Sansar डेली करंट अफेयर्स, 16 December 2020

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Sansar Daily Current Affairs, 16 December 2020


GS Paper 2 Source : The Hindu

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UPSC Syllabus : Issues relating to development and management of Social Sector/Services relating to Health, Education, Human Resources, issues relating to poverty and hunger.

Topic : Non-communicable Disease : NCDs

संदर्भ

हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्गत वैश्विक स्वास्थ्य अनुमान (GHE) के अनुसार वर्ष 2019 में वैश्विक स्तर पर होने वाली 74% मृत्युओं के लिए असंक्रामक रोग (Non-communicable Disease) उत्तरदायी थे.

अन्य निष्कर्ष

  • विगत 20 वर्षों से हृदय रोग विश्व भर में मृत्यु (कुल का 16%) का प्रमुख कारण रहा है.
  • हालांकि वैश्विक स्तर पर संचारी रोगों से होने वाली मृत्यु में गिरावट हुई है, तथापि वे निम्न और मध्यम आय वाले देशों में एक बड़ी चुनौती बने हुए हैं.
  • वर्ष 2000 में लगभग 67 वर्ष की तुलना में वर्ष 2019 में 73 वर्ष से अधिक की जीवन प्रत्याशा के वैश्विक औसत के साथ जीवन-काल में वृद्धि हुई है.
  • विश्व स्तर पर दिव्यांगता में वृद्धि हो रही है.

असंक्रामक रोग (NCD) क्या हैं?

  • असंक्रामक रोग लम्बे चलने वाले रोग हैं जो आनुवांशिक, शारीरिक, पर्यावरणगत, व्यवहारगत कारणों से होते हैं.
  • यह प्रमुख असंक्रामक रोग हैं – हृदयरोग (जैसे – हार्ट अटैक और स्ट्रोक), कैंसर, दमा और श्वास रोग एवं मधुमेह.

क्या किया जाए?

  • असंक्रमणीय रोगों के खतरों को कम करने के लिए रेशेदार और अपरिष्कृत अनाज खाना चाहिए. ऐसा करने से हृदय रोग, स्ट्रोक, टाइप 2 मधुमेह और आन्त्रिक कैंसर को 16% से लेकर 24% तक कम किया जा सकता है.
  • अधिक रेशेदार भोजन लेने से शरीर का भार और उच्च रक्तचाप के साथ कुल कोलेस्ट्रोल में भी कमी आती है.
  • चिकित्सकजन यह भी कहते हैं कि कम खाइए, धीरे-धीरे चबाकर भोजन का आनंद लीजिए, अपनी आधी थाली में फल और तरकारियाँ रखिये, अधिक मात्रा में भोजन लेने से बचिए जिससे शरीर का भार न बढ़े, आप जितना अनाज लेते हैं उनमें आधा अपरिस्कृत अनाज होने चाहिएँ, ट्रांस-फैट वाले भोजन लेना कम करें.

NCD का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव

  • 2030 के सतत विकास लक्ष्य में एक लक्ष्य NCD से होने वाले असामयिक मृत्यु की संख्या घटाना भी है.
  • NCD और गरीबी में सीधा सम्बन्ध देखने में आता है. यदि ये रोग तेजी से बढ़ते जाएँ तो निम्न आय वाले देशों में गरीबी घटाने के लिए किये गये प्रयासों को धक्का लगेगा.
  • ऐसा देखने में आता है कि गरीब लोग अधिक शीघ्र बीमार पड़ते हैं और सामाजिक दृष्टि से उच्च लोगों की तुलना में जल्दी मरते भी हैं. ऐसा इसलिए होता है कि गरीब लोग तम्बाकू जैसी हानिकारक वस्तुओं का सेवन करते हैं और उनका खानपान स्वास्थ्यकर नहीं होता. इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य की सुविधाओं तक उनकी पहुँच भी सीमित होती है.
  • NCD का उपचार महँगा होता है और लम्बा चलता है. बहुधा इसके शिकार गरीब लोग मर जाते हैं और हर वर्ष रोटी कमाने वालों की मृत्यु के कारण लाखों परिवार उजड़ जाते हैं.

GS Paper 2 Source : The Hindu

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UPSC Syllabus : Related to Health.

Topic : Lancet Citizens’ Commission

संदर्भ

भारत में स्वास्थ्य प्रणाली की पुनः संरचित करने क हेतु लेंसेट नागरिक आयोग (Lancet Citizens’ Commission) का गठन किया गया है. यह दस वर्षों की अवधि में भारत में सार्वभौमिक स्वास्थ्य सुविधा (universal health coverage: UHC) को प्राप्त करने के लिए नागरिकों का स्वास्थ्य विवरण तैयार करने हेतु क्षेत्रकों के मध्य आरंभ की गई एक पहल है. पैनल का गठन ‘लक्ष्मी मित्तल एंड फैमिली साउथ एशिया इंस्टीट्यूट’ और हार्वर्ड विश्वविद्यालय के तत्वाधान में किया गया है.

इस आयोग के लिए एक मार्गदर्शक सिद्धांत यह है कि UHC की दिशा में संरचनात्मक परिवर्तन केवल स्वास्थ्य देखभाल में सम्मिलित विभिनन क्षेत्रों के साथ परामर्श और भागीदारी के माध्यम से ही प्राप्त किए जा सकते हैं.

यह एक नागरिक के मूल अधिकार के रूप में स्वास्थ्य की आकांक्षा की व्यावहारिक प्राप्ति की मांग को भी प्रेरित करेगा.

सार्वभौमिक स्वास्थ्य सुविधा क्या है?

  • UHC का अर्थ है कि सभी लोगों की वित्तीय कठिनाइयों के बिना व उनकी आवश्यकता के अनुरूप, उन्हें जब और जहाँ आवश्यकता हो, उनकी स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करना है.
  • इसमें स्वास्थ्य संवर्धन, रोकथाम, उपचार, पुनर्वास और उपशामक (शांति प्रदाय) उपचार देखभाल को भी शामिल किया गया है.
  • इसका उद्देश्य देश के किसी भी नागरिक की आय के स्तर, सामाजिक स्थिति, लिंग, जाति या धर्म की बात किये बिना सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज का न्यायसंगत उपयोग सुनिश्चित करना है.

UHC को प्राप्त करने में भारत के समक्ष विद्यमान चुनौतियाँ

  • सार्वजनिक व्यय में कमी, रोग का उच्च प्रसार, लैंगिक समानता के मुद्दे, अनियमित और खंडित स्वास्थ्य देखभाल वितरण प्रणाली, पर्याप्त कुशल मानव संसाधन की अनुपलब्धता आदि.
  • UHC को प्राप्त करने के लिए वर्ष 2018 में, राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 द्वारा अनुशंसित आयुष्मान भारत योजना का प्रारंभ किया गया था. इस योजना में दो अंतर-संबंधित घटकों को सम्मिलित किया गया है.

सार्वभौमिक स्वास्थ्य सुविधा के लाभ

  • बड़ी संख्या में लोगों के स्वास्थ्य में सुधार. 
  • कुशल, उत्तरदायी एवं पारदर्शी स्वास्थ्य प्रणाली. 
  • गरीबी में कमी. 
  • अधिक उत्पादकता. 
  • नौकरियों में बढ़ोतरी. 
  • वित्तीय सुरक्षा. 
  • अधिक समानता.

आयुष्मान भारत योजना में दो अंतर-संबंधित घटक

  1. स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र (HWCs)

इनकी स्थापना रोग की रोकथाम और स्वास्थ्य संवर्धन के लिए की जाएगी. ज्ञातव्य है कि मौजूदा उप केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को परिवर्तित करके 1,50,000 HWCs का निर्माण किया जाएगा.

  1. प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना

इसके अंतर्गत सार्वजनिक और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में भर्ती होने पर द्वितीयक और तृतीयक देखभाल सेवाओं के लिए प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये का बीमा कवर प्रदान किया जाएगा.

इस टॉपिक से UPSC में बिना सिर-पैर के टॉपिक क्या निकल सकते हैं?

12 दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौम स्वास्थ्य कवरेज दिवस (International Universal Health Coverage Day – UHC Day) मनाया जाता है..

अन्य दिवस

  • विश्व यक्ष्मा दिवस – 24 मार्च
  • विश्व स्वास्थ्य दिवस – 7 अप्रैल
  • विश्व टीकाकरण सप्ताह – अप्रैल के अंतिम सप्ताह में
  • विश्व मलेरिया दिवस – 25 Aril
  • विश्व नो टोबैकू दिवस – 31 May
  • विश्व रक्त दाता दिवस – 14 June
  • विश्व हेपेटाइटिस दिवस – 28 July
  • विश्व एड्स दिवस – 1 Dec

GS Paper 2 Source : The Hindu

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UPSC Syllabus : Government Policies and Interventions for Development in various sectors and Issues arising out of their Design and Implementation.

Topic : Kisan Rail

संदर्भ

भारतीय रेलवे किसान रेलों (Kisan Rail trains) की संख्या बढ़ाने की योजना बना रही है.

पृष्ठभूमि

  • सब्जियों और फलों को देश के विभिन्न हिस्सों में पहुँचने हेतु भारतीय रेलवे, किसान रेल ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की योजना बना रही है ताकि किसानों को बेहतर दाम मिलें और फल व सब्जियों की बर्बादी को रोका जा सके.
  • इसके लिए भारतीय रेलवे, कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्रालय के साथ विचार-विमर्श कर रही है .
  • वर्तमान में भारतीय रेलवे चार किसान रेल ट्रेनें चला रही है. ऐसी ट्रेनों को चलाने की राष्ट्रीय स्तर पर काफी अधिक मांग है क्योंकि किसानों को इससे लाभ मिल रहा है.
  • भारतीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में कहा था कि सरकार कश्मीर से देश के विभिन्न हिस्सों में सेब के परिवहन के लिए ‘किसान रेल गाड़ियों’ की योजना बना रही है.
  • उल्लेखनीय है की किसान रेल सेवाओं का उपयोग करते हुए किसानों को और मदद तथा प्रोत्‍साहन देने के लिए रेल मंत्रालय और खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्रालय ने अधिसूचित फलों और सब्जियों (खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्रालय की ऑपरेशन ग्रीन्स – ‘टॉप टू टोटल’ योजना के अंतर्गत) की ढुलाई में 50 प्रतिशत सब्सिडी देने का निर्णय लिया है. यह सब्सिडी सीधे किसान रेल को प्रदान की जाएगी.

किसान रेल

  • किसान रेल के शुभारंभ के साथ भारतीय रेलवे का उद्देश्य किसानों की आय को दोगुना करने में मदद करना है.
  • यह ट्रेन 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में एक कदम है.
  • यह ट्रेन कम समय में सब्जियों, फलों जैसे जल्द खराब होने वाले कृषि उत्पादों को बाजार में लाने में सहायता करेगी.
  • फ्रोजन कंटेनरों वाली इस ट्रेन द्वारा जल्द खराब होने वाली खाद्य वस्तुओं जिसमें मछली, मांस और दूध शामिल है, के लिए एक निर्बाध नेशनल कोल्ड सप्लाई चेन बनाई जा सकेगी.
  • इस ट्रेन का माल-भाड़ा भी सामान्य ट्रेन के पार्सल टैरिफ के अनुसार ही लिया जाएगा जिससे किसानों की परिवहन लागत घटेगी.

GS Paper 3 Source : The Hindu

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UPSC Syllabus : Conservation, environmental pollution and degradation, environmental impact assessment.

Topic : Green Building

संदर्भ

हैदराबाद में 12वें एकीकृत आवास के लिए ग्रीन रेटिंग (Green Rating for Integrated Habitat Assessment- GRIHA) शिखर सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने वित्त आयोगों और स्थानीय निकायों से कर राहत प्रोत्साहन सहित विभिन्न उपायों के माध्यम से हरित भवन (Green Building) निर्माण को प्रोत्साहित करने की अपील की. श्री नायडू ने कहा कि, हरित इमारतों को एकल खिड़की मंजूरी प्रदान करने के लिए सभी राज्यों के द्वारा ऑनलाइन पोर्टल बनाए जाने चाहिए. उल्लेखनीय है कि 7.61 अरब वर्ग फुट ग्रीन बिल्डिंग फुटप्रिंट के साथ भारत दुनिया के शीर्ष 5 देशों में शामिल है.

क्या होते हैं हरित भवन (Green Building)?

  • हरित भवन एक ऐसा भवन होता है, जो अपने डिजाइन, निर्माण या संचालन में जलवायु संबंधी नकारात्मक प्रभावों को कम या समाप्त करते हुए हमारे जलवायु और प्राकृतिक वातावरण पर सकारात्मक प्रभाव पैदा करता है. हरित भवन बहुमूल्य प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में सहायक होते हैं और हमारे जीवन स्तर में सुधार लाते हैं.

निम्नलिखित प्रमुख विशेषताएँ किसी भवन को हरित भवन बनाती हैं:

  1. ऊर्जा, जल और अन्य संसाधनों का कुशल उपयोग
  2. अक्षय ऊर्जा का उपयोग
  3. प्रदूषण और अपशिष्ट में कमी के उपाय के साथ पुन: उपयोग और पुनर्चक्रण को सक्षम करना
  4. अच्छी आंतरिक पर्यावरणीय वायु गुणवत्ता
  5. गैर-हानिकारक, नैतिक और पर्यावरण अनुकूल सतत भवन निर्माण सामाग्री का उपयोग
  6. डिजाइन, निर्माण और संचालन का पर्यावरणीय दृष्टिकोण
  7. डिजाइन, निर्माण और संचालन द्वारा भवनों में रहने वालों के जीवन की गुणवत्ता पर विचार
  8. परिवेश में अनुकूलन को सक्षम बनाने वाली भवन निर्माण शैली

कोई भी भवन “हरित भवन” हो सकता है, चाहे वह एक घर, कार्यालय, स्कूल, अस्पताल, सामुदायिक केंद्र या किसी अन्य प्रकार की संरचना हो, बशर्ते इसमें उपर्युक्त सूचीबद्ध विशेषताएं शामिल हों.

मेरी राय – मेंस के लिए

 

भारत ने पेरिस जलवायु समझौते के अंतर्गत 2030 तक अपने कार्बन उत्सर्जन को 2005 के उत्सर्जन की तुलना में 35% घटाने का संकल्प लिया है.  अतःभारत को अपने इस महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य की पूर्ति के लिये विभिन्न क्षेत्रों जैसे-कृषि, ऊर्जा, अवसंरचना तथा परिवहन में बड़े निवेश की आवश्यकता होगी. भारत में हरित इमारत (Green Buildings) निर्माण एक ऐसा क्षेत्र साबित हो सकता है, जो सर्वाधिक निवेश को आकर्षित कर सकता है. इसका कारण यह है कि 2030 तक हमें जिस प्रकार की हरित इमारतों की आवश्यकता होगी, उनमें से 70% का निर्माण किया जाना अभी शेष है. इस क्षेत्र में 20 मिलियन घर शहरी क्षेत्रों में तथा 10 मिलियन घर ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए जाने की आवश्यकता है, तब जाकर सरकार के ‘2022 तक सभी के लिये घर’ के महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा किया जा सकता है. IFC ने यह अनुमान लगाया है कि भारत में हरित इमारत निर्माण में 1.4 ट्रिलियन डॉलर के निवेश प्राप्त करने की क्षमता विद्यमान है, जिसमें से 1.25 ट्रिलियन डॉलर का निवेश आवासीय निर्माण में तथा 228 बिलियन डॉलर का निवेश वाणिज्यिक इमारतों के निर्माण में संभावित है. हरित इमारतों के अतिरिक्त इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण एक अन्य महत्त्वपूर्ण क्षेत्र है, जो निवेशकों को आकर्षित कर सकता है. हाल ही में सरकार ने भी संभावना जताई है कि 2030 में विक्रय की जाने वाली सभी नई कारें इलेक्ट्रिक होनी चाहिये.

भारत ने पेरिस जलवायु समझौते के अंतर्गत 2030 तक अपने कार्बन उत्सर्जन को 2005 के उत्सर्जन की तुलना में 35% घटाने का संकल्प लिया है.  अतःभारत को अपने इस महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य की पूर्ति के लिये विभिन्न क्षेत्रों जैसे-कृषि, ऊर्जा, अवसंरचना तथा परिवहन में बड़े निवेश की आवश्यकता होगी.


Prelims Vishesh

Pratas Island :-

pratas_island

  • प्रतास द्वीप को दक्षिणी चीन सागर (SCS) में एक नए विवादास्पद बिंदु के रूप में देखा जा रहा है. इसे डोंगशा द्वीप (Dongsha Islands) के नाम से भी जाना जाता है.
  • यह द्वीप ताइवान के अधिकार क्षेत्र में दक्षिणी चीन सागर के उत्तरी भाग में स्थित है.
  • हाल ही में, विशेषज्ञों द्वारा प्रतास द्वीप पर नियंत्रण है एक संभावित चीनी हमले को लेकर अत्यधिक चिंता प्रकट की गई है.
  • यदि चीन द्वारा प्रतास द्वीप पर नियंत्रण स्थापित कर लिया जाता है, तो इस द्वीप का संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों के जहाजों एवं विमानों को प्रशांत महासागर से दक्षिण चीन सागर में प्रवेश करने के दौरान निगरानी हेतु उपयोग किया जा सकता है.

Shahtoot Dam :-

  • भारत द्वारा अफगानिस्तान में काबुल नदी की सहायक मैदान नदी (Maidan river) पर शहतूत बांध का निर्माण किया जाएगा.
  • शहतूत बाँध सिंचाई की सुविधा तथा काबुल शहर में लगभग 2 मिलियन लोगों को पेयजल की आपूर्ति प्रदान करेगा.
  • साथ ही, काबुल और उसके आसपास के क्षेत्रों में पेयजल हेतु प्रयुक्त भौम-जल के पुनर्भरण में भी यह बाँध सहायता करेगा.

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