Sansar डेली करंट अफेयर्स, 16 October 2019

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Sansar Daily Current Affairs, 16 October 2019


GS Paper 2 Source: The Hindu

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UPSC Syllabus : Statutory, regulatory and various quasi-judicial bodies.

Topic : National Medical Commission

संदर्भ

पिछले दिनों भारत सरकार ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के 25 सदस्यों का चयन किया. यह चयन राज्य सरकारों, संघीय क्षेत्रों और राज्य चिकित्सा परिषदों के द्वारा भेजे गये नामों में से लौटरी लगाकर किया गया.

ज्ञातव्य है कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग में अलग-अलग राज्यों से 10 उपकुलपति (Vice-Chancellors), राज्य चिकित्सा परिषदों से 9 सदस्य तथा स्वायत्त बोर्डों के 4 अंशकालिक सदस्य होते हैं.

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग का स्वरूप

  • इस आयोग में 25 सदस्य होंगे जिनकी नियुक्ति केंद्र सरकार एक समिति के सुझाव पर करेगी.
  • उन सदस्यों में से एक अध्यक्ष होगा जो अवश्य रूप से एक वरिष्ठ चिकित्साकर्मी और न्यूनतम 20 वर्षों की अनुभव वाला शिक्षाविद होगा.
  • आयोग में 10 पदेन सदस्य होंगे. कुछ पदेन सदस्य स्नातक और स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा बोर्डों के अध्यक्षों से चुने जाएँगे. साथ ही भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद् के महानिदेशालय और AIMS का एक निदेशक भी इस आयोग का सदस्य होगा.
  • अंशकालिक सदस्यों का चयन प्रबंधन विधि, चिकित्सकीय नीतिशास्त्र इत्यादि के विशेषज्ञों में से होगा. कुछ अंशकालिक सदस्य राज्यों और संघीय क्षेत्रों द्वारा नामित होंगे.

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के कार्य

यह आयोग इन कार्यों के लिए नीतियाँ बनाएगा –

  1. चिकित्सा संस्थानों और चिकित्सा पेशेवरों का विनियमन, स्वास्थ्य की देखभाल से सम्बद्ध मानव संसाधनों और अवसंरचनाओं से सम्बंधित आवश्यकताओं का आकलन और अधिनियम के अंतर्गत बनाई गई नियमावली का राज्य चिकित्सा परिषदों द्वारा अनुपालन करवाना.
  2. राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग विधेयक द्वारा विनियमित होने वाले निजी चिकित्सा संस्थानों एवं मानित विश्वविद्यालयों की 50% तक सीटों के लिए शुल्क का निर्धारण भी करेगा.

GS Paper 2 Source: The Hindu

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UPSC Syllabus : India and its neighbourhood- relations.

Topic : India- China Informal Summit at Mahabalipuram

संदर्भ

पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति जी जिनपिंग तमिलनाडु के प्राचीन तटीय नगर महाबलीपुरम में अनौपचारिक रूप से मिले. इस प्रकार का यह दूसरा सम्मेलन है. इससे पहले अप्रैल 2018 में मध्य चीन के वुहान नगर में ऐसी पहली बैठक हुई थी जिसमें दोनों देशों के नेताओं ने वैश्विक और द्विपक्षीय महत्त्व के मामलों पर चर्चा की थी.

इस अनौपचारिक सम्मेलन के परिणाम

  1. भारत और चीन के बीच कूटनीतिक संबंधों की 70वीं वर्षगाँठ मनाने के लिए दोनों देश पानी के जहाज पर वार्ता समेत 70 प्रकार की ऐसी गतिविधियाँ करेंगे जो दोनों सभ्यताओं के बीच के ऐतिहासिक सम्बन्ध को उजागर करेंगी.
  2. व्यापारी और वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ाने के लिए दोनों देश एक उच्च-स्तरीय आर्थिक एवं व्यापारिक संवाद का तन्त्र स्थापित करेंगे.
  3. चुने हुए प्रक्षेत्रों में पारस्परिक निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा और इसके लिए एक विनिर्माण भागीदारी विकसित की जायेगी.
  4. तमिलनाडु और चीन के फुजियान प्रांत के बीच राज्य से राज्य स्तर का सम्बन्ध स्थापित किया जाएगा.

महाबलीपुरम और चीन के पुराने रिश्ते

  • महाबलीपुरम (मामल्लपुरम) चेन्नई के 56 किलोमीटर दक्षिण में बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित है.
  • मामल्लपुरम का नाम पल्लव नरेश नरसिंह वर्मन I (630 ई. -668 ई.) के नाम पर है जिसे महाबली उपाधि मिली हुई थी. पल्लव वंश के बारे में यहाँ पढ़ें > पल्लव वंश
  • नरसिंह वर्मन I के समय ही चीन का प्रसिद्ध बौद्ध यात्री ह्वेनसांग कांचीपुरम आया था.
  • राजसिंहन उपाधि वाले पल्लव नरेश नरसिंह वर्मन II (680 ई. -720 ई) ने अपने पूर्वजों का काम आगे बढ़ते हुए दक्षिण-पूर्व एशिया के साथ समुद्री मार्ग से व्यापार का संपर्क सुदृढ़ किया था. उसी राजा ने 720 ई. में चीन के तांग दरबार में एक मिशन भेजा था.
  • उस समय नरसिंह वर्मन II के दूतों ने चीन के सम्राट जुआन जोंग से मिलकर यह प्रस्ताव दिया था कि वे अरबों और तिबत्तियों से लड़ने के लिए एक गठबंधन बनाने को तैयार हैं. इस प्रस्ताव पर चीन का सम्राट प्रसन्न हुआ और नरसिंह वर्मन II की सैनिक टुकड़ी को ‘huaide jun’ (the Army that Cherishes Virtue) की उपाधि दी थी.
  • तमिलनाडु और चीन के रिश्ते चोल राजवंश के समय भी फले-फूले. उस समय कोरोमंडल तट चीन और मध्य-पूर्व के बीच के व्यापार के लिए एक बड़ा पड़ाव बन गया था. चोल राजाओं ने चीन के सोंग दरबार में अपने व्यापारी दूत भेजे थे. चोल स्रामाज्य के बारे में यहाँ पढ़ें > चोल वंश

GS Paper 3 Source: The Hindu

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UPSC Syllabus : Science and Technology- developments and their applications and effects in everyday life Achievements of Indians in science & technology; indigenization of technology and developing new technology.

Topic : Facebook’s new cryptocurrency- Libra

संदर्भ

अमेरिका के नियामकों और राजनीतिज्ञों की तीव्र आलोचना तथा बड़े-बड़े लोगों के द्वारा इस कार्यक्रम से अलग होने के बावजूद फेसबुक ने पिछले दिनों लिब्रा (LIBRA) का औपचारिक अनावरण कर दिया.

LIBRA क्या है?

फेसबुक का कहना है कि Libra एक वैश्विक मुद्रा और वित्तीय अवसंरचना है. दूसरे शब्दों में यह फेसबुक के द्वारा निर्मित एक डिजिटल सुविधा है जो फेसबुक के द्वारा बनाए गये ब्लॉकचेन के साथ-साथ बिटकॉइन और ऐसी अन्य क्रिप्टो मुद्राओं द्वारा प्रयुक्त सुरक्षित प्रौद्योगिकी (encrypted technology) से चलेगी.

LIBRA नाम क्यों पड़ा?

रोम साम्राज्य में भार मापने के लिए लिब्रा नाम की एक इकाई थी. इसी के कारण अंग्रेजी पाउंड को संक्षिप्त रूप से “lb” लिखा जाता है. साथ ही £ प्रतीक भी उसमें जोड़ा जाता है जो और कुछ नहीं “L” का ही एक अलंकृत रूप है.

लिब्रा कौन चलाएगा?

लिब्रा मुद्रा को लिब्रा एसोसिएशन नाम का एक समूह चलाएगा जिसमें कई कम्पनियाँ होंगी. यह एसोसिएशन स्वायत्त और लाभ-रहित संगठन है जिसका मुख्यालय स्विटज़रलैंड होगा.

ब्लॉक चैन क्या होता है?

  • ब्लॉक चैन तकनीक एक ऐसी तकनीक है जिसमें क्रेता विक्रेता के मध्य सीधा पैसे का स्थानान्तरण किया जाता है. इस ट्रांजेक्‍शन में किसी भी बिचौलिए की आवश्यकता नहीं होती है.
  • ब्लॉक चैन वितरित डाटा बेस होती है. इसमें लगातार कई रिकार्ड्स को संधारित किया जाता है जिन्हें ब्लॉक कहते हैं जिसमें प्रत्येक ब्लॉक अपने पूर्व के ब्लॉक से लिंक रहता है.
  • इस तकनीकी में हजारों कंप्यूटर पर इन्क्रिप्टेड अथवा गुप्त रूप से डाटा सुरक्षित रहता है, इसे पब्लिक लेजर भी कहते हैं.
  • वर्तमान में दो लोगों के मध्य पैसों का स्थानान्तरण तीसरे पक्ष के माध्यम से ही होता है, यह तीसरे पक्ष जैसे बैंक, पेपाल, मनी ट्रान्सफर आदि होती हैं और हमें इन लेनदेन के लिए सेवा शुल्क अधिक देना होता है, जबकि ब्लॉकचेन में तीसरे पक्ष की आवश्यकता नहीं होती है.
  • ब्लॉक चैन तकनीक में किये गये ट्रांजेक्‍शन में बहुत कम समय लगता है.
  • यह एक डिजिटल खाता है जिसमें लेनदेन और सूचनाओं का स्थायी रिकॉर्ड होता है, जिनको सत्यापित किया जा सकता है.
  • ब्लॉक चैन मुख्य रूप से बिटक्वाइनऔर इथेरियम जैसी क्रिप्टो करेंसी में इस्तेमाल किया जाता है. इसका प्रयोग दो पक्षों के बीच अन्य समझौतों की गारंटी देने वाले “स्मार्ट कांट्रैक्ट” बनाने में भी हो सकता है.

लोक प्रशासन में ब्लॉक चेन का प्रयोग

  • ब्लॉक चेन से लोक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाने की प्रक्रिया में पर्याप्त सुधार आ सकता है. इस प्रकार यह प्रणाली भ्रष्टाचार के विरुद्ध भारत की लड़ाई को नई शक्ति प्रदान कर सकती है.
  • इस प्रणाली में सभी कार्यकलाप और फाइलों का समय के हिसाब से रिकॉर्ड रहता है जो बदला नहीं जा सकता. ये इस प्रकार के सभी रिकॉर्ड एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं और इनका डेटाबेस विकेंद्रीकृत होते हुए निम्नतम स्तर तक उपलब्ध रहता है. इस प्रकार ब्लॉक चेन एक कार्यकुशल और लागत की दृष्टि से ऐसा सुचारू डाटाबेस बनाते हैं जिससे छेड़-छाड़ लगभग असंभव होता है. अतः कह सकते हैं कि ब्लॉक चेन अपनाने से हमारी सरकारें अधिक पारदर्शी, उत्तरदाई और कार्यकुशल हो जाएँगी.
  • ब्लॉक चेन अपनाने से उत्तरदाई होने के साथ-साथ सरकारें अधिक ईमानदार भी हो सकती हैं. यदि बिटकॉइन की भाँति एक सार्वजनिक ब्लॉक चेन बनाया जाता है तो सारी सूचनाएँ और कार्यकलाप एक विकेंद्रीकृत डेटाबेस में सदा के लिए सुरक्षित होकर जमा हो जाएँगे. इसका फल यह होगा कि सरकारों को अपने द्वारा दी गई धनराशि से सम्बंधित गतिविधियों का पता लगता रहेगा और वे उन लोगों पर कार्रवाई कर सकेंगी जो धनराशि में हेरा-फेरी के दोषी पाए जाते हैं.
  • ब्लॉक चेन का एक बड़ा गुण यह है कि इसमें बिचौलिये का अस्तित्व नहीं होता है. इस वर्ष के आरम्भ में विश्व खाद्य कार्यक्रम ने पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में खाद्य पदार्थों एवं नकद लेन-देन को ब्लॉक चेन प्रणाली में डालते हुए एक परीक्षण किया था. इस परीक्षण में यह प्रणाली उपयोगी सिद्ध हुई. जॉर्डन के अज़राक शिविर में रह रहे शरणार्थी आजकल इसी तकनीक का प्रयोग खाद्य पदार्थों के भुगतान के लिए कर रहे हैं.
  • भारत में आधार कार्ड लगभग सभी को मिल चुके हैं. अतः डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ते हुए इस देश के लिए अगला कदम ब्लॉक चेन को अपनाना होना चाहिए. इससे प्रत्येक व्यक्ति का स्थायी डाटा जमा करने में सुविधा होगी और सुरक्षित ढंग से लेन-देन किया जा सकेगा.

GS Paper 3 Source: The Hindu

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UPSC Syllabus : Conservation, environmental pollution and degradation, environmental impact assessment.

Topic : C40 Clean Air Cities Declaration

संदर्भ

डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में आयोजित C40 विश्व मेयर शिखर सम्मलेन के अवसर पर “स्वच्छ वायु नगर घोषणा (Clean Air Cities Declaration)” का अनावरण हुआ. ज्ञातव्य है कि यह आयोजन प्रत्येक तीसरे वर्ष होता है और इसका उद्देश्य 2025 तक स्वच्छ वायु से सम्बंधित नीतियों को लागू करना है.

C40 स्वच्छ वायु नगर घोषणा क्या है?

इस घोषणा के माध्यम से विश्व के मेयर यह प्रतिबद्धता प्रकट करते हैं कि वे अपनी शक्ति और प्रभाव का उपयोग करके वायु प्रदूषण को घटाएंगे तथा वायु गुणवत्ता से सम्बंधित विश्व स्वास्थ्य संगठन के मार्गनिर्देशों को पूरा करने के लिए काम करेंगे.

इसका ध्येय शहरों में स्थानीय उत्सर्जन को लगातार घटाना और क्षेत्रीय स्तर पर भी उत्सर्जन में कमी के लिए काम करना है.

प्रत्याशित परिणाम

  • यदि इस घोषणा पर हस्ताक्षर करने वाले 35 प्रतिनिधि विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा वायु प्रदूषण के लिए निर्धारित स्तर (10 ug/m3) तक पहुँचने के लिए PM2.5 का स्तर प्रत्येक वर्ष घटाते हैं तो वार्षिक रूप से इससे 40,000 मौतों से बचा जा सकेगा.
  • C40 के अनुसंधान से पता चलता है कि यदि C40 के सभी शहर अपना परिवहन, भवन और उद्योग स्वच्छ रखते हैं तो इससे ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन 87% घट जाएगा और साथ ही PM2.5 में भी लगभग 50% की कमी आएगी. फलतः प्रत्येक वर्ष 2,20,000 अकाल मृत्यु के मामलों से बचा जा सकेगा.

GS Paper 3 Source: The Hindu

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UPSC Syllabus : Disaster and disaster management.

Topic : International Day for Disaster Reduction

संदर्भ

प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी अक्टूबर 13 को अंतर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस मनाया गया.

इसकी थीम थी :- अत्यावश्यक अवसरंचना को क्षति तथा मूलभूत सेवाओं में विघ्न उत्पन्न करने वाली आपदा को घटाना / Reduce disaster damage to critical infrastructure and disruption of basic services.

विदित हो कि यह दिवस आपदाओं से होने वाले जोखिम के लिए लोगों द्वारा किये गये उपायों के प्रति जागरूकता फैलाना है.

Sendai Framework क्या है?

Sendai Framework का full form “Sendai Framework for Disaster Risk Reduction 2015-2030” है. यह फ्रेमवर्क आपदा जोखिम न्यूनीकरण (Disaster Risk Reduction) के विषय में आयोजित तीसरे संयुक्त राष्ट्र विश्व सम्मलेन के दौरान अंगीकृत किया गया था. यह सम्मेलन मार्च, 2015 में जापान के सेंडई नगर में आयोजित हुआ था.

Sendai Framework के मुख्य तत्त्व

  • 2015 के बाद के विकास से सम्बंधित एजेंडा का यह सबसे बड़ा समझौता है.
  • इसमें 7 लक्ष्य और 4 प्राथमिकताएँ तय की गई थीं.
  • 2015 में आयोजित संयुक्त राष्ट्र विश्व सम्मलेन के पश्चात् संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने इसकी पुष्टि की थी.
  • Sendai फ्रेमवर्क 15 वर्ष के लिए है.
  • यह एक ऐसा स्वैच्छिक और अबाध्यकारी समझौता है जिसमें यह माना गया है कि आपदा जोखिम को घटाने में देश की सबसे बड़ी भूमिका होती है परन्तु इस जिम्मेवारी के निर्वहण में अन्य हितधारकों (स्थानीय सरकार सहित), निजी क्षेत्र आदि को भी सहयोग करना चाहिए.

कार्यान्वयन

सेन्डाई फ्रेमवर्क का मूल्य कार्य ऐसे समेकित और समावेशी संस्थागत उपाय करना है जिससे आपदा-प्रवणता को रोका जा सके और आपदा घट जाने पर उसके लिए तैयारी को सुदृढ़ता प्रदान किया जा सके. साथ ही, इसका उद्देश्य आपदा के पश्चात् स्थिति को सामान्य बनाना भी है.


Prelims Vishesh

Rashtriya Sanskriti Mahotsav :-

  • मध्य प्रदेश के नगर जबलपुर में संस्कृति मंत्रालय “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” कार्यक्रम के अंतर्गत 10वाँ राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव मना रहा है.
  • विदित हो कि यह महोत्सव 2015 से मनाया जाता रहा है और इसका उद्देश्य देश की सांस्कृतिक धरोहर को सब के सामने रखना है.

SARAS Aajeevika Mela :-

  • दीन दयाल अन्त्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY – NRLM) कार्यक्रम के तहत सरस आजीविका मेला आयोजित किया जाता है.
  • इसमें एक मंच पर ग्रामीण महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को आमंत्रित कर उन्हें अपना कौशल दिखलाने और उत्पादों को बेचने का अवसर प्रदान किया जाता है.

Hagibis Typhoon :-

  • पिछले दिनों जापान में हेग्बिस टाइफून का प्रकोप हुआ जो पिछले कई दशकों का सबसे बुरा तूफ़ान था.
  • विदित हो कि पश्चिमोत्तर प्रशांत महासागर में बनने वाले चक्रवातों को अंग्रेजी में टाइफून कहा जाता है.

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