Sansar डेली करंट अफेयर्स, 24 December 2018

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Sansar Daily Current Affairs, 24 December 2018


GS Paper 1 Source: The Hindu

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Topic : Buddhist site museum at Lalitgiri in Odisha

संदर्भ

ओडिशा राज्य के ललितगिरी नामक बौद्ध स्थल में एक पुरातात्विक संग्रहालय का अनावरण किया गया है. कटक जिले में स्थित यह संग्रहालय भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के भुवनेश्वर अंचल का तीसरा संग्रहालय होगा. इसके पहले रत्नागिरी और कोणार्क में ऐसे संग्रहालय पहले से चल रहे हैं.

ललितगिरी के बारे में 

ललितगिरी ओडिशा राज्य का एक प्रमुख बौद्ध संकुल है जहाँ पर तीन बड़े-बड़े स्तूप, गोपनीय बुद्ध प्रतिमाएँ और विहार हैं. यह इस क्षेत्र के प्राचीनतम स्थलों में से एक है. इसके आस-पास ही दो प्रसिद्ध बौद्ध स्थल रत्नागिरी और उदयगिरी हैं. कहा जाता है कि ये तीनों स्थल पुष्पगिरी विश्वविद्यालय के अंग थे जो पुष्पगिरी नामक पहाड़ के शीर्ष पर स्थित था. इन तीनों संकुलों को “वज्र त्रिकोण” / Diamond Triangle भी कहते हैं क्योंकि वज्रयान अर्थात् तांत्रिक बौद्ध धर्म का अभ्यास किया जाता था.

ललितगिरी में  खनन करने के दौरान चार विहारों के अवशेष मिले हैं जो दर्शाते हैं कि यहाँ पर सांस्कृतिक गतिविधियाँ मौर्योत्तर काल से लेकर 13वीं शताब्दी तक चलीं. यहाँ पर एक महास्तूप भी है जिसके बारे में धारणा है कि इसके अंदर रखे एक मंजूषा में बुद्ध भगवान् के शारीरिक अवशेष विद्यमान हैं.


GS Paper 2 Source: The Hindu

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Topic : Public Credit Registry

संदर्भ

भारतीय रिज़र्व बैंक ने ऋण लेने वालों और जान-बूझकर ऋण नहीं चुकाने वालों से सम्बंधित विवरणों का पता लगाने के उद्देश्य से एक व्यापक आधार वाली डिजिटल लोकसाख रजिस्ट्री (PCR) स्थापित करने के लिए छ: प्रमुख सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों को चुना है जिनमें TCS, WIPRO और IBM-India भी शामिल हैं.

PCR क्या है?

  • PCR को RBI के द्वारा किसी व्यक्ति या इकाई के वित्तीय दायित्व के विषय में  नवीनतम (real-time) सूचना देने के लिए तैयार किया जा रहा है जिसमें सम्बंधित व्यक्ति अथवा इकाई के दायित्वों का वर्णन उपलब्ध होगा.
  • इस पंजी (registry) के निर्माण और संधारण (maintenance) के लिए RBI सभी बैंकों और ऋणदाता संस्थानों के लिए यह अनिवार्य कर देगा कि ऋण के जितने भी मामले हैं, चाहे छोटे हों या चाहे बड़े हों अथवा ऋण लेने वाले ग्राहक के किसी भी श्रेणी के हों, उन मामलों के लिए RBI को रिपोर्ट करे.
  • इस पंजी में भारतीय व्यक्तियों के अतिरिक्त भारत में निगमित कम्पनियों (incorporated companies) द्वारा लिए गए हर ऋण का ब्यौरा दर्ज होगा.
  • इस पंजी का उद्देश्य संस्थानों द्वारा दिए गये ऋण के विषय में वर्तमान बिखरी हुई और अव्यवस्थित जानकारियों को इकठ्ठा करना है जिससे कि एक ही दृष्टि में भारत में लिए गये ऋणों की जानकारी हो सके.
  • इस पंजी के दायरे में भारत की सरकारी बैंकों के अतिरिक्त अन्य सभी ऋणदाता संस्थान आयेंगे, जैसे कि – वाणिज्यिक बैंक, सहकारी बैंक, गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियाँ (NBFCs), MFIs (microfinance institutions/सूक्ष्म वित्त संस्थान)

PCR के लाभ

  • PCR से बैंकों यह लाभ होगा कि वे उसके आधार पर साख का मूल्यांकन और साख का दाम-निर्धारण कर पाएँगे.
  • Public Credit Registry (PCR) से RBI को यह लाभ होगा कि इसके आधार पर वह समझ पायेगा कि उसकी मौद्रिक नीति काम कर रही है या नहीं, और यदि नहीं काम कर रही है तो कहाँ-कहाँ इसमें अड़चन आ रही है.
  • इससे बैंकों एवं नियामकों को लोकहित में ऋणों से सम्बन्धित आवश्यक जानकारी मिलेगी.
  • PCR (Public Credit Registry) से ऋण देने वाले संस्थानों से यह फायदा होगा कि वे दिए गए ऋणों की वसूली की स्थिति का सम्यक निरीक्षण कर सकेंगे और आवश्यकतानुसार उसे restructure कर सकेंगे.

PCR आवश्यक क्यों?

  • लोक साख रजिस्ट्री (PCR) में सभी प्रकार के ऋण लेने वालों से सम्बंधित आवश्यक विवरण होंगे. इससे भारतीय रिज़र्व बैंक और अन्य बैंकों यह पता चलेगा कि किन लोगों ने ऋण लिए हैं और समय पर उसको चुकाया है.
  • यदि इस प्रकार की रजिस्ट्री नहीं हो तो अच्छे ऋण लेने वालों को घाटा होता है क्योंकि बाकी अन्य ऐसे ऋण लेने वालों से उनकी अलग पहचान नहीं संभव हो पाती. दूसरी ओर, जो ऋण देने वाले हैं उनको यह लाभ होगा कि वे सरलता से ऐसे ऋण माँगने वालों की पहचान कर सकेंगे जिनका कोई दागी इतहास रहा है.

GS Paper 2 Source: The Hindu

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Topic : Krushak Assistance for Livelihood and Income Augmentation (KALIA) scheme

संदर्भ

अपने राज्य के किसानों के विकास के लिए ओडिशा मंत्रिमंडल ने हाल ही में कृषक आजीविका एवं आय वृद्धि सहायता (KALIA) योजना को अनुमोदन दिया है. इस योजना में 10,000 करोड़ रु. खर्च होंगे.

योजना के मुख्य तथ्य

  • इस योजना के अनुसार खरीफ और रबी दोनों मौसमों के आरम्भ में प्रत्येक कृषक परिवार को खेती करने में आर्थिक सहायता देने के लिए 5-5 हजार रु. (कुल 10,000 रु.) दिए जाएँगे.
  • जो किसान बुढ़ापा, दिव्यांगता, रोग अथवा अन्य कारणों से खेती शुरू करने में असमर्थ हैं, इस राशि से उन्हें मदद मिलेगी.
  • इस योजना में भूमिहीन परिवारों की आजीविका पर भी ध्यान दिया गया है. इस योजना से विशेषरूप से अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति परिवारों को लाभ मिलेगा.
  • किस परिवार को इस योजना का लाभ मिलेगा इसकी पहचान और चुनाव ग्राम पंचायत करेगी.
  • दो वर्षों में इस योजना के तहत दस लाख घरबारों को सहायता प्रदान की जायेगी.
  • योजना में जीवन बीमा का भी प्रावधान है. यह बीमा दो लाख रु. की होगी. इसके अतिरिक्त व्यक्तिगत दुर्घटना के लिए भी 2 लाख रु. का इंतजाम है.
  • यह बीमा किसानों और भूमिहीन कृषि श्रमिकों को दी जायेगी. इस प्रकार इससे 74 लाख घरबारों को लाभ मिलेगा.

योजना की महत्ता

कालिया एक ऐतिहासिक पहल है जो ओडिशा राज्य में कृषि गत समृद्धि बढ़ाने और निर्धनता घटाने में बहुत सहायता पहुँचाएगी. इसका दायरा बहुत बड़ा है और इसके द्वारा किये गये आर्थिक निवेश से उन किसानों और मजदूरों को प्रत्यक्ष आर्थिक लाभ होगा जिन्हें पैसे की आवश्यकता रहती है. ये पैसे उन्हें प्रत्यक्ष लाभ स्थानान्तरण (Direct Benefit Transfer – DBT) दिए जाएँगे.

इस योजना में यह प्रावधान भी है कि जिसके अनुसार राज्य के दस लाख भूमिहीन परिवारों को 12,500 रु. प्रति-इकाई लागत पर इन गतिविधियों के लिए आर्थिक सहायता दी जायेगी – बकरी पालन, बतख पालन, मत्स्य पालन, कुकुरमुत्ता उत्पादन और मधु पालन.


GS Paper 3 Source: The Hindu

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Topic : ‘Angel Tax’ Controversy

संदर्भ

पिछले कुछ सप्ताहों से अनेक स्टार्ट-अपों  के पास आयकर विभाग नोटिस भेज रहा है जिसमें कहा गया है कि उनको जो एंजल धनराशि मिली है उस पर कर चुकाएँ. उसमें यह भी कहा गया है कि ऐसा नहीं करने पर अर्थ-दंड भी लगाया जाएगा.

विदित हो कि यह मामला पहली बार सामने नहीं आया है. स्टार्ट-अप के लोग वर्षों से एंजल कर (angel tax) का मामला सामने लाते रहे हैं और सरकार से अनुरोध करते रहे हैं कि इसको समाप्त कर दिया जाए.

एंजल कर क्या है?

एंजल कर वह 30% कर है जो उन स्टार्ट-अपों पर लगाया जाता है जिनको किसी बाहरी निवेशक ने धनराशि दी हो और वह राशि उचित बाजार-मूल्य से अधिक लगाए गये स्टार्ट-अप के मूल्यांकन पर आधारित हो. आयकर विभाग इसको कम्पनी के आय के रूप में देखता है और इसलिए उसपर कर लगाता है.

एंजल कर 2012 में अनुभाग 56(2)(viib) के अंतर्गत लगाया गया था. इसका उद्देश्य काले धन को सफ़ेद होने से रोकना था. इसके लिए यह तर्क दिया गया था कि कर से बचने के लिए घूस और कमीशन से कमाई गई राशि को एंजेल निवेश के रूप में छिपाया जा सकता है. परन्तु सरकार ने एंजल कर बहुत कम मामलों में वसूला है क्योंकि इससे सच्चे स्टार्ट-अपों को परेशानी हो सकती है.

एंजल कर क्यों समस्यापूर्ण है?

किसी भी स्टार्ट-अप के उचित बाजार मूल्य को वस्तुनिष्ठ ढंग से पता लगाना कठिन है. एंजल निवेश इस आधार पर लगाया जाता है कि नई स्टार्ट-अप कौन-सा विचार लेकर आया है और उसके व्यवसाय की संभावनाएँ क्या हैं. दूसरी ओर, कर अधिकारी किसी भी स्टार्ट-अप का मूल्य उसकी खाँटी सम्पत्तियों के मूल्य के अनुसार लगाते हैं. इसलिए अनेक स्टार्ट-अप यह शिकायत करते हैं कि कर अधिकारी उनकी कम्पनी का मूल्य ज्यादा लगा देते हैं जो उचित नहीं है.

मई 24, 2018 को एक अधिसूचना जारी कर के केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने एंजल निवेशकों को एंजल कर से औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन विभाग के द्वारा निर्दिष्ट कुछ शर्त पर मुक्त कर दिया था. परन्तु फिर भी स्टार्ट-अप कंपनियों को अभी भी इस छूट का लाभ उठाने में कई प्रकार की समस्याएँ हो रही हैं.

यदि आप एंजल कर के बारे में मजेदार ढंग से पढ़ना चाहते हैं तो यह आर्टिकल पढ़ें > Click Here


GS Paper 3 Source: The Hindu

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Topic : Ultima Thule

संदर्भ

2015 में प्लूटो की पहली यात्रा करने वाले NASA के अंतरिक्षयान न्यू होराइजन्स अब अपने अगले लक्ष्य के पास पहुँचता जा रहा है. यह लक्ष्य है प्लूटो के करोड़ों मील आगे स्थित पिंड Kuiper Belt, जिसे अल्टीमा थुले (Ultima Thule) उपनाम दिया गया है. वहाँ पर पहुँचने के साथ ही न्यू होराइजन्स अन्तरिक्षयान मानव इतिहास में सबसे दूर स्थित ग्रह के निकट से गुजरने वाला पहला अन्तरिक्ष यान हो जायेगा.

अल्टीमा थुले से सम्बंधित मुख्य तथ्य

  • अल्टीमा थुले वरुण (Neptune) के परिक्रमा पथ के आगे सौर मंडल के बाह्यतम क्षेत्र में स्थित कुइपर बेल्ट में अवस्थित है.
  • इसका व्यास लगभग 30 किलोमीटर है और इसका आकार टेढ़ा-मेढ़ा है.
  • अल्टीमा थुले (Ultima Thule) का रंग लाल-जैसा है. ऐसा संभवतः उस पर करोड़ों वर्षों से पड़ने वाले सूर्य की धूप से हाइड्रोकार्बन की प्रतिक्रिया से हुआ है.
  • कुइपर बेल्ट में ढेर सारे पिंड हैं जिन्हें “cold classicals” कहते हैं. अल्टीमा थुले भी इसी श्रेणी में आता है. इन सभी पिंडों का परिक्रमा पथ गोल है और ये सौर तल के प्रति हलके से झुके हुए होते हैं.

पृष्ठभूमि

न्यू होराइजन्स 19 जनवरी, 2006 को छोड़ा गया था और तब से यह अन्तरिक्ष यात्रा कर रहा है. इस अन्तरिक्षयान का मूल वैज्ञानिक उद्देश्य प्लूटो और चैरोन की सतहों का नक्शा तैयार करना और प्लूटो के वायुमंडल का अध्ययन करना तथा तामपान नोट करना था.


Prelims Vishesh

National Mathematics Day 2018 :-

  • हर वर्ष की भाँति भी इस वर्ष भी दिसम्बर 22 को राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया गया.
  • यह दिवस प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजम की जयंती पर उनको सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है.

‘Super-Earth’ in constellation Cassiopeia :-

  • हाल ही में अनुसंधानकर्ताओं ने सौर मंडल के बाहर एक नए ग्रह का पता लगाया है जो केसिओपिया नामक हमारे यहाँ से 21 प्रकाश वर्ष दूर नक्षत्र चक्र में स्थित है.
  • इसका वैज्ञानिक नाम HD219134 b है और इसका आयतन पृथ्वी से पाँच गुना बड़ा है.
  • एक ओर जहाँ पृथ्वी का मूल अन्दरूनी भाग लोहे का बना हुआ है, वहीं इस ग्रह में अधिकतर कैल्शियम, अल्मुनियम, मैग्नीशियम और सिलिकोन पाया जाता है.
  • सौर मंडल के बाहर किसी ग्रह को सुपर अर्थ तब कहा जाता है जब उसका आयतन पृथ्वी से अधिक हो किन्तु अरुण एवं वरुण जैसे हमारे सौर मंडल के हिम राक्षस ग्रहों के आयतन से बहुत कम आयतन वाले हों. विदित हो कि अरुण और वरुण का आयतन पृथ्वी से क्रमशः 15 गुना और 17 गुना अधिक है.

Hongyun project :-

चीन ने अपनी होंगयुन परियोजना के तहत अपना पहला संचार उपग्रह प्रक्षेपित किया है जो विश्व में हर जगह ब्रॉडबैंड इन्टरनेट सम्पर्क मुहैया करा सकेगा.

Korolev Crater :-

  • हाल ही में यूरोपीय अन्तरिक्ष एजेंसी के मार्स एक्सप्रेस नामक अंतरिक्षयान ने मंगल ग्रह पर एक बर्फीला क्रेटर देखा है.
  • इस क्रेटर की गहराई 2 कि.मी. है जोकि पृथ्वी के ग्रैंड कैनियन से भी ज्यादा है.

National Unity award :-

  • प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पद्म पुरस्कारों की तर्ज पर राष्ट्रीय एकता के लिए एक नये राष्ट्रीय समान आरम्भ करने की घोषणा की है.
  • यह पुरस्कार उस भारतीय को दिया जाएगा जिसने किसी भी प्रकार से राष्ट्रीय एकता में अपना योगदान किया है.

Mount Anak Krakatau :-

Mount-Anak-Krakatau

  • हाल ही में इंडोनेशिया के सुंडा जलडमरूमध्य के दोनों ओर (पूर्व में जावा और पश्चिम में सुमात्रा) सुनामी आई है.
  • यह सुनामी ज्वालामुखी पर्वत अनक क्रकटाऊ (Mount Anak Krakatau) के फटने के कारण समुद्र के अन्दर हुए भूस्खलनों से हुई बताई जाती है.

Successful Flight Test of Agni – IV :-

  • हाल ही में भारत ने अग्नि IV नामक दूर तक मार करने वाली सतह-से-सतह बैलिस्टिक मिसाइल (4,000 kms) का सफल परीक्षण किया है.
  • इस मिसाइल में अणु-बम ले जाने की क्षमता है.

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