Sansar डेली करंट अफेयर्स, 25 December 2019

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Sansar Daily Current Affairs, 25 December 2019


GS Paper 2 Source: The Hindu

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UPSC Syllabus : Issues relating to development and management of Social Sector/Services relating to Health, Education, Human Resources.

Topic : Mental disorders high in South India

संदर्भ

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद् (Indian Council of Medical Research – ICMR) और भारतीय लोक स्वास्थ्य फाउंडेशन (Public Health Foundation of India – PHFI) ने भारत के विभिन्न राज्यों में मानसिक रोगों की उपस्थिति के विषय में एक पड़ताल की है.

मुख्य निष्कर्ष

  1. पड़ताल में पाया गया कि भारत के कई लोग, विशेषकर दक्षिणी राज्यों में रहने वाले, विभिन्न प्रकार के मानसिक रोगों से ग्रस्त हैं.
  2. 2017 में प्रत्येक सात भारतीयों में से एक व्यक्ति मानसिक रूप से विक्षिप्त था.
  3. 2017 में मानसिक रोगियों की संख्या 19.73 करोड़ थी जो देश की पूर्ण जनसंख्या का 14.3 % होती है.
  4. 1990 से तुलना की जाए तो 2017 में सार्वजनिक और मानसिक दोनों प्रकार के रोगों में मानसिक रोगों का अनुपात दुगुना हो चुका है.
  5. मानसिक रोगों का प्रचलन उच्च सामाजिक-जनसांख्यिक सूचकांक (Socio- demographic index – SDI) वाले राज्य तमिलनाडु, केरल, गोवा और तेलंगाना के साथ-साथ मध्यम SDI वाले राज्य आंध्र प्रदेश में सर्वाधिक था.

दक्षिणी राज्यों में प्रचलित मनोविकार

  1. भारत के दक्षिणी राज्य अधिक आधुनिकीकृत और नगरीकृत राज्य हैं. अतः वहाँ अवसाद अधिक देखने को मिलता है.
  2. अवसाद का आत्महत्या से सीधा सम्बन्ध होता है. अतः दक्षिणी राज्यों में आत्महत्या की घटनाएँ उत्तरी भारत की तुलना में अधिक होती हैं.
  3. अवसाद के अतिरिक्त जो मनोविकार दक्षिणी भारत में देखे जाते हैं, वे हैं – सिजोफ्रेनिया, बायपोलर डिजोडर, इडियोपेथिक डिवेलपमेंटल इंटेलेक्चुअल डिजेबीलिटी (IDID), कंडक्ट डिसऑर्डर, आटिजम स्पेक्ट्रम डिजोडर, ईटिंग डिजोडर तथा अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिजोडर (ADHD).

GS Paper 2 Source: The Hindu

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UPSC Syllabus : India and its neighbourhood- relations.

Topic : Rohingya Crisis

संदर्भ

नोबेल शांति पुरस्कार विजेता आंग सान सू ची संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अदालत (ICJ) में म्यांमार में रोहिंग्या समुदाय के विरुद्ध हुए नरसंहार के आरोपों का बचाव करती दिखीं. विदित हो कि देश में रोहिंग्या अल्पसंख्यकों के विरुद्ध सेना द्वारा की गई हिंसा और नरसंहार को लेकर पूरी दुनिया में बहस छिड़ी हुई है.

रोहिंग्या कौन हैं?

  • रोहिंग्या म्यांमार के रखाइन प्रांत में रहने वाला एक समुदाय है जिसमें अधिकांश मुसलमान हैं.
  • उस देश में रोहिंग्याओं को पूर्ण नागरिकता प्राप्त नहीं है और उन्हें निवासी विदेशी अथवा सह-नागरिक के रूप में वर्गीकृत किया गया.
  • नस्ल की दृष्टि से ये म्यांमार में रहने वाले चीनी तिब्बती लोगों से अलग हैं और थोड़ा बहुत भारत के और बांग्लादेश के भारतीय आर्य जनों से मिलते-जुलते हैं.
  • इनकी भाषा और संस्कृति सभी देशों से बिल्कुल अलग है.
  • म्यांमार में 10 लाख से अधिक रोहिंग्या बसते हैं पर म्यांमार उन्हें अपना नागरिक मानने को तैयार नहीं है. न ही इस प्रजाति को कोई सरकारी ID या चुनाव में भाग लेने का अधिकार दिया गया है.

रोहिंग्या संकट का इतिहास

अधिकांश रोहिंग्या मुसलमान हैं लेकिन कुछ रोहिंग्या अन्य धर्मों का भी अनुसरण करते हैं. 2017 में रोहिंग्या समुदाय के लोगों के विरुद्ध म्यांमार में हिंसा हुई थी. इस हिंसा के बाद लाखों रोहिंग्या म्यांमार को छोड़ कर कहीं और चले गए. अब भी कई रोहिंग्या म्यांमार में ही रखाइन के राहत शिविरों में दिन काट रहे हैं.

रोहिंग्या समुदाय को सदियों पहले अराकान (म्यांमार) के मुग़ल शासकों ने यहाँ बसाया था, साल 1785 में, बर्मा के बौद्ध लोगों ने देश के दक्षिणी हिस्से अराकान पर कब्ज़ा कर लिया था. उन्होंने हजारों की संख्या में रोहिंग्या मुसलमानों को खदेड़ कर बाहर भगाने की कोशिश की. इसी के बाद से बौद्ध धर्म के लोगों और इन मुसलमानों के बीच हिंसा और कत्लेआम का दौर शुरू हुआ जो अब तक जारी है.

क्या रोहिंग्या मुसलमान भारत के लिए खतरनाक हैं?

एक रिपोर्ट के अनुसार रोहिंग्या बड़ी संख्या में जम्मू के बाहरी भागों में और जम्मू के साम्बा और कठुआ इलाकों में बस गए हैं. ये इलाके हमारे अंतर्राष्ट्रीय सीमा से अधिक दूर नहीं है जो भारत की सुरक्षा के लिए एक खतरा है.

अता उल्लाह जो Arkan Rohingya Salvation Army का सरगना है, उसका जन्म कराँची, पाकिस्तान में हुआ था. इसकी परवरिश मक्का में हुई. ऐसा कहा जाता है कि रोहिंग्या मुसलमान पाकिस्तान के आतंकवाद संगठनों के साथ जुड़े हुए हैं और लगातार उनसे संपर्क में रहते हैं. सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन द्वारा रोहिंग्या, जो बांग्लादेश के शरणार्थी कैंपों में रह रहे हैं, को आंतकवादी बनाया जा रहा है और पूरे देश की अशांति फैलाने के लिए इनका इस्तेमाल भी किया जा रहा है. सऊदी अरबिया का वहाबी ग्रुप इन्हें आंतकवाद की ट्रेनिंग दे रहा है.


GS Paper 2 Source: The Hindu

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UPSC Syllabus : Important International institutions, agencies and fora, their structure, mandate.

Topic : Islamic Cooperation countries (OIC)

संदर्भ

मुस्लिम बहुल देशों के संगठन ने संशोधित नागरिकता कानून पर चिंता जताई है. इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) ने रविवार को कहा कि वह भारत में मुसलमानों को प्रभावित करने वाले ताजा घटनाक्रमों की नजदीक से निगरानी कर रहा है. इसके साथ ही संगठन ने संशोधित नागरिकता कानून एवं अयोध्या फैसले पर चिंता जाहिर की है.

इस्लामी सहयोग संगठन (OIC)  क्या है?

  • यह विश्व के सभी इस्लामी देशों का एक संगठन है.
  • संयुक्त राष्ट्र संघ के बाद यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा अंतर-सरकारी संगठन है.
  • इस संगठन की स्थापना 1969 में हुई थी.
  • आज इसमें सदस्य देशों की संख्या 57 है.
  • इसका मुख्यालय जेद्दासऊदी अरब में है.
  • OIC का एक-एक प्रतिनिधिमंडल स्थाई रूप से संयुक्त राष्ट्र संघ और यूरोपियन यूनियन में प्रतिनियुक्त है.
  • इस संगठन का उद्देश्य इस्लामी विश्व की सामूहिक आवाज के रूप में काम करना तथा मुसलमानों के हितों की रक्षा करना है.
  • निर्गुट आन्दोलन (Non-Aligned Movement – NAM) के समान यह संगठन भी एक दन्तविहीन बाघ है जो सदस्य देशों के बीच होने वाले मसलों पर कुछ नहीं कर पाता.

OIC का भारत के लिए महत्त्व

  • भारत का यह दावा रहा है कि उसे भी इस संगठन का एक सदस्य बनाया जाए क्योंकि भारत में मुसलमानों की आबादी कई देशों की तुलना में अधिक है.
  • OIC के बहुत से देशों के साथ भारत के महत्त्वपूर्ण व्यापारिक रिश्ते हैं इस संगठन में भारत की सदैव रूचि रही है. पिछली बैठक में भारत को OIC की बैठक में एक सम्मानित अतिथि के रूप में आमंत्रित भी किया गया था.
  • परन्तु पिछले दिनों हुई बैठक में OIC भारत के हितों को दरकिनार करते हुए कश्मीर से भी एक प्रतिनिधि को आमंत्रित किया जिसका भारत की ओर से कठोर प्रतिरोध हुआ.

GS Paper 3 Source: The Hindu

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UPSC Syllabus : Science and Technology- developments and their applications and effects in everyday life Achievements of Indians in science & technology; indigenization of technology and developing new technology.

Topic : National Mathematics Day 2019

संदर्भ

हर वर्ष की भाँति भी इस वर्ष भी दिसम्बर 22 को राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया गया. विदित हो कि यह दिवस प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजम की जयंती पर उनको सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है.

राष्ट्रीय गणित दिवस

भारत के 14वें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 26 फरवरी 2012 को मद्रास विश्वविद्यालय में भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन (22 दिसंबर 1887- 26 अप्रैल 1920) के जन्म की 125 वीं वर्षगांठ के समारोह के उद्घाटन समारोह के दौरान 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस मनाए जाने की घोषणा की थी.

श्रीनिवास रामानुजन कौन थे?

  • श्रीनिवास अयंगर रामानुजन महान् भारतीय गणितज्ञ थे. इन्हें आधुनिक काल के महानतम गणित विचारकों में गिना जाता है.
  • इन्हें गणित में कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला, फिर भी इन्होंने विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्रों में गहन योगदान दिए.
  • गणित के क्षेत्र में अपने समय के अनेक दिग्गजों को पीछे छोड़ने वाले श्रीनिवास रामानुजन ने केवल 32 साल के जीवनकाल में पूरी दुनिया को गणित के अनेक सूत्र और सिद्धांत दिए.
  • इन्हें गणित में कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला, फिर भी इन्होंने विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्रों में गहन योगदान दिए. इन्होंने खुद से गणित सीखा और अपने जीवनभर में गणित के 3,884 प्रमेयों का संकलन किया.
  • इन्होंने गणित के सहज ज्ञान और बीजगणित प्रकलन की अद्वितीय प्रतिभा के बल पर बहुत से मौलिक और अपारम्परिक परिणाम निकाले जिनसे प्रेरित शोध आज तक हो रहा है, यद्यपि इनकी कुछ खोजों को गणित मुख्यधारा में अब तक नहीं अपनाया गया है.
  • हाल में इनके सूत्रों को क्रिस्टल-विज्ञान में प्रयुक्त किया गया है. इनके कार्य से प्रभावित गणित के क्षेत्रों में हो रहे काम के लिये रामानुजन जर्नल की स्थापना की गई है.
  • संख्या 1729 को हार्डी-रामानुजन नाम से जाना जाता है. जब हार्डी रामानुजन को देखने अस्पताल गया तो उसने पाया कि रामानुजन ने गणित के ऐसे क्षेत्रों पर भी शोध किया है जिनकी जानकारी विशुद्ध गणितज्ञों को भी नहीं थी.
  • तमिलनाडु में रामानुजन के जन्मदिन को राज्य IT दिवस के रूप में मनाया जाता है. ज्ञातव्य है कि रामानुजन का जन्म वर्तमान तमिलनाडु में हुआ था.

GS Paper 3 Source: The Hindu

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UPSC Syllabus : Indigenization of technology.

Topic : Quick Reaction Surface-to-Air missiles (QRSAM)

संदर्भ

DRDO ने पिछले दिनों ओडिशा तट के एक परीक्षण केंद्र से स्वदेशनिर्मित QRSAM मिसाइलों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया.

QRSAM क्या है?

  • यह एक मिसाइल है जिसका पूरा नाम है – Quick Reaction Surface-to-Air missiles.
  • 360 डिग्री कवरेज वाला यह मिसाइल आकाश मिसाइल का स्थान लेने के लिए बनाया गया है.
  • इसमें ठोस ईंधन वाला प्रणोदक लगाया गया है.
  • इसकी मारक क्षमता 25-30 किलोमीटर की है.
  • यह एक ही समय में अनेक लक्ष्यों को वेध सकता है.
  • यह मिसाइल निचले स्तर पर उड़ने वाली वस्तुओं को भी मार गिरा सकता है.

GS Paper 3 Source: PIB

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UPSC Syllabus : Conservation, environmental pollution and degradation, environmental impact assessment.

Topic : National Green Corps ‘Ecoclub’

संदर्भ

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने देश भर के लिए एक कार्यक्रम बनाया है जिसका पिछले दिनों अनावरण हुआ. इस कार्यक्रम का अनिवारण राष्ट्रीय हरित कोर्ज (National Green Corps – NGC) के पर्यावरण, शिक्षा, जागरूकता एवं प्रशिक्षण (Environment Education Awareness and Training – EEAT) कार्यक्रम के अंतर्गत हुआ. यह कार्यक्रम इकोक्लब (Ecoclubs) के नाम से भी जाना जाता है.

इकोक्लब्स के उद्देश्य

  • पाठशालाओं के बच्चों को पर्यावरण के विषय में जानकारी देना.
  • पर्यावरण के संरक्षण के लिए उन बच्चों में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से निरीक्षण, प्रयोग, संरक्षण, अभिलेखन, विश्लेषण और तर्कबुद्धि की क्षमताएं सृजित करना.
  • सामुदायिक गतिविधियों के माध्यम से पर्यावरण एवं उसके संरक्षण की दिशा में उचित मनोवृत्ति उत्पन्न करना.
  • स्थलों पर ले जाकर और वहाँ प्रदर्शन करके बच्चों में पर्यावरण और विकास से सम्बंधित समस्याओं के प्रति संवेदना पैदा करना.
  • बच्चों में तार्किक और स्वतंत्र विचार को बढ़ावा देना जिससे कि वे वैज्ञानिक जिज्ञासा की भावना के साथ उपयुक्त चयन करने में समर्थ हो सकें.
  • बच्चों को पर्यावरण संरक्षण से सम्बंधित परियोजनाओं में सम्मिलित कर उनके मस्तिष्क को उत्प्रेरणा देना.

कार्यपद्धति

  • इस योजना में सम्बंधित पाठशालाओं से उन 50-60 छात्रों के इको क्लब होते हैं जिनकी पर्यावरण में रूचि होती है.
  • प्रत्येक इको क्लब पर एक प्रभारी शिक्षक होता है जो उसी पाठशाला से चुना जाता है.
  • जिला-स्तर पर एक कार्यान्वयन एवं अनुश्रवण समिति होती है जो प्रभारी शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण का प्रबंध करने के साथ-साथ समय-समय पर योजना की निगरानी किया करती है.
  • राज्य-स्तर पर भी एक संचालन समिति होती है जो योजना के विषय में आवश्यक मार्गनिर्देश देने का काम करती है.
  • राज्य में एक नाभिक एजेंसी (nodal agency) होती है जो उस राज्य में योजना के कार्यान्वयन का समन्वयन करने के साथ-साथ प्रशिक्षक शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण जैसी सम्बंधित गतिविधियों का आयोजन करती है.
  • सबसे ऊपर राष्ट्र के स्तर पर इस योजना के लिए एक संचालन समिति होती है जो सभी स्तरों पर इस योजना को निर्देशित करती है तथा लिंकेज का प्रबंध भी करती है.

Prelims Vishesh

What are open market operations? :-

  • OMO भारतीय रिज़र्व बैंक के द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों और कोषागार विपत्रों के क्रय एवं विक्रय को कहते हैं.
  • OMO का उद्देश्य अर्थव्यवस्था में धन की आपूर्ति को नियमित करना होता है.
  • भारतीय रिज़र्व बैंक इस प्रकार का क्रय-विक्रय केवल वाणिज्यिक बैंकों के माध्यम से करता है और जनसाधारण से वह प्रत्यक्ष कारोबार नहीं करता है.
  • इसके बारे में विस्तार से पढ़ें > open market operations in Hindi

What are Microdots?:-

  • सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एक अधिसूचना का प्रारूप निर्गत किया है जिसमें केन्द्रीय मोटर वाहन नियमावली में संशोधन करते हुए यह प्रावधान किया गया है कि सभी मोटर वाहनों तथा उनके पुर्जों, अवयवों, असेंबलियों और सब-असेंबलियों पर लगभग अदृश्य छोटे-छोटे बिंदु (Microdots) लगाये जाएँगे जो स्थायी होंगे.
  • इन छोटे बिन्दुओं को सूक्ष्मदर्शी यंत्र से देखा जा सकेगा और अल्ट्रा-वायलट प्रकाश से पहचाना जा सकेगा.
  • यह सब गाड़ियों और उनके पुर्जों की चोरी को रोकने के लिए किया गया है.

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