SAARC Convention on Preventing and Combating Trafficking in Women and Children for Prostitution) की अभिपुष्टि की है.

GS Paper 3 Source : The Hindu

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UPSC Syllabus : Related to Space.

Topic : Virgin Galactic

संदर्भ

ब्रिटिश अरबपति रिचर्ड ब्रैनसन न अपनी कंपनी वर्जिन गेलक्टिक के अंतरिक्ष यान यूनिटी” पर सवार होकर न्यू मैक्सिको स्थित प्लेटफॉर्म से 85 किमी (282,000 फीट) ऊपर तक उड़ान भरी. वर्जिन गेलेक्टिक कंपनी द्वारा अगले वर्ष से वाणिज्यिक अंतरिक्ष उड़ानों के संचालन की दिशा में यह महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है. अब तक 600 व्यक्ति अंतरिक्ष उड़ानों के लिए अग्रिम राशि जमा करा चुके हैं एक टिकट की कीमत लगभग 250,000 डॉलर तय की गई है.

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मुख्य तथ्य

  • रिचर्ड ब्रैनसन ने वर्ष 2007 तक वाणिज्यिक अंतरिक्ष उड़ानों के संचालन के लक्ष्य के साथ वर्जिन गेलेक्टिक की नींव रखी थी, लेकिन तकनीकी चुनौतियों के चलते वे इसमें सफल नही हो सके थे.
  • वर्ष 2009 में वाणिज्यिक अंतरिक्ष उड़ानों पर रोक लगा दी गई थी लेकिन अब कई निजी कम्पनियाँ जैसे अमेजन संस्थापक जंफ़ बेजोस की ब्लू ओरिजिन एवं एलोन मस्क की स्पेस एक्स भी वाणिज्यिक अंतरिक्ष उड़ानों की शुरुआत करने जा रही हैं.
  • रूसी कम्पनियाँ भी इस दिशा में काम कर रही है. कुछ तो निजी स्पेस स्टेशन बनाने की तैयारी में हैं.

यूनिटी यान

वर्जिन गेलेंक्टिक कंपनी का यान यूनिटी एक उप-कक्षीय (sub orbital) यान है अर्थात् यह पृथ्वी की परिक्रमा करने के लिए जरूरी गति एवं ऊँचाई प्राप्त नही कर सकता है. परन्तु यह यान इसकी उड़ान के उच्चतम बिंदु (90 किमी) पर इसके यात्रियों को पृथ्वी के क्षितिज का दृश्य प्रदान करता है एवं इस ऊँचाई पर लगभग 5 मिनट के लिए गुरुत्वाकर्षण मुक्त अनुभव भी मिलता है.

यूनिटी यान को एक बड़े विमान द्वारा लगभग 50,000 फीट (15 किमी) की ऊँचाई तक ले जाया जाता है, इसके बाद यह अलग हो जाता है. यहाँ से यूनिटी में लगी मोटर इसे लगभग 295,000 फीट (90 किमी) की अधिकतम ऊँचाई तक ले जा सकती है. इसके बाद पुन: पृथ्वी पर लौटने के लिए यह एयरोडायनेमिक्स सिद्धांतों का उपयोग कर इसके टेलबूम्स (tailbooms) को रोटेट करते हुए नीचे आता हैं तथा फिर ग्लाइड करते हुए नीचे उतरता है.


GS Paper 3 Source : The Hindu

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UPSC Syllabus : Infrastructure. 

Topic : Mekedatu dam project

संदर्भ

हाल ही में, केंद्र सरकार ने आश्वासन देते हुए कहा है, कि कर्नाटक द्वारा प्रस्तुत की गई ‘विस्तृत परियोजना रिपोर्ट’ (Detailed Project Report – DPR) पर ‘कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण’ (CWMA) द्वारा मंजूरी नहीं दिए जाने तक, कर्नाटक को कावेरी नदी पर स्थित ‘मेकेदातु बांध परियोजना’ पर कोई निर्माण करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

पृष्ठभूमि

कावेरी नदी पर प्रस्तावित ‘मेकेदातु बांध परियोजना’ को लेकर कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच मतभेद चल रहा हैं.

मेकेदाटु बाँध परियोजना क्या है?

  • यह कर्नाटक सरकार की एक परियोजना है जो मेकेदाटु में चलाई जायेगी. यह स्थान कर्नाटक के रामनगरम जिले में कावेरी नदी के तट पर है.
  • इस परियोजना का प्राथमिक उद्देश्य बेंगलुरु को पेयजल मुहैया करना और इस क्षेत्र के भूगर्भ जल के स्तर को ऊँचा करना है.

परियोजना से सम्बन्धित विवाद

तमिलनाडु को इस परियोजना पर आपत्ति है जिसको लेकर उसने सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दी है. इस राज्य का मुख्य तर्क यह है कि यह परियोजना कावेरी नदी जल पंचाट के अंतिम निर्देश का उल्लंघन करता है और प्रस्तावित दो जलाशयों के निर्माण के कारण कृष्णराज सागर तथा कावेरी जलाशय के नीचे के निकटवर्ती नदी क्षेत्र तथा कर्णाटक और तमिलनाडु की सीमा पर स्थित Billigundulu में जलप्रवाह को अवरुद्ध कर देगा.

दूसरी ओर कर्नाटक का कहना है कि यह प्रस्तावित परियोजना तमिलनाडु को दिए जाने वाले जल की निश्चित मात्रा को छोड़ने में आड़े नहीं आएगी और न ही इसका उपयोग सिंचाई के लिए किया जाएगा.

CWC क्या है?

  • केन्द्रीय जल आयोग जल संसाधन से सम्बंधित एक मूर्धन्य तकनीकी निकाय है जोजल संसाधन मंत्रालय, नदी विकास और गंगा कायाकल्प मंत्रालय के तहत आता है.
  • CWC का अध्यक्ष चेयरमैन कहलाता है जो भारत सरकार के पदेन सचिव के स्तर का होता है.
  • आयोग का कार्य सम्बंधित राज्य सरकारों के साथ विमर्श कर देश-भर में जल संसाधनों के नियंत्रण, संरक्षण एवं उपयोग के लिए आवश्यक योजनाओं को आरम्भ करना, उनका समन्वयन करना और उन्हें आगे बढ़ाना है जिससे कि बाढ़ का नियंत्रण हो तथा सिंचाई, नौकायन, पेयजल आपूर्ति तथा जलशक्ति विकास के कार्य सम्पन्न हो सकें.
  • यदि आवश्यक हो तो यह आयोग ऐसी योजनाओं की छानबीन, निर्माण तथा क्रियान्वयन को भी अपने हाथ में लेता है.

Prelims Vishesh

Baihetan Dam :-

  • चीन ने हाल ही में 289 मीटर (948 फीट) ऊंचे बैहेतन हाइड्रो पावर स्टेशन का संचालन आरंभ किया है.
  • यह विद्युत्‌ उत्पादन के मामले में चीन के ही श्री गॉर्जेस डैम के उपरांत विश्व में दूसरे स्थान पर है.
  • यह जिंशा नदी पर बांधों की एक शृंखला का हिस्सा है.
  • यह चीन की सबसे लंबी नदी यांग्त्जी नदी की ऊपरी धारा है.

Persons in News :-

ऋषि बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय

  • वे भारत के महान उपन्यासकारों व कवियों में से एक थे.
  • उन्होंने अंग्रेजी में प्रथम भारतीय उपन्यास “राजमोहन्स वाइफ” (जो बंगाली परिवार की एक आर्थिक जांच पड़ताल थी) की रचना की थी.
  • उनके उपन्यास आनंदमठ को बंगाल के राष्ट्रवाद पर प्रमुख रचनाओं में से एक माना जाता है.
  • यह उपन्यास सन्यासी विद्रोह (18वीं शताब्दी के अंत में सन्यासियों का विद्रोह) की पृष्ठभूमि पर आधारित था.
  • भारत का राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम आनंदमठ से ही लिया गया है.
  • उन्होंने वर्ष 1872 में एक मासिक साहित्यिक पत्रिका बंगदर्शन की स्थापना की थी.
  • कथा साहित्य की अन्य लोकप्रिय कृतियाँ हैं- विषवृक्ष (द पॉइजन ट्री), देवी चौधरानी आदि.

PV Narsimha Rao :-

  • पीवी नरसिम्हा राव (28 जून 1921-23 दिसंबर 2004) वर्ष 1991 से वर्ष 1996 तक भारत के 9वें प्रधानमंत्री रहे.
  • वर्ष 1991 में भारत में आर्थिक उदारीकरण की नीति को प्रस्तुत किया था.
  • विदेश नीति के संदर्भ में, उन्होंने इजराइल के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए.
  • भारत की “पूर्व की ओर देखो” नीति भी उनके कार्यकाल के दौरान ही आरंभ की गई थी.

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