UPSC Mains 2018 : नीतिशास्त्र पेपर से पूछे गए प्रश्न PDF डाउनलोड करें

Sansar LochanCivil Services Exam

नीचे UPSC / IAS मुख्य परीक्षा (Main Exam) 2018 में पूछे गए प्रश्न दिए गए हैं. ये प्रश्न सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 4 (General Studies – Paper IV) से हैं. नीचे PDF भी दिया गया है. आप चाहें तो इन प्रश्नों को PDF में download कर सकते हैं. (Date of Exam : 30/09/2018) Time : 02:00 PM – 05:00 PM

UPSC MAINS 2018 – General Studies Paper 4 Questions

Q1.

a) सिविल सेवाओं के संदर्भ में सार्विक प्रकृति के, तीन आधारभूत मूल्यों का कथन कीजिए और उनके महत्त्व को उजागर कीजिए. (150 शब्द)

b) उपयुक्त उदाहरणों सहित “सदाचार-संहिता” और “आचार-संहिता” के बीच विभेदन कीजिये. (150 शब्द)

Q2.

a) लोकहित से क्या अभिप्राय है? सिविल कर्मचारियों द्वारा लोकहित में कौन-कौन से सिद्धांतों और कार्यविधियों का अनुसरण करना चाहिए? (150 शब्द)

b) “सूचना का अधिकार अधिनियम नागरिकों के सशक्तिकरण के बारे में ही नहीं है, अपितु यह आवश्यक रूप से जवाबदेही की संकल्पना को पुनः परिभाषित करता है.” विवेचना कीजिए. (150 शब्द)

Q3.

a) हित-विरोधिता से क्या तात्पर्य है? वास्तविक और सम्भावित हित-विरोधिताओं के बीच के अंतर को उदाहरणों द्वारा स्पष्ट कीजिए. (150 शब्द)

b) “नियुत्ति के लिए व्यक्तियों की खोज करते समय आप तीन गुणों को खोजते हैं : सत्यनिष्ठता, बुद्धिमत्ता और ऊर्जा. यदि उनमें पहला गुण नहीं है, तो अन्य दो गुण आपको समाप्त कर देंगे.” – वॉरेन बफेट.

वर्तमान परिदृश्य में इस कथन सेआप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए. (150 शब्द)

Q4.

a) “अच्छा कार्य करने में, वह सब कुछ अनुमत होता है जिसको अभिव्यक्ति के द्वारा या स्पष्ट निहितार्थ के द्वारा निषिद्ध न किया गया हो.” एक लोक सेवक द्वारा अपने कर्तव्यों के निर्वहन के सम्बन्ध में, इस कथन का उपयुक्त उदाहरणों सहित परीक्षण कीजिए. (150 शब्द)

b) कार्यवाहियों की नैतिकता के सम्बन्ध में एक दृष्टिकोण तो यह है, कि साधन सर्वोपरि महत्त्व के होते हैं और दूसरा दृष्टिकोण यह है कि परिणाम साधनों को उचित सिद्ध करते हैं. आपके विचार में इनमें से कौन-सा दृष्टिकोण अपेक्षाकृत अधिक उपयुक्त है? अपने उत्तर के पक्ष में तर्क पेश कीजिए. (150 शब्द)

Q5.

a) मान लीजिए कि भारत सरकार एक ऐसी पर्वतीय घाटी में एक बाँध का निर्माण करने की सोच रही है, जो जंगलों से घिरी है और जहाँ नृजातीय समुदाय रहते हैं. अप्रत्याशित आकस्मिकताओं से निपटने के लिए सरकार को कौन-सी तर्कसंगत नीति का सहारा लेना चाहिए? (150 शब्द)

b) लोक प्रशासन में नैतिक दुविधाओं का समाधान करने के प्रक्रम को स्पष्ट कीजिए.

Q6. वर्तमान संदर्भ में निम्नलिखित में से प्रत्येक उद्धरण का आपके विचार से क्या अभिप्राय है?

a) “किसी भी बात को स्वीकार करने या अस्वीकार करने का निर्धारण करने में सही नियम यह नहीं है कि उसमें कोई बुराई है या नहीं; बल्कि यह है कि उसमें अच्छाई से अधिक बुराई है. ऐसे बहुत कम विषय होते हैं जो पूरी तरह बुरे या अच्छे होते हैं.  लगभग सभी विषय, विशेषकर सरकारी नीति से सम्बंधित, अच्छाई और बुराई दोनों के अविच्छेदनीय योग होते हैं; ताकि इन दोनों के बीच प्रधानता के बारे में हमारे सर्वोत्तम निर्णय की आवश्यकता हमेशा बनी रहती है.” – अब्राहम लिंकन (150 शब्द)

b) “क्रोध और असहिष्णुता सही समझ के शत्रु हैं” – महात्मा गाँधी (150 शब्द)

c) “असत्य भी सत्य का स्थान ले लेता है यदि उसका परिणाम निष्कलंक सार्वजनिक कल्याण हो.”- तिरुक्कुरल (150 शब्द)

Q7. राकेश जिला स्तर का एक जिम्मेदार अधिकारी है, जिस पर उसके उच्च अधिकारी भरोसा करते हैं. उसकी ईमानदारी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने उसे वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक स्वास्थ्य देखभाल योजना के लाभार्थियों की पहचान करने का दायित्व सौंपा है.

लाभार्थी होने के लिए निम्नलिखित कसौटियाँ हैं :

अ) 60 वर्ष की या उससे अधिक आयु हो.

ब) किसी आरक्षित समुदाय से सम्बंधित हो.

स) परिवार की वार्षिक आय एक लाख रु. से कम हो.

द) इलाज के बाद लाभार्थी के जीवन की गुणवत्ता में सकारात्मक अंतर होने की प्रबल संभावना हो.

एक दिन एक वृद्ध दम्पत्ति राकेश के कार्यालय में योजना के लाभ के लिए आवेदन-पत्र ले कर आया. वे उसके जिले के एक गाँव में जन्म से रहते आये हैं. वृद्ध व्यक्ति की बड़ी आँत में एक ऐसे विरले विकार का पता लगा जिससे उसमें रुकावट पैदा होती है. परिणामस्वरूप, उसके पेट में बार-बार तीव्र पीड़ा होती है जिससे वह कोई शारीरिक श्रम नहीं कर सकता है. वृद्ध व्यक्ति की देख-रेख करने के लिए कोई सन्तान नहीं है. एक विशेषज्ञ शल्य चिकित्सक, जिससे वे मिले हैं, बिना फीस के उनकी शल्य चिकित्सा करने को तैयार है. फिर भी, उस वृद्ध दम्पत्ति को आकस्मिक व्यय, जैसे दवाइयाँ, अस्पताल का खर्च, आदि जो लगभग 1 लाख रु. होगा, स्वयं ही वहन करना पड़ेगा. दम्पत्ति मानक “ब” के अलावा योजना का लाभ प्राप्त करने की सारी कसौटियाँ पूरी करता है. फिर भी, किसी भी प्रकार की वित्तीय सहायता निश्चित तौर पर उनके जीवन की गुणवत्ता में काफी अंतर पैदा करेगी. राकेश को इस परिस्थिति में क्या अनुक्रिया करनी चाहिए? (250 शब्द)

Q8.

अपने मंत्रालय में एक वरिष्ठ अधिकारी होने के नाते आपकी पहुँच महत्त्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों तथा आने वाली बड़ी घोषणाओं, जैसे सड़क निर्माण परियोजनाएँ, तक जनता के अधिकार-क्षेत्र में जाने से पहले हो जाती है. मंत्रालय एक बड़ी सड़क निर्माण योजना की घोषणा करने वाला है जिसके लिए खाके तैयार हो चुके हैं. नियोजकों ने इस बात का पूरा ध्यान रखा है कि सरकारी भूमि का अधिक-से-अधिक उपयोग किया जाए ताकि निजी भूमि का कम-से-कम अधिग्रहण करना पड़े. निजी भूमि के मालिकों के लिए क्षतिपूर्ति की दरें भी सरकारी नियमों के अनुसार निर्धारित कर ली गई हैं. निर्वनीकरण कम-से-कम हो इसका भी ध्यान रखा गया है. ऐसी आशा है कि परियोजना की घोषणा होते ही उस क्षेत्र और आसपास के क्षेत्र की भूमि की कीमतों में भारी उछाल आएगी.

इसी बीच, सम्बंधित मंत्री ने आपसे आग्रह किया कि सड़क का पुनः संरेखण इस प्रकार किया जाए जिससे सड़क मंत्री के 20 एकड़ के फ़ार्म हाउस के पास से निकले. इसके साथ मंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि वह आपकी पत्नी के नाम, प्रस्तावित बड़ी सड़क परियोजना के आसपास एक बड़ा भूखंड प्रचलित दरों पर जो कि नाममात्र की हैं, क्रय करने में सहायता करेंगे. मंत्री ने आपको यह भी विश्वास दिलाने का प्रयास किया कि इसमें कोई नुकसान नहीं है क्योंकि भूमि वैधानिक रूप से खरीदी जा रही है. वह आपसे यह भी वादा करता है कि यदि आपके पास पर्याप्त धनराशि नहीं है, तो उसकी पूर्ति में भी आपकी सहायता करेगा. लेकिन सड़क के पुनःसंरेखण में बहुत-सी कृषि-योग्य भूमि का अधिग्रहण करना पड़ेगा, जिससे सरकार पर काफी वित्तीय भार पड़ेगा, तथा किसान भी विस्थापित होंगे. केवल यह ही नहीं, इसके चलते बहुत सारे पेड़ों को भी कटवाना पड़ेगा, जिससे पूरे क्षेत्र का हरित आवरण समाप्त हो जाएगा.

इस परिस्थिति का सामना होने पर आप क्या करेंगे? विभिन्न प्रकार के हित-द्वन्द्वों का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए तथा स्पष्ट कीजिए कि एक लोक सेवक होने के नाते आपके क्या दायित्व हैं? (250 शब्द)

Q9.

यह एक राज्य है जिसमें शराबबंदी लागू है. अभी-अभी आपको इस राज्य के एक ऐसे जिले में पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है जो अवैध शराब बनाने के लिए कुख्यात है. अवैध शराब से बहुत मौतें हो जाती हैं, कुछ रिपोर्ट की जाती हैं और कुछ नहीं, जिससे जिला अधिकारियों को बड़ी समस्या होती है.

अभी तक इसे कानून और व्यवस्था की समस्या के दृष्टिकोण से देखा जाता रहा है और उसी तरह इसका सामना किया जाता रहा है. छापे, गिरफ्तारियाँ, पुलिस के मुक़दमे, आपराधिक मुक़दमे – इन सभी का केवल सीमित प्रभाव रहा है. समस्या हमेशा की तरह अभी भी गंभीर बनी हुई है.

आपके निरीक्षणों से पता चलता है कि जिले के जिन क्षेत्रों में शराब बनाने का कार्य फल-फूल रहा है, वे आर्थिक, औद्योगिक तथा शैक्षणिक रूप से पिछड़े हैं. अपर्याप्त सिंचाई सुविधाओं का कृषि पर बुरा प्रभाव पड़ता है. विभिन्न समुदायों के बार-बार होने वाले टकराव अवैध शराब निर्माण को बढ़ावा देते हैं. अतीत में लोगों के हालात में सुधार लाने के लिए न तो सरकार के द्वारा और न ही सामाजिक संगठनों के द्वारा कोई महत्त्वपूर्ण पहलें की गई हैं.

समस्या को नियंत्रित करने के लिए आप कौन-सा नया उपागम अपनाएँगे? (250 शब्द)

Q10.

एक बड़ा औद्योगिक परिवार बड़े पैमाने पर औद्योगिक रसायनों के उत्पादन में संलग्न है. यह परिवार एक अतिरिक्त इकाई स्थापित करना चाहता है. पर्यावरण पर दुष्प्रभाव के कारण उनके राज्यों ने इसके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया. किन्तु एक राज्य सरकार ने, सारे विरोध को दरकिनार करते हुए, औद्योगिक परिवार की प्रार्थना को स्वीकार कर लिया और एक नगर के समीप इकाई स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान कर दी.

इकाई को 10 वर्ष पूर्व स्थापित कर दिया था और अभी तक बहुत सुचारू रूप से चल रही थी. औद्योगिक बहि:स्रावों से पैदा हुए प्रदूषण से क्षेत्र में भूमि, जल और फसलों पर दुष्प्रभाव पड़ रहा था. इससे मनुष्यों तथा पशुओं में गंभीर स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएँ भी आ रही थीं. परिणामस्वरूप, इकाई को बंद करने की माँग को लेकर शृंखलाबद्ध आन्दोलन होने लगे. अभी-अभी एक आन्दोलन में हजारों लोगों ने भाग लिया जिससे पैदा हुई गंभीर कानून और व्यवस्था की समस्या से निपटने के लिए पुलिस को सख्त कदम लेने पड़े. जनाक्रोश के पश्चात् राज्य सरकार ने फैक्ट्री को बंद करने का आदेश दे दिया.

फैक्ट्री के बंद होने के परिणामस्वरूप न केवल वहाँ काम करने वाले श्रमिक ही बेरोजगार हुए अपितु सहायक इकाईयों के कामगार भी बेरोजगार हो गए. इससे उन उद्योगों पर भी बुरा प्रभाव पड़ा जो उस इकाई द्वारा उत्पादित रसायनों पर निर्भर थे.

इस मुद्दे को सँभालने के उत्तरदायित्व सौंपे गए एक वरिष्ठ अधिकारी होने के नाते, आप इस उत्तरदायित्व का निर्वहन किस प्रकार करेंगे? (250 शब्द)

Q11.

डॉ. “एक्स” शहर के एक प्रतिष्ठित चिकित्सक हैं. उन्होंने एक धर्मार्थ न्यास स्थापित कर लिया है जिसके माध्यम से समाज के सभी वर्गों की स्वास्थ्य सम्बन्धी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए, वे एक उच्च-विशेषज्ञता अस्पताल स्थापित करना चाहते हैं. संयोग से, राज्य के उस क्षेत्र की वर्षों से उपेक्षा रही है. प्रस्तावित अस्पताल उस क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा.

आप उस क्षेत्र की कर अन्वेषण इकाई के प्रमुख हैं. डॉक्टर के क्लिनिक के निरीक्षण के दौरान आपके अधिकारियों को कुछ बड़ी अनियमितताएँ ज्ञात हुई हैं. उनमें से कुछ बहुत गंभीर हैं जिनके कारण बड़ी मात्रा में करों से प्राप्त धनराशि रुकी रही, जिसकी भुगतान डॉक्टर को अब करना चाहिए. डॉक्टर सहयोग के लिए तैयार है. वे तुरंत कर की राशि को अदा करने का वायदा करते हैं.

लेकिन उनके कर भुगतान में कुछ और भी खामियाँ हैं जो पूर्ण रूप से तकनीकी हैं. यदि अभिकरण द्वारा इन तकनीकी खामियों का पीछा किया जाता है, तो डॉक्टर का बहुत सारा समय और उसकी ऊर्जा कुछ ऐसे मुद्दों की तरफ मुड़ जायेगी जो न तो बहुत गंभीर है, न ही आवश्यक और न ही कर भुगतान कराने में सहायक हैं. इसके अतिरिक्त, पूरी संभावना है कि इसके कारण अस्पताल के खोले जाने की प्रक्रिया भी बाधित होगी.

आपके समक्ष दो विकल्प हैं –

i) व्यापक दृष्टिकोण रखते हुए, आधिकारिक कर भुगतान अनुपालन सुनिश्चित करें और ऐसी कमियों को नजरंदाज करें जो केवल तकनीकी प्रकृति की हों.

ii) मामले को सख्ती से देखें और सभी पहलुओं पर आगे बढ़ें, चाहे वे गंभीर हों या केवल तकनीकी.

कर अभिकरण के प्रमुख होने के नाते, आप कौन-से कार्य दिशा का विकल्प अपनाएँगे और क्यों? (250 शब्द)

Q12.

एडवर्ड स्नोडन, एक कंप्यूटर विशेषज्ञ तथा सी.आई.ए. के पूर्व व्यवस्था प्रशासक, ने सरकार की निगरानी कार्यक्रमों के अस्तित्व के बारे में गोपनीय सरकारी दस्तावेजों का खुलासा प्रेस को कर दिया. अनेक विधि विशेषज्ञों और अमेरिकी सरकार के अनुसार, उसके इस कार्य से गुप्तचर्या अधिनियम 1917 का उल्लंघन हुआ है, जिसके अंतर्गत राज्य गुप्त बातों का सार्वजनीकरण राजद्रोह माना जाता है. इसके बावजूद कि स्नोडन ने कानून तोड़ा था, उसने तर्क दिया कि ऐसा करना उसका एक नैतिक दायित्व था. उसने अपने “जानकारी सार्वजनिक करने को (व्हिसल ब्लोइंग)” यह कह कर उचित ठहराया कि “जनता को यह सूचना देना कि उसके नाम पर क्या किया जाता है और उसके विरुद्ध क्या किया जाता है”, बताना उसका कर्तव्य है.

स्नोडन के अनुसार, सरकार द्वारा निजता के उल्लंघन को वैधानिकता की परवाह किये बिना उसको उजागर करना चाहिए क्योंकि इसमें सामाजिक क्रिया और सार्वजनिक नैतिकता के अधिक महत्त्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं. अनेक व्यक्ति स्नोडन से सहमत थे. केवल कुछ ने यह तर्क दिए कि स्नोडन ने कानून तोड़ा है और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता किया है, जिसके लिए उसे जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.

क्या आप इससे सहमत हैं कि स्नोडन का कार्य कानूनी रूप से प्रतिबंधित होते हुए भी नैतिकता की दृष्टि से उचित था? क्यों या क्यों नहीं? इस विषय में परस्पर स्पर्धी मूल्यों को तोलते हुए अपना तर्क दीजिए. (250 शब्द)

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Tags: UPSC / IAS Mains 2018 परीक्षा में नीतिशास्त्र, सत्यनिष्ठा और अभिरुचि Paper IV से पूछे गए प्रश्न. PDF में डाउनलोड करें. पेपर 4 Ethics के प्रश्न in Hindi.

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