ओपन-लूप स्क्रबर, MARPOL संधि और सल्फर उत्सर्जन को नियंत्रित करने हेतु अंतर्राष्ट्रीय संधि

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ग्लोबल डाटा नामक एक डाटा और विश्लेषण कम्पनी के अनुसार पिछले एक वर्ष में ही जलयानों में ओपन-लूप स्क्रबर (open-loop scrubber) का प्रयोग अतिशय बढ़ गया है जबकि दूसरी ओर, इसपर अभी बहस चल ही रही है कि ऐसे स्क्रबर गंधक के उत्सर्जन को घटाने में समर्थ हैं अथवा नहीं. 2018 में 767 जहाजों में स्क्रबर लगे थे जबकि 2019 … Read More

मियावाकी पद्धति (Miyawaki method) क्या है?

Sansar LochanClimate Change

केरल सरकार वन रोपण की मियावाकी पद्धति (Miyawaki method) अपनाने जा रही है जिसके अन्दर सरकारी कार्यालय-परिसरों, आवासीय सोसाइटियों, विद्यालय परिसरों और सरकारी भूमि (puramboke land) पर पेड़ रोपने का काम किया जाता है. मियावाकी पद्धति (Miyawaki method) क्या है? यह वनरोपण की एक पद्धति है जिसका आविष्कार मियावाकी नामक जापान के एक वनस्पतिशास्त्री ने किया था. इसमें छोटे-छोटे स्थानों … Read More

इंडिया स्टेट ऑफ़ फारेस्ट रिपोर्ट 2019 – राज्यों का प्रदर्शन

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भारत में वनों की दशा से सम्बंधित 2019 (India State of Forest Report 2019) का प्रतिवेदन प्रकाशित हो गया है. वनों की दशा से सम्बंधित 2019 प्रतिवेदन के मुख्य निष्कर्ष विगत दो वर्षों में पेड़ और जंगल 5,188 वर्ग किलोमीटर बढ़ गये हैं. 2017 के आकलन के पश्चात् देश में कार्बन के भंडार में 42.6 मिलियन टन की बढ़ोतरी हुई … Read More

इकोक्लब क्या हैं? – National Green Corps ‘Ecoclub’ in Hindi

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पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने देश भर के लिए एक कार्यक्रम बनाया है जिसका पिछले दिनों अनावरण हुआ. इस कार्यक्रम का अनिवारण राष्ट्रीय हरित कोर्ज (National Green Corps – NGC) के पर्यावरण, शिक्षा, जागरूकता एवं प्रशिक्षण (Environment Education Awareness and Training – EEAT) कार्यक्रम के अंतर्गत हुआ. यह कार्यक्रम इकोक्लब (Ecoclubs) के नाम से भी जाना जाता है. … Read More

वैश्विक जलवायु जोखिम सूचकांक 2020 – Global Climate Risk Index

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जर्मनवाच नामक अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण से सम्बंधित थिंकटैंक ने पिछले दिनों 2020 का वैश्विक जलवायु जोखिम सूचकांक (Global Climate Risk Index 2020) प्रकाशित कर दिया. प्रतिवर्ष छपने वाले इस सूचकांक में यह दर्शाया जाता है कि आंधी, बाढ़, लू आदि मौसम से जुड़ी आपदाओं का विभिन्न देशों पर कितना दुष्प्रभाव पड़ा है. ज्ञातव्य है कि जर्मनी के बॉन और बर्लिन नगरों … Read More

CAMPA अधिनियम एवं कोष के बारे में विस्तृत जानकारी

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भारत सरकार ने विभिन्न राज्यों को वनीकरण के लिए CAMPA कोष से 47,436 करोड़ रु. निर्गत किये हैं. CAMPA क्या है? यह एक कोष है जिसकी स्थापना 2006 में क्षतिपूरक वनीकरण के प्रबंधन के लिए की गई थी. CAMPA का पूरा नाम है –  Compensatory Afforestation Fund Management and Planning Authority (क्षतिपूरक वनीकरण कोष प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण). पृष्ठभूमि 2002 में … Read More

राष्ट्रीय संसाधन कार्यक्षमता नीति – National Resource Efficiency Policy

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राष्ट्रीय संसाधन कार्यक्षमता नीति (Draft National Resource Efficiency Policy – NREP) प्रारूप को लागू करने में हुई प्रगति को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने इस पर मन्तव्य मानने की समयसीमा को एक महीना बढ़ा दिया है. इस नीति का उद्देश्य संसाधनों के उपयोग को इस प्रकार कार्यक्षम बनाना है कि पर्यावरण पर न्यूनतम दुष्प्रभाव … Read More

[Sansar Editorial] शीतलीकरण ने बढ़ा दिया है ग्लोबल वार्मिंग – जानिये कैसे?

Sansar LochanClimate Change, Sansar Editorial 2019

पूरे संसार के लिए चौथा सबसे गरम वर्ष था. बढ़ती गर्मी के कारण अधिक से अधिक एयर कंडीशनर खरीदे जा रहे हैं. लोगों की आय भी बढ़ रही है और शहरीकरण भी तेजी से हो रहा है. इसलिए आशा की जाती है कि 2050 तक बाजार में 1.2 बिलियन से लेकर 4.5 एयर कंडीशनरों की माँग होगी. अकेले भारत में … Read More

ऊर्जा के स्रोत – नवीकरणीय और अनवीकरणीय (परंपरागत या गैर-पारम्परिक)

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आज हम ऊर्जा के स्रोत (sources of energy) के बारे में पढेंगे जिन्हें दो भागों में NCERT किताब ने बाँटा है – नवीकरणीय (परम्परागत) और अनवीकरणीय (गैर-पारम्परिक). चूंकि आप लोग NCERT के पुजारी हैं इसलिए मैं NCERT में दिए गये विवरण के अनुसार ही आपको समझाऊंगा. मेरी मानें तो ऊर्जा के स्रोत को कुछ इस तरह विभाजित करना चाहिए था –  पर … Read More

भारत की संकटग्रस्त पादप प्रजातियाँ और उनके आवास की स्थिति

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हालाँकि देश में महत्त्वपूर्ण प्रयासों से आरक्षित और संरक्षित क्षेत्र का एक मजबूत और विस्तृत संजाल तैयार किया गया है, तथापि अभी भी संरक्षित स्थलों के बाहर बहुत-सी ऐसी अद्वितीय वनस्पतियाँ और पौधे हैं जो मानवीय क्रियाओं के भारी दबाव का सामना कर रहे हैं. उच्च संकटग्रस्त पादप और उनके स्थलों को संरक्षण और पुनर्जीवन प्रदान करने के लिए कई … Read More