सरदार सरोवर बाँध – जानें इस Dam के Features in Hindi

Sansar LochanCurrent Affairs, PIB Hindi, Video, भारत का भूगोल6 Comments

sardar_sarovar_dam

प्रधानमंत्री ने अपने 67वें जन्मदिन के अवसर पर गुजरात को सरदार सरोवर बांध बनाकर तोहफा दिया है. इस बांध को गुजरात के नवग्राम में नर्मदा नदी पर बनाया गया है. इस बांध को बनने में 56 साल लग गए. बांध बनने के बीच कई लोगों ने विरोध भी किया. इतने उतार-चढ़ाव के बाद बनकर तैयार हुआ यह डैम अब गुजरात के विकास में मील का पत्थर साबित होगा. न्यू इंडिया के इस नए अजूबे का सपना देश के iron-man सरदार वल्लभ भाई पटेल ने 1946 में देखा था. इस बांध की नींव देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु ने रखी थी और अब PM Modi ने इस देश को Sardar Sarvovar Dam समर्पित किया. इस बाहुबली डैम को बनाने में 86.20 लाख cubic meter कंक्रीट का इस्तेमाल हुआ है यानी धरती से लेकर चाँद तक हम इतने कंक्रीट का इस्तेमाल कर के सड़क बना सकते हैं. आज हम इस डैम के background और features के बारे में बात करेंगे.

Background

सरदार सरोवर बांध को बनाने में बार-बार उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिला. कभी बांध की ऊँचाई को लेकर विवाद बढ़ा तो कभी बांध की वजह से विस्थापितों के साथ नाइंसाफी की आवाज़ बुलंद की गई. नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध बनाने की पहल देश के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल ने की थी. पटेल की पहल के बाद मुंबई के एक इंजिनियर J.M. वाच्छा ने इस बांध का प्लान तैयार किया. लेकिन इसकी शुरुआत में ही 15 साल लग गए. 15 अप्रैल, 1961 को तत्कालीन PM Nehru ने बांध का शिलान्यास किया.

आजकल सरदार सरोवर बांध चर्चा में क्यों है?

गुजरात में स्थित सरदार सरोवर बांध के जल्ला क्षेत्र (backwaters) में रहने वाले मध्य प्रदेश के अनेक किसानों का विस्थापन हो चुका है और आगे भी विस्थापन होने की संभावना बनी रहती है. मध्य प्रदेश सरकार ने उन्हें सहायता देने का वादा किया है, परन्तु किसान फिर भी आश्वस्त नहीं हैं.

2017 में इस बांध की ऊँचाई बढ़ाकर 138.68 मीटर कर दी गई थी. इस वर्ष सितम्बर 9 तक इसके जल का स्तर 136.04 मीटर तक पहुँच गया है. भारी वर्षा के कारण अक्टूबर 15 तक इस बांध का सम्पूर्ण जलाशय भर सकता है.

बढ़ते जल स्तर के खतरे

  1. मध्य प्रदेश के बरवानी और धार जिलों में बांध के डुब्बा क्षेत्र (submergence area) में जल का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है.
  2. नर्मदा बचाओ आन्दोलन समूह का कहना है कि जब सरदार सरोवर बांध का जलाशय पूरी तरह भर जाएगा तो मध्य प्रदेश के 192 गाँवों में रहने वाले 40,000 परिवार बेघर हो जाएँगे.
  3. इस समस्या के मूल में सरदार सरोवर बांध के लिए बनाई गई परियोजना की कुछ त्रुटियाँ हैं. विश्व बैंक के अनुसार, परियोजना आरम्भ करने के पहले विस्थापन और पुनर्वास तथा पर्यावरण पर इसके पड़ने वाले प्रभाव का नहीं के बराबर मूल्यांकन किया गया था.

विस्थापन से जुड़ी चुनौतियाँ

  1. क्षतिपूर्ति की धनराशि
  2. पानी बढ़ जाने से जहाँ-तहाँ द्वीपों का निर्माण.
  3. भूखंडों और पुनर्वास स्थलों की अपर्याप्त संख्या.
  4. भवन बनाने के लिए भूमि का समतलीकरण
  5. कुछ लोगों द्वारा घर के लिए जमीन की जाली रजिस्ट्री का सहारा लेना.
  6. जलाशय पर मछली मारने वाले समुदाय का अधिकार.
  7. गुजरात में पुनर्वासित विस्थापितों के मामले.
  8. पुनर्वास स्थलों में जिन किसानों की जमीन गई है, उनकी समस्याएँ

Important features of सरदार सरोवर बांध

  1. इस बाहुबली डैम को बनाने में 86.20 लाख cubic meter कंक्रीट का इस्तेमाल हुआ है.
  2. बांध की ऊँचाई 138.68 मीटर है.
  3. बांध की लम्बाई 1,210 मीटर है.
  4. सरदार सरोवर बांध की 4.73 million cubic पानी store करने की capacity है.
  5. इस बांध से 6 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा.
  6. शुरुआत में इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 6400 करोड़ रुपये थी जो अब बढ़कर 50,000 करोड़ रुपये तक पहुँच गई है.
  7. बांध के 30 दरवाज़े हैं. हर दरवाज़े का वजन 450 टन है और हर दरवाज़े को बंद करने में 1 घंटे का समय लगता है.
  8. सरदार सरोवर बांध के जरिये अब तक 16,000 करोड़ की कमाई हो चुकी है जो इसके structure पर हुए खर्च से करीब दोगुना है.
  9. कंक्रीट के इस्तेमाल के लिहाज़ से Sardar Sarovar Dam दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बांध है.
  10. अमेरिका का ग्रैंड कुली बांध (Grand Coulee Dam) दुनिया का सबसे बड़ा बांध है.
  11. भाखड़ा और लखवार के बाद यह बांध भारत का तीसरा ऊंचा बांध है.
  12. पानी छोड़ने की क्षमता के मामले में सरदार सरोवर बांध पूरी दुनिया में तीसरे नंबर पर है.

Sardar Sarovar Dam के फायदे

  • बांध से गुजरात के 15 जिलों की 45 लाख hectare भूमि की सिंचाई होगी जिससे 3137 गावों को फायदा होगा.
  • राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र को इस बांध से फायदा पहुँचेगा.
  • बांध से मिलने वाली बिजली का सबसे अधिक 57% हिस्सा मध्य प्रदेश को मिलेगा.
  • सरदार सरोवर बांध से महाराष्ट्र को 27%, गुजरात को 16% बिजली मिलेगी.
  • राजस्थान को इस बांध से सिर्फ पानी मिलेगा.
  • इस बांध से एक बहुत बड़े क्षेत्र में सिंचाई और पीने के लिए पानी की व्यवस्था होगी.
  • Sardar Sarovar Dam के जरिये गुजरात में 45 लाख हेक्टेयर, राजस्थान में 2.46 लाख हेक्टेयर, महाराष्ट्र में 73 हजार हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी.
  • यदि यह बांध नहीं बनता तो नर्मदा का फ़ालतू पानी सीधे समुद्र में चला जाता. अब इस पानी का उपयोग गुजरात के उन गाँवों और शहरों के लिए हो सकता है जहाँ पानी की कमी रहती है.
  • इस परियोजना से आरम्भ से लेकर इसकी समाप्ति तक लगभग दस लाखों लोगों को आजीविका मिलेगी.
  • इस बांध से जुड़े हुए सम्पूर्ण भूभाग के अन्दर 30,000 हेक्टेयर की भूमि ऐसी है जहाँ बाढ़ का खतरा बना रहता है. यह बांध इस क्षेत्र को बाढ़ से बचाएगा.

Read all PIB UPDATES Here >> PIB IN HINDI

Tags : sardar sarovar bandh, Sardar sarovar dam explained. Height, width and related states.

Print Friendly, PDF & Email
Read them too :
[related_posts_by_tax]

6 Comments on “सरदार सरोवर बाँध – जानें इस Dam के Features in Hindi”

  1. Sir Pranam
    Sir maine apke sare blog padhe Bahut hi helpul lg rhe h…. Bus sir apse ek request h ki ap uppsc k liye mock test series shuru kr dijiye pure 150 question ki…usse mere jaise sabhi aspirants ko bahut help milegi…

    Thnq sir…

  2. Kindly,
    I have need UPPCS 10 years Question paper ”Mains” ( subject Optional -History and
    Geography) and prelims .
    please provided me in PDeF format.

    Thanks,

  3. Sir migrant peoples kha gaye ? kya unki jamin ka unhe poora pasha mila tha ? Sir kya unpar exploitation kiya gaya tha ? By the way un par exploitation kiya gaya to kya unhe justice mila tha ? Mujhe to ye south indian movie ki remack lagti hai ? Sir please clear all doubts and explain with proofs . THANKS & all the best for सरदार सरोवर बाँध .

  4. महोदय
    इस योजना में किसानों की ज़मीन कोड़ियों के भाव अधिग्रहित हुई है। पुनर्वास अधिकारियों और दलालों की संपत्तियां करोड़ो में हो गई। लेकिन प्रभावितो के साथ सरकार ने बहुत अत्याचार किया है।में खुद नर्मदा के किनारे का निवासी और इस योजना से प्रभावित हूँ। महाघोटाला है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.