Sansar डेली करंट अफेयर्स, 23 May 2018

Sansar LochanSansar DCA

Sansar Daily Current Affairs, 23 May 2018


GS Paper 2 Source: The Hindu

Topic : NCDRC

  1. NCDRC का full-form है – National Consumer Disputes Redressal Commission.
  2. सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश आर. के अग्रवाल को राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (NCDRC) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है.
  3. यह आयोग एक अर्ध-न्यायिक आयोग (quasi-judicial commission) है.
  4. इसे 1988 में उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 के तहत स्थापित किया गया था.
  5. इस आयोग के अध्यक्ष सर्वोच्च न्यायालय के कार्यरत अथवा सेवानिवृत्त न्यायाधीश होते हैं.
  6. उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 की धारा 21 के तहत आयोग एक करोड़ रु. से अधिक के उपभोक्ता मामले को प्रत्यक्ष रूप से विचार कर सकता है. इसके अतिरिक्त यह जिला फोरमों और राज्य आयोगों के निर्णयों के विरुद्ध अपील की सुनवाई कर सकता है.
  7. उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 की धारा 22 के तहत यदि कोई इस आयोग के निर्णय से भी क्षुब्ध है तो वह आदेश के 30 दिन के भीतर सर्वोच्च न्यायालय में अपील कर सकता है.

क्यों महत्त्वपूर्ण है?

  • Prelims के लिए : NCDRC, उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम- मुख्य विशेषताएँ.
  • Mains के लिए : विवाद निवारण तंत्र और उनके महत्व.

GS Paper 2 Source: The Hindu

Topic : PRAAPTI app

  1. PRAAPTI का full-form है – Payment Ratification And Analysis in Power procurement for bringing Transparency in Invoicing of generators
  2. जो बिजली वितरण कम्पनियाँ बिजली उत्पादन कम्पनियों को भुगतान करने में देर करती है, उनपर लगाम कसने के लिए ऊर्जा मंत्रालय ने Praapti नामक एक webportal/app का शुभारम्भ किया है जिससे आशा की जाती है कि इस विषय में अधिक पारदर्शिता आएगी.
  3. Praapti webportal/app में भुगतान से सम्बंधित सारे विवरण अंकित होंगे.
  4. इसके माध्यम से नागरिक DISCOMS ( distribution companies ) के द्वारा बिजली उत्पादक कम्पनियों को किये गए भुगतान की वास्तविक स्थिति को जान पायेंगे.
  5. Praapti webportal/app के द्वारा मिली जानकारी के आधार पर डिस्कॉम कम्पनियों की रेटिंग की जा सकेगी.

क्यों महत्त्वपूर्ण है?

  • Prelims एवं Mains के लिए: PRAAPTI app और इसकी आवश्यकता

GS Paper 3 Source: The Hindu

Topic : ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी

  1. दूरसंचार नियामक प्राधिकार TRAI ने ब्लॉकचैन प्रौद्योगिकी का उपयोग करके अवांछित कॉल और SMS को रोकने के लिए नए मापदंडों का प्रारूप तैयार किया है.
  2. Blockchain एक अनाम ऑनलाइन खाता है जिसका उपयोग डाटा संरचना (data structure) में किया जाता है.
  3. कोई भी उपयोक्ता blockchain के जरिये ऑनलाइन खाते में बिना किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप के फेर-बदल कर सकता है.
  4. Blockchain का उपयोग करने वाले उपभोक्ता की पहचान का किसी को पता नहीं चलता.

क्यों महत्त्वपूर्ण है?

  • Prelims के लिए : Blockchain- कैसे काम करता है.
  • Mains के लिए: धोखाधड़ी की रोकथाम, इस संबंध में प्रौद्योगिकी का उपयोग.

GS Paper 3 Source: Times of India

Topic : Ruthenium (Ru)

  1. Ruthenium प्लैटिनम ग्रुप का एक रासयनिक तत्त्व है.
  2. इसका सिम्बल Ru है और atomic no. 44 है.
  3. इसकी विशेषता यह है कि इसमें कमरे के तामपान में भी लौह-चुंबकीय (ferromagnetic) गुण होता है.
  4. ऐसे तत्व विरले होते हैं. अभी तक Ruthenium को मिलाकर चार ही तत्त्व का पता लगा है.
  5. प्लैटिनम ग्रुप के अन्य तत्त्वों की भाँति रुथेनियम भी अन्य रसायनों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देता.
  6. Ru का प्रयोग बिजली उपकरणों में टिकाऊपन लाने के लिए और मोटे फिल्म प्रतिरोधी उपकरणों के लिए होता है.
  7. Ruthenium अधिकतर यूराल पर्वतों (पश्चिमी रूस) और उत्तरी-दक्षिणी अमेरिका महादेशों में उन अयस्कों में पाया जाता है जिनमें प्लैटिनम ग्रुप के अन्य तत्त्व पाए जाते हैं.
  8. रुथेनियम में ऑक्सीकरण नहीं होता है जिसके कारण यह चुम्बकीय मेमोरी के लिए उपयुक्त तत्त्व है.
  9. इसलिए इसका उपयोग कंप्यूटर मेमोरी (RAM) आदि में प्रयोग होने की संभवना प्रबल है.

क्यों महत्त्वपूर्ण है?

  • Prelims के लिए : Ruthenium के गुण और इसके उपयोग

GS Paper 3 Source: The Hindu

Topic : GI tag for rural crafts

  1. पुरुलिया के छऊ लोक नृत्य में प्रयोग होने वाले मुखौटों, कुशमंडी (बंगाल) के काठ के मुखौटों, पट्टचित्र (ओडिशा की पारम्परिक चित्रकला) और बंगाल के डोकरा (धातु शिल्प), मधुरकाठी (बंगाल में बनाया जाने वाला एक प्रकार का कालीन) को Geographical Indication Registry and Intellectual Property India ने GI tag (Geographical Indication) देने का निर्णय किया है.
  2. नाम से स्पष्ट है कि यह टैग केवल उन उत्पादों को दिया जाता है जो किसी विशेष भगौलिक क्षेत्र में उत्पादित किये गए हों.
  3. यदि आपको कुछ उदाहरण दूँ तो शायद आप इसे और अच्छे से समझोगे….जैसे – बनारसी साड़ी, कांचीपुरम की साड़ी, मालदा आम, मुजफ्फरपुर की लीची, बीकानेरी भुजिया, कोल्हापुरी चप्पल, अलीगढ़ का ताला आदि.
  4. इस tag के कारण उत्पादों को कानूनी संरक्षण मिल जाता है.

gi tag bangal odisha dance crafts

क्यों महत्त्वपूर्ण है?

Prelims के लिए : GI Tag क्या होता है, हाल में किसे मिला, कौन-सी कला कहाँ की है?

Click here for Daily Sansar Current Affairs >> Daily Sansar Current Affairs

Spread the love
Read them too :
[related_posts_by_tax]