भारतवर्ष जैसे विशाल देश में विभिन्न प्रकार की मिट्टियाँ पाई जाती हैं. वैसे तो भारतीय मिट्टी का सर्वेक्षण (survey of Indian soils) कई सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों ने किया है, पर आज जो मैं आपको मिट्टी के वर्गीकरण (types of soils) के विषय में बताने जा रहा हूँ वह इंडियन एग्रीकल्चर इंस्टिट्यूट, दिल्ली के survey पर आधारित है. Geography के अन्य मटेरियल को पढ़ने के लिए यह लिंक खोलना न भूलें, अलग विंडो में खुलेगा >> भूगोल नोट्स
सुविधा की दृष्टि से भारत देश के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की पाई जाने वाली मिट्टियों की किस्मों को पाँच भागों (five types of soils) में बाँटा गया है –
मिट्टी के प्रकार – Types
- जलोढ़ मिट्टी (Alluvial Soil)
- काली मिट्टी (Black Soil)
- लाल मिट्टी (Red Soil)
- लैटेराइट मिट्टी (बलुई – Laterite Soil)
- रेतीली (रेगिस्तानी -Desert Soil) मिट्टी
नोट: जलोढ़, काली, लाल और पीली मिट्टियाँ पोटाश और चूने से युक्त होती हैं, परन्तु उनमें फास्फोरिक एसिड, नाइट्रोजन और ह्यूमस की कमी होती है. लैटेराइट मिट्टी और रेतीली मिट्टी में ह्यूमस बहुत मिलता है परन्तु अन्य तत्त्वों की कमी होती है.
भारत की मिट्टी – Map
जलोढ़ मिट्टी
जलोढ़ मिट्टी (Alluvial Soil) को दोमट और कछार मिट्टी के नाम से भी जाना जाता है. नदियों द्वारा लाई गई मिट्टी को जलोढ़ मिट्टी कहते हैं. यह मिट्टी हमारे देश के समस्त उत्तरी मैदान में पाई जाती है. प्रकृति से यह एक उपजाऊ मिट्टी होती है. उत्तरी भारत में जो जलोढ़ मिट्टी पाई जाती है, वह तीन मुख्य नदियों द्वारा लाई जाती है – सिन्धु, गंगा और ब्रह्मपुत्र. इसलिए हम समझ सकते हैं कि यह मिट्टी राजस्थान के उत्तरी भाग, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिमी बंगाल तथा असम के आधे भाग में पाई जाती है. भारतीय प्रायद्वीप के दक्षिणी भाग में पूर्वी तट पर भी जलोढ़ मिट्टी पाई जाती है. यह मिट्टी कृषि के लिए बहुत उपयोगी है.
काली मिट्टी
काली मिट्टी (Black Soil) में एक विशेषता यह है कि यह नमी को अधिक समय तक बनाये रखती है. इस मिट्टी को कपास की मिट्टी या रेगड़ मिट्टी भी कहते हैं. काली मिट्टी कपास की उपज के लिए महत्त्वपूर्ण है. यह मिट्टी लावा प्रदेश में पाई जाती है. इस प्रकार इस मिट्टी के क्षेत्र में गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश का पश्चिमी भाग और मैसूर का उत्तरी भाग आते हैं.
लाल मिट्टी
यह चट्टानों की कटी हुई मिट्टी है. यह मिट्टी अधिकतर दक्षिणी भारत में मिलती है. लाल मिट्टी (Red Soil) के क्षेत्र महाराष्ट्र के दक्षिण-पूर्वी भाग में, मद्रास में, आंध्र में, मैसूर में और मध्य प्रदेश के पूर्वी भाग में, उड़ीसा, झारखण्ड के छोटा नागपुर प्रदेश में और पश्चिमी बंगाल तक फैले हुए हैं.
लैटेराइट मिट्टी
लैटेराइट मिट्टी (Laterite Soil) के क्षेत्र दक्षिणी प्रायद्वीप के दक्षिण-पूर्व की ओर पतली पट्टी के रूप में मिलते हैं. इन मिट्टियों को पश्चिम बंगाल से असम तक देखा जा सकता है.
रेगिस्तानी मिट्टी
यह मिट्टी राजस्थान के थार प्रदेश में, पंजाब के दक्षिणी भाग में और राजस्थान के कुछ अन्य भागों में मिलती है. अकेला थार मरुस्थल ही लगभग 1,03,600 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र तक फैला हुआ है.
अन्य मिट्टियाँ
इसके अतिरिक्त वनों की मिट्टी और अन्य प्रकार की मिट्टियाँ (different types of soil) भी मिलती हैं. कुछ मिट्टियों के नाम अलग-अलग स्थानों में अलग-अलग होते हैं.
मिट्टी का उपजाऊपन (Fertility of Soil)
उपज की दृष्टि से मिट्टी इतनी दृढ़ होनी चाहिए कि पौधों की जड़ों को पकड़ सके और दूसरी ओर इतनी मुलायम भी होनी चाहिए कि उससे जल को पूर्णतः सोख लिया जा सके. साथ ही साथ मिट्टी के उपजाऊपन के पीछे मिट्टी में संतुलित मात्रा में क्षार यानी salts का होना भी आवश्यक है.
देखा जाए तो भारत देश में गंगा-जमुना के दोआब प्रदेश, पूर्वी तट और पश्चिमी तट के प्रदेश और कुछ-कुछ लावा प्रदेश में उपजाऊ मिट्टी पाई जाती है. थार प्रदेश, गुजरात और पर्वर्तीय प्रदेश में बहुत कम उपजाऊ मिट्टियाँ मिलती हैं. शेष भाग कम उपजाऊ हैं.
37 Comments on “भारत की मिट्टियों के प्रकार और उनका वितरण”
Sir thanks for this information this information for soil is really really good I am totally understand thank you 😊😊🙏🙏
Good information in soil profile
Mhatma gandi ke andolan Ka bare Mahatma Gandhi Mahatma Gandhi ke Andolan ke Mahatma Gandhi ke Andolan ke bare mein bhejen
miti dhatu
1.kali ?
2.lal ?
3.jlod ?
YE BTAO SIR
गुड इंफोर्मशन फॉर soil
Kya? Lal mitti me koi fasal hoti hai.
Or hoti hai to wo kaun si fasal hai?
Is mitti me gehoon dale aur mote anajo ki fasal hoti hain.
Thanks for sharing such beautiful information with us. I hope will you share more details.
😘Thanks
Ie answer mal gaya
Konse mitti me
Lal mitti me kahwa,Rabar,mote anaj wali fasal (makka. Bajra. Anya
Sir Kali mitti ki Pramukh jankariya kya h btae
सभी जानकारी दिया गया है आप देखे सर
Sit thanks question ka answer is good
good information but can be given in points so that we can learn easily learn.thank you
क्या आपके यहाँ से लाल मिटटी मिल सकती है। मेल करें।
Ager point dal kr note bnate to jyda accha hota , or pdhne me koi presani nahi Hoti. Please!!!! Point me note’s bnaeye.
Sir mountain soil kitna percentage hota hai
Sir agar detail me dekha jaaye to 13 prakaar ki soil paayi jaati hai to aap detail me ek baar bataaiye please
Please our information Dali ye
Yeh soil kese paaee ja sakti hai
Kis soil ka nirman lava sa hota hai
Bharat ki bhumi pr kitne % bhag kon konsi soil kaha kaha h
Please give some more details about soil.
Good information about soil
Good imformation but more imformation can be added
Desert soil ko details me batao
sir ,puura detail me bateia/,..
Best information on soil
आज मिटी me kyu उपजाऊ कम हो रही हैं I describe करे
Soil ke bare me all details dena sir jee
भारत की मिट्टी के बारे में बहुत ही सरल भाषा में आपने बताया। पुस्तकों में पढ़ा था, किन्तु आपका लेख अधिक बोधगम्य लगा। धन्यवाद 🙏
Add details sir
Please give more details about soil.
Ha sir plz details me bata dijiye
Sir मिट्टी के बारे में विस्तार से बताये इस लेख में कुछ खास नही है
काली एवं रेगड़ मिट्टी
जलोड मिट्टी
पर्वतीय मिट्टी
लाल – पीली
Letrite and letritic
लवणीय
सुष्क
कार्बनिक
समुद्रीय जलोड़
पांडसोल
तराई
अधकचरी
हिमनद एवं सास्वत हिम मृदा
Inko ek baar explain kr deejiye sir please