Sansar डेली करंट अफेयर्स, 29 August 2019

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Sansar Daily Current Affairs, 29 August 2019


GS Paper 2 Source: The Hindu

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UPSC Syllabus : Schemes for the vulnerable sections of the society.

Topic : Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY)

संदर्भ

स्वच्छ रसोई ईंधन को बढ़ावा देने के लिए सरकार पूरा प्रयास कर रही है, परन्तु अभी भी भारत में कई लोग ठोस ईंधन से ही खाना पका रहे हैं.

ऐसा क्यों?

  • अधिकांश लोग मानते हैं कि चूल्हे पर बना भोजन अधिक स्वास्थ्यकर और अधिक स्वादिष्ट होता है. दूसरी ओर, गैस से बनी रोटियों से अपच हो जाती है.
  • लोगों का विश्वास है कि ठोस ईंधन रसोई बनाने वालों के लिए भी स्वास्थ्यकर है क्योंकि इसके धुएँ से आँखों से आसूँ निकलने लगते हैं जिससे आँखें साफ़ हो जाती हैं. साथ ही जब कोई स्त्री चूल्हे में पाइप से फूक लगाती है तो उसके फेफड़े की कसरत हो जाती है.

नीति निर्माता क्या करें जिससे गाँव के लोग स्वच्छ ईंधन की ओर झुकें?

इसके लिए ये तीन रणनीतियाँ अपनाई जा सकती हैं –

  1. लोगों को ठोस ईंधन से होने वाली क्षति के विषय में बताया जाए और साथ ही यह बताया जाए कि स्वच्छ ईंधन से क्या-क्या लाभ हो सकते हैं.
  2. ग्रामीण क्षेत्रों में LPG का दाम घटा दिया जाए.
  3. घर के कामों में, विशेषकर खाना बनाने में, पुरुषों को भी सहभागी बनाने का प्रोत्साहन दिया जाए.

प्रधानमन्त्री उज्ज्वला योजना

  • पीएमयूवाई की शुरूआत एक मई 2016 को की गयी. इसके तहत मार्च 2019 तक गरीब परिवार की पांच करोड़ महिलाओं को नि:शुल्क गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य था। बाद में लक्ष्य को बढ़ाकर 2021 तक 8 करोड़ कर दिया गया और अब सभी घर को गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने पर जोर दिया जा रहा है.
  • प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) का शुभारम्भ डॉ. बी.आर.अम्बेडकर की जयंती परतेलंगाना राज्य में किया गया.
  • प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लक्ष्य गरीब परिवारों तक एलपीजी (लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस) कनेक्शन पहुँचाना है.
  • इस योजना के अंतर्गत सामाजिक-आर्थिक-जाति-जनगणना (SECC) के माध्यम से पहचान किये गए गरीबी रेखा के नीचे आने वाले परिवारों की वयस्क महिला सदस्य को केंद्र सरकार द्वारा प्रति कनेक्शन 1600 रुपये की वित्तीय सहायता के साथ जमा-मुक्त एलपीजी कनेक्शन दिया जाता है.
  • यह योजनापेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा लागू की जा रही है.

PMUY के फायदे

  • शुद्ध ईंधन के प्रयोग से महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार
  • अशुद्ध जीवाश्‍म ईंधन के प्रयोग न करने से वातावरण में कम प्रदूषण
  • खाने पर धुएं के असर से मृत्‍यु में कमी
  • छोटे बच्‍चों में स्‍वास्‍थ्‍य समस्या से छुटकारा.

GS Paper 2 Source: PIB

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UPSC Syllabus : Important aspects of governance, transparency and accountability, e-governance- applications, models, successes, limitations, and potential; citizens charters, transparency & accountability and institutional and other measures.

Topic : Project SURE

संदर्भ

भारत सरकार ने SURE नामक परियोजना आरम्भ की है जिसका ध्येय सतत फैशन की ओर आगे बढ़ना है.

SURE परियोजना क्या है?

  • SURE परियोजना का पूरा नाम Sustainable Resolution है.
  • यह योजना कपड़ा उद्योग से सम्बंधित है.
  • इस परियोजना को कपड़ा मंत्रालय ने आरम्भ किया है.
  • परियोजना के कार्यान्वयन में भारतीय परिधान निर्माता संघ (CMAI) के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र (भारत) और IMG रिलायंस का सहयोग लिया जा रहा है.
  • इसके अंतर्गत सभी कपड़ा निर्माताओं को कार्बन उत्सर्जन घटाने, संसाधन की कार्यक्षमता बढ़ाने, कचरा निष्पादन करने, जल प्रबन्धन करने और सकारात्मक सामाजिक प्रभाव सृजित करने के लिए निर्देश दिया जाता है जिससे कि सतत लक्ष्यों को प्राप्त करना सुगम हो सके.
  • यह ऐसा पहला सम्पूर्ण प्रयास है जिसमें परिधान उद्योग से सम्बंधित सतत लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक व्यापक ढाँचे के अनुसार काम किया जाएगा.

SURE से सम्बंधित पाँच-सूत्री संकल्प

  1. देश में परिधानों के उत्पादन के पर्यावरण पर प्रभाव को पूरी तरह समझना.
  2. कपड़ा तैयार करने में ऐसे सत्यापित कच्चे माल के प्रयोग को बढ़ावा देना जिससे पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
  3. सतत और नवीकरणीय कच्चे माल के चयन और प्रसंस्करण के विषय में सही निर्णय लेना.
  4. ऑनलाइन और दुकानों के माध्यम से तथा उत्पाद टैग/लेबल लगाकर एवं सोशल मीडिया, विज्ञापन अभियानों और आयोजनों की सहायता से ग्राहकों और मीडिया को सततता की दिशा में हो रही पहलों से अवगत कराया जाना.
  5. इन प्रयासों के बल पर 2025 तक परिधानों में प्रयुक्त सामग्रियों की आपूर्ति शृंखला में सही कच्चे माल की मात्रा को बढ़ा देना.

GS Paper 2 Source: The Hindu

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UPSC Syllabus : Important aspects of governance, transparency and accountability, e-governance- applications, models, successes, limitations, and potential; citizens charters, transparency & accountability and institutional and other measures.

Topic : Child well-being index

संदर्भ

भारत बाल स्वस्ति सूचकांक (India Child well-being index) पिछले दिनों स्वयंसेवी संस्था वर्ल्ड विज़न इंडिया एवं IFMR LEAD नामक शोध संस्थान के द्वारा प्रकाशित किया गया.

Child well-being index

भारत बाल स्वस्ति सूचकांक क्या है?

  • यह सूचकांक बच्चों की स्वस्ति के विषय में जानकारी लेने के लिए बनाया गया है.
  • इस सूचकांक से बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, स्वच्छता और सुरक्षा के विषय में जानकारी मिलती है.
  • इस सूचकांक के लिए निर्धारित आयाम हैं – स्वस्थ व्यक्तिगत विकास, सकारात्मक रिश्ते और सुरक्षा के उपाय.
  • यह एक ऐसा महत्त्वपूर्ण प्रतिवेदन है जिसका लाभ उठाकर सरकार और स्वयंसेवी संस्थाएँ बाल स्वस्ति से सम्बंधित लक्ष्य को पूरा करने में सहायता कर सकते हैं.
  • भारत में बाल स्वस्ति के बारे में बहुत कम शोध हुआ है. इस सूचकांक का निर्माण इस कमी को दूर करने के लिए है तथा इस विषय में शैक्षणिक एवं नीतिगत विमर्श को प्रेरित करने के लिए किया गया है.

प्रतिवेदन के मुख्य निष्कर्ष

  1. सूचकांक में जो राज्य शीर्ष पर हैं, वे हैं – केरल, तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश और पुडुचेरी.
  2. सूचकांक में सबसे नीचे आने वाले राज्य हैं – मेघालय, झारखंड और मध्य प्रदेश.
  3. सूचकांक से प्रकट डाटा के अनुसार जिन राज्यों ने समग्र बाल स्वस्ति के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन किया है, वहाँ भी बच्चों के स्वास्थ्य से सम्बंधित संकेतक के अन्दर उतना अच्छा काम नहीं हुआ है.

वर्तमान चुनौतियाँ

बच्चों के स्वास्थ्य के लिए यह आवश्यक है कि उनके जीवन के प्रथम 1,000 दिनों के दौरान उनका विशेष ध्यान रखा जाए अन्यथा इन बच्चों की वृद्धि कुंठित रह जायेगी. विदित हो कि भारत में यह एक बड़ी समस्या है जिसका सीधा सम्बन्ध स्वच्छता और सुरक्षित जल के अभाव से है.

End of Childhood Index में भारत की स्थिति

End of Childhood Index वैश्विक बाल्यकाल प्रतिवेदन के एक अंग के रूप में Save the Children नामक एक लाभरहित संस्था के द्वारा निर्गत किया जाता है. इसमें 176 देशों में भारत का स्थान 113वाँ है.


GS Paper 2 Source: PIB

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UPSC Syllabus : Welfare schemes for vulnerable sections of the population by the Centre and States and the performance of these schemes.

Topic : Janaushadhi Sugam

संदर्भ

भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय ने पिछले दिनों जनौषधि सुगम नामक एक मोबाइल एप्लीकेशन का अनावरण किया है.

  • इस ऐप का उद्देश्य लोगों को जनौषधि जेनरिक दवाओं और दुकानों की सरलता से खोज करने में समर्थ बनाना है. विदित हो कि प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) के अंतर्गत गेनेरिक दवाओं के प्रचार के लिए सरकार एक अभियान चला रही है.
  • इस ऐप के माध्यम से लोग जेनरिक और ब्रांडेड दवाओं के मूल्यों की तुलना कर सकेंगे और यह जान सकेंगे कि जेनरिक दवाएँ लेने से कितने पैसे की बचत हो सकती है.

Janaushadhi-Sugam

प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) क्या है?

  • प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) भारत सरकार के फार्मास्यूटिकल विभाग द्वारा आरम्भ की गई एक योजना है जिसके उद्देश्य PMBJP केन्द्रों के माध्यम से जन-सामान्य को सस्ती किन्तु गुणवत्ता युक्त औषधियाँ मुहैया करना है.
  • ज्ञातव्य है कि जेनेरिक दवाओं को उपलब्ध कराने के लिए इस योजना के अन्दर कई वितरण केंद्र बनाए गए हैं जिन्हें प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र कहते हैं. विदित हो कि जेनेरिक दवाएँ उतनी ही गुणवत्तायुक्त और कारगर हैं जितनी ब्रांड की गई महँगी दवाइयाँ. साथ ही इनके दाम इन महँगी दवाइयों की तुलना में बहुत कम होते हैं.
  • भारतीय फार्मा लोक सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम ब्यूरो (Bureau of Pharma PSUs of India – BPPI) इस योजना के लिए कार्यान्वयन एजेंसी बनाई गई है. इसकी स्थापना केंद्र सरकार के फार्मास्यूटिकल विभाग ने की है.

जन औषधि केन्द्रों की भूमिका

  • देश में अधिक से अधिक चिकित्सक जेनरिक दवाएँ लिखने लगे हैं. उधर 652 जिलों में 5,050 जन औषधि बाजार खुल गये हैं, इसलिए उच्च गुणों वाली सस्ती जेनेरिक दवाओं को उपलब्ध कराना और उनके बारे में जागरूकता उत्पन्न करना आवश्यक हो गया है. इन केन्द्रों से प्रतिदिन 10-15 लाख लाभान्वित हो रहे हैं. पिछले तीन वर्षों में जेनरिक दवाओं की बाजार में खपत 2% से बढ़कर 7% अर्थात् तिगुनी हो गई है.
  • जन औषधि दवाओं के चलते जानलेवा बीमारियों से ग्रस्त रोगियों का खर्च अच्छा-ख़ासा घट गया है. ये दवाइयाँ बाजार मूल्य की तुलना में 50 से 90 प्रतिशत तक सस्ती होती है. बताया जाता है कि PMBJP योजना के कारण जनसाधारण को 1,000 करोड़ रू. की बचत हुई.
  • इस योजना के कारण नियमित आय से युक्त स्वरोजगार के अवसर बढ़ गये हैं.

GS Paper 2 Source: PIB

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UPSC Syllabus : e-governance- applications, models, successes, limitations, and potential; citizens charters, transparency & accountability and institutional and other measures.

Topic : National Digital Library of India

संदर्भ

भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने राष्ट्रीय भारतीय डिजिटल पुस्तकालय परियोजना (NDLI) आरम्भ की है.

NDLI क्या है?

  • यह परियोजना सूचना एवं संचार तकनीक के माध्यम से शिक्षण से सम्बंधित राष्ट्रीय मिशन (National Mission on Education through Information and Communication Technology – NMEICT) के तत्त्वावधान में मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा अभिकल्पित है.
  • इसका निर्माण IIT खड़गपुर ने किया है.
  • इस परियोजना का उद्देश्य देश के सभी नागरिकों को डिजिटल शिक्षण संसाधन उपलब्ध कराना है जिससे ज्ञानार्जन को अधिक से अधिक प्रोत्साहन मिल सके.

मुख्य तथ्य

  • NDL वह एकल खिड़की मंच है जो देश और विदेश के उत्कृष्ट शिक्षण संस्थानों तथा साथ ही अन्य सम्बन्धित स्रोतों से मेटाडाटा जमा करता है.
  • इसके डिजिटल भंडार में ये सामग्रियाँ होती हैं – पाठ्य-पुस्तकें, आलेख, विडियो, ऑडियो पुस्तकें, भाषण, उपन्यास और ज्ञानार्जन मीडिया से सम्बंधित अन्य सामग्रियाँ.
  • इस ऐप में 160 स्रोतों से 200 भाषाओं में 7 करोड़ सामग्रियाँ जमा हैं जिनका लाभ उठाकर कोई भी अपना ज्ञान बढ़ा सकता है.

NMEICT क्या है?

  • NMEICT एक केंद्र सम्पोषित योजना है
  • यह एक राष्ट्रीय मिशन है जो सूचना एवं संचार तकनीक के माध्यम से शिक्षण को बढ़ावा देता है.
  • इसका ध्येय उच्चतर शिक्षा संस्थानों के शिक्षकों और छात्रों को शिक्षण और ज्ञानार्जन में सहायता पहुँचाना है.
  • इस मिशन को दो मुख्य अवयव हैं – संस्थानों और छात्रों को एक्सेस डिवाइस उपलब्ध कराके सम्पर्कशीलता सुनिश्चित करना और विषयवस्तु तैयार करना.

Prelims Vishesh

Tarantula :-

  • तमिलनाडु के विलुपुरम जिले के पक्कमलै आरक्षित वनों में एक विरला तरनतुला देखा गया है.
  • यह एक मकड़ा है जो भारत में बहुतायत से पाया जाता है. लोग उसे Peacock Parachute स्पाइडर या Gooty Tarantula कहते हैं.
  • यह एक अत्यंत संकटग्रस्त प्रजाति (critically endangered species) है जो Poecilotheria नामक मुख्य प्रजाति के अन्दर आता है.

Indonesia’s new capital :

  • इंडोनेशिया की वर्तमान राजधानी जकार्ता में है जो जावा द्वीप पर स्थित है.
  • उस देश का यह सबसे बड़ा नगर है जिसकी जनसंख्या एक करोड़ हो गयी है और इस कारण यहाँ प्रदूषित वायु, ट्रैफिक जाम आदि की समस्या उपस्थित हो गई है. यहाँ बाढ़ भी आये दिन आते रहते हैं.
  • इन कारणों से यह निर्णय लिया गया है कि देश की राजधानी को यहाँ से उठाकार कम जनसंख्या वाले द्वीप बोर्निओ के पूर्वी कालीमंतन प्रांत (East Kalimantan) में ले जाया जाए.

What is Buddha Nullah? :-

  • बुड्ढा नाला पंजाब के लुधियाना में स्थित कूम कलाँ गाँव से निकलने वाला एक नाला है जो 47 किलोमीटर चलकर वालिपुर कलाँ के पास सतलज नदी में मिल जाता है.
  • पहले इसमें मीठा जल होता है और इसको लोग बुड्ढा दरिया कहते हैं. परन्तु समय के साथ घरेलू और औद्योगिक कचरे डालने के कारण अब इसे लोग बुड्ढा नाला बोलते हैं.

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