नीति आयोग ने हाल ही में “शून्य अभियान” (Shoonya Campaign/Zero Initiative) की पहली वर्षगाँठ पर नई दिल्ली में शून्य फोरम की मेजबानी की। इस कार्यक्रम में G20 शेरपा अमिताभ कांत, नीति आयोग के सीईओ परम अय्यर, MyGov के सीईओ अभिषेक सिंह, दिल्ली सरकार के प्रधान सचिव आशीष कुंद्रा, महिंद्रा इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के सीईओ सुमन मिश्रा और अन्य ने भाग लिया।
शून्य अभियान – What is Shoonya Campaign?
- नीति आयोग ने वर्ष 2021 में रॉकी माउंटेन इंस्टिट्यूट (आरएम आई) और आरएमआई इंडिया के सहयोग से उपभोक्ताओं और उद्योग के साथ मिलकर शून्य-प्रदूषण वाले डिलीवरी वाहनों को बढ़ावा देने वाली ‘शून्य अभियान’ (Shoonya Campaign) की शुरुआत की।
- इस अभियान का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के उत्पादन एवं उपयोग में तेजी लाकर भारत में वायु गुणवत्ता में सुधार करना और शून्य-प्रदूषण से होने वाले लाभों के बारे में उपभोक्ताओं के बीच जागरूकता पैदा करना है।
- शून्य अभियान के हिस्से के रूप में, फाइनल माइल की डिलीवरी के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) को अपनाने की दिशा में उद्योग जगत के प्रयासों को मान्यता प्रदान करने और उन्हें बढ़ावा देने के लिए कॉर्पोरेट ब्रांडिंग और प्रमाणन संबंधी एक कार्यक्रम शुरू किया गया है।
- एक ऑनलाइन ट्रैकिंग मंच, इलेक्ट्रिक वाहनों के संदर्भ में विद्युतीकृत किलोमीटर, कार्बन संबंधी बचत, मानक प्रदूषक संबंधी बचत और स्वच्छ डिलीवरी वाहनों से होने वाले अन्य लाभों से जुड़े आँकड़ों के माध्यम से इस अभियान के प्रभावों को साझा करेगा ई-कॉमर्स कंपनियों, फ्लीट एग्रीगेटर्स, ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्यूफैक्चरर्स (ओईएम) और लॉजिस्टिक्स कंपनियों जैसे उद्योग जगत के विभिन्न हितधारक फाइनल माइल डिलीवरी के विद्युतीकरण की दिशा में अपने प्रयासों में बढ़ोतरी कर रहे हैं।
- शून्य अभियान की शुरुआत में महिंद्रा इलेक्ट्रिक, टाटा मोटर्स, ज़ोमैटो, अशोक लीलैंड, सन मोबिलिटी, लाइटनिंग लॉजिस्टिक्स, बिग बास्केट, ब्लूडार्ट, हीरो इलेक्ट्रिक और स्विगी सहित लगभग 30 कंपनियों ने इस अभियान के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करने के उद्देश्य से नीति आयोग के CEO अमिताभ कान्त की अध्यक्षता में आयोजित उद्घाटन बैठक में भाग लिया था. आगे चलकर, उद्योग जगत की अन्य कम्पनियों को भी शून्य अभियान में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जायेगा.
जीरो कैंपेन के तीन प्रमुख घटक
- कॉर्पोरेट ब्रांडिंग कार्यक्रम – कॉर्पोरेट ब्रांडिंग कार्यक्रम वाहन विद्युतीकरण को बढ़ावा देने के लिए उद्योग भागीदारों द्वारा किए गए प्रयासों को मान्यता देता है।
- उपभोक्ता जागरूकता अभियान – बिजली वाले वाहन के प्रयोग से होने वाले स्वास्थ्य और पर्यावरणीय लाभों के विषय में सार्वजनिक जागरूकता फैलाना।
- संसाधन टूलकिट – संसाधन टूलकिट इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने की लागत और प्रभाव का आकलन करने के लिए ईवी उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन उपकरण प्रदान करता है।
आगे की राह
शून्य अभियान की सफलता इस बात का सबूत है कि हरित गतिशीलता क्रांति हमारे दरवाजे पर दस्तक दे रही है। भविष्य में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी से ही पूरी दुनिया जुड़ने वाली है. इलेक्ट्रिक वाहन दूसरे वाहनों की तुलना में 15-40% कम कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित करते हैं और उनकी निर्माण प्रक्रिया में कम लागत भी लगती है।
All Govt Schemes news available here – Govt. Schemes in Hindi