Sansar डेली करंट अफेयर्स, 15 October 2019

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Sansar Daily Current Affairs, 15 October 2019


GS Paper 1 Source: The Hindu

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UPSC Syllabus : Indian culture will cover the salient aspects of Art Forms, Literature and Architecture from ancient to modern times.

Topic : Chalukya dynasty

संदर्भ

कर्नाटक के पट्टडकालु के निकट हुलिगेमना कोल्ला में स्थित एक प्राचीन मन्दिर में प्राप्त अभिलेख बताते हैं कि इस स्थान में चालुक्य वंश के राजाओं को दफनाया जाता था.

पृष्ठभूमि

यहाँ पर 11 मंदिर हैं और 1 मीनार है. इसके अतिरिक्त एक बिना मीनार वाला लिंग भी है जिसमें खुदा हुआ है कि “यहाँ पर विक्रमदित्य द्वितीय कि अंत्येष्टि हुई थी.”

जनसाधारण में किम्वदंती है कि ये सारे मंदिर पवित्र ज्योतिर्लिंग वाले मंदिर हैं. परन्तु नवीनतम खोज से ऐसा लगता है कि ये मंदिर वास्तव में मंदिर न होकर चालुक्यों के राजसी परिवार के शवस्थान थे.

चालुक्य कौन थे?

  • चालुक्य दक्षिण और मध्य भारत में राज करने वाले शासक थे जिनका प्रभुत्व छठी से बारहवीं शताब्दी तक रहा.
  • इतिहास में चालुक्यों के परिवारों का उल्लेख आता है.
  • इनमें सबसे पुराना वंश बादामी चालुक्य वंश कहलाता है जो छठी शताब्दी के मध्य से वातापि (आधुनिक बादामी) में सत्ता में था.
  • कालांतर में बादामी चालुक्य राजा पुलकेसिन द्वितीय की मृत्यु के उपरान्त पूर्वी दक्कन में चालुक्यों का एक अलग राज अस्तित्व में आया जिसके राजाओं को पूर्वी चालुक्य कहा जाता है. ये लोग वेंगी से सत्ता चलाते थे और इनका राजपाठ 11वीं शताब्दी तक चला.
  • 10वीं शताब्दी में कल्याणी (आधुनिक बासवकल्याण) में एक तीसरे चालुक्य वंश का उदय हुआ जो पश्चिमी चालुक्य कहलाते थे. इनका शासन 12वीं शताब्दी तक चला.
  • ये तीनों चालुक्य वंशों के बीच रक्त का सम्बन्ध था.

चालुक्य कला एवं स्थापत्य

  • चालुक्यों ने कई गुफा मन्दिर बनाए जिनमें सुन्दर भित्ति चित्र भी अंकित किये गये. चालुक्य मंदिर स्थापत्य की वेसर शैली के अच्छे उदाहरण हैं.
  • वेसर शैली को ही दक्कन शैली अथवा कर्नाटक द्रविड़ शैली अथवा चालुक्य शैली कहा जाता है.
  • इस शैली में द्रविड़ और नागर दोनों शैलियों का मिश्रण है.
  • चालुक्य मंदिरों से सम्बंधित एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण स्थान पट्टडकालु है. यह एक UNESCO विश्व धरोहर स्थल है. यहाँ चार मंदिर नागर शैली में हैं और छह मंदिर द्रविड़ शैली में हैं. द्रविड़ शैली के दो प्रसिद्ध मंदिरों के नाम विरूपाक्ष मंदिर और संगमेश्वर मंदिर हैं. नागर शैली का एक प्रसिद्ध मंदिर पापनाथ मंदिर भी यहीं है.
  • पट्टडकालु के मंदिर 7वीं और 8वीं शताब्दी के बने हुए हैं. ये मंदिर हिन्दू और जैन दोनों प्रकार के हैं.
  • पट्टडकालु मालप्रभा नदी के पश्चिमी तट पर स्थित है.
  • पट्टडकालु की मिट्टी लाल है. इसलिए इसे “किसुवोलाल” (लाल मिट्टी की घाटी) अथवा रक्तपुरा (लाल नगर) अथवा पट्टड-किसुवोलाल (लाल मिट्टी वाली राज्यारोहण की घाटी) भी कहते हैं.

मूर्तिकला

चालुक्य शासन काल में मूर्तिकला की भी प्रगति हुई. बादामी में मिले तीन हिन्दू तथा एक जैन हॉलों में अनेक सुन्दर मूर्तियाँ मिलती हैं. हिन्दू हॉलों में एक गुफा में अनंत के वाहन पर बैठे हुए विष्णु की तथा नरसिंह की दो मूर्तियाँ बहुत सुन्दर हैं. विरूपाक्ष मंदिर की दीवारों पर शिव, नागिनियों तथा रामायण के दृश्यों की मूर्तियाँ बनिया गई हैं. एलोरा की अनेक मूर्तियाँ चालुक्यों के शासनकाल में बनाई गयी थीं.

चित्रकला

अजंता और एलोरा की गुफाएँ अपनी सुन्दर चित्रकला के लिए विश्व-विख्यात हैं. ये दोनों राज्य चालुक्य राज्य में स्थित थे. विद्वानों की राय है कि इसमें से कई चित्र चालुक्य शासन काल में बनवाये गये. अजंता के एक चित्र में ईरानी दूत-मंडल को पुलकेसिन द्वितीय के समक्ष अभिवादन करते हुए दिखाया गया है. अनेक स्थानों पर गुफाओं की दीवारों को सजाने के लिए भी चित्र बनाए गए. इस चित्र में बहुत से लोगों को भगवान् विष्णु की उपासना करते हुए दिखाया गया है. यह इतना सुन्दर  है कि दर्शकगण आश्चर्यचकित रह जाते हैं.

UPSC में आया हुआ सवाल : –

राष्ट्रकूट वंश के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :

  1. इसकी स्थापना संगुटुवन द्वारा की गई थी.
  2. इनके अधीन पहली बार मंदिर वास्तुकला की वेसर शैली का विकास हुआ.
  3. इन्होंने संस्कृत, जैन और कन्नड़ साहित्य को संरक्षण प्रदान किया.

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

A

केवल 1

B

केवल 1 और 2

C

केवल 1 और 3

D

केवल 3

 

उत्तर व्याख्या सहित : –

कथन 1 सही नहीं है : राष्ट्रकूट शासक कन्नड़ मूल के थे और कन्नड़ भाषा उनकी मातृभाषा थी. दन्तिदुर्ग राष्ट्रकूट वंश का संस्थापक था. उसने गुर्जर शासकों को पराजित कर मालवा पर अधिकार स्थापित किया. सेंगुटुवन संगम काल में चेर साम्राज्य का एक शासक था.

कथन 2 सही नहीं है : चालुक्य कला के महान संरक्षक थे. इन्होंने संरचनात्मक मंदिर वास्तुकला की वेसर शैली विकसित की. हालाँकि, वेसर शैली राष्ट्रकूटों और होयसल वंश के तहत ही अपनी पराकाष्ठा पर पहुँची. राष्ट्रकूटों की कला और वास्तुकला को एलोरा और एलीफैंटा की गुफाओं में देखा जा सकता है. एलोरा का सबसे उल्लेखनीय मंदिर कैलाश मंदिर है.

कथन 3 सही है : राष्ट्रकूट ने व्यापक रूप से संस्कृत साहित्य को संरक्षण प्रदान किया. जैन साहित्य राष्ट्रकूटों के संरक्षण के तहत ही विकसित हुआ. कन्नड़ साहित्य के प्रारम्भ को राष्ट्रकूट शासन के दौरान देखा जा सकता है. कन्नड़ भाषा में प्रथम काव्य अमोघवर्ष द्वारा रचित कविराजमार्ग था.


GS Paper 2 Source: PIB

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UPSC Syllabus : Important International institutions, agencies and fora, their structure, mandate.

Topic : UN Security Council

संदर्भ

भारत और सिएरा लियोन देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देने के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में सुधार के लिए आह्वान किया है.

सुधार की माँग क्यों?

  1. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के बने 72 वर्ष हो गये हैं. इस अवधि में भूराजनीतिक वास्तविकताएँ पूरी तरह से बदल चुकी हैं. अतः अब समय की माँग है कि इसमें सुधार लाया जाए.
  2. सुरक्षा परिषद् के पाँचों सदस्यों को वीटो की शक्ति मिली हुई है जिसका वे देश अपने-अपने राष्ट्रीय हित के लिए दुरूपयोग करते रहते हैं.
  3. सुरक्षा परिषद् के पाँच स्थाई देशों में मात्र चीन ही ऐसा देश है जो यूरोप अथवा पश्चिमी गोलार्द्ध में स्थित नहीं है. इसलिए यह परिषद् यूरोपीय और पश्चिमी देशों का पक्षपाती होता है. अतः यह एक माँग उठती रहती है कि स्थायी सदस्यों की संख्या को पाँच से बढ़ाकर दस कर दिया जाए और इसमें विश्व के अन्य बड़े देशों का भी प्रतिनिधित्व हो.

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् क्या है?

संयुक्त राष्ट्र घोषणा पत्र के अनुसार शांति एवं सुरक्षा बहाल करने की प्राथमिक जिम्मेदारी सुरक्षा परिषद् की होती है. इसकी बैठक कभी भी बुलाई जा सकती है. इसके फैसले का अनुपालन करना सभी राज्यों के लिए अनिवार्य है. इसमें 15 सदस्य देश शामिल होते हैं जिनमें से पाँच सदस्य देश – चीन, फ्रांस, सोवियत संघ, ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका – स्थायी सदस्य हैं. शेष दस सदस्य देशों का चुनाव महासभा में स्थायी सदस्यों द्वारा किया जाता है. चयनित सदस्य देशों का कार्यकाल 2 वर्षों का होता है.

ज्ञातव्य है कि कार्यप्रणाली से सम्बंधित प्रश्नों को छोड़कर प्रत्येक फैसले के लिए मतदान की आवश्यकता पड़ती है. अगर कोई भी स्थायी सदस्य अपना वोट देने से मना कर देता है तब इसे “वीटो” के नाम से जाना जाता है. परिषद् (Security Council) के समक्ष जब कभी किसी देश के अशांति और खतरे के मामले लाये जाते हैं तो अक्सर वह उस देश को पहले विविध पक्षों से शांतिपूर्ण हल ढूँढने हेतु प्रयास करने के लिए कहती है.

परिषद् मध्यस्थता का मार्ग भी चुनती है. वह स्थिति की छानबीन कर उस पर रपट भेजने के लिए महासचिव से आग्रह भी कर सकती है. लड़ाई छिड़ जाने पर परिषद् युद्ध विराम की कोशिश करती है.

वह अशांत क्षेत्र में तनाव कम करने एवं विरोधी सैनिक बलों को दूर रखने के लिए शांति सैनिकों की टुकड़ियाँ भी भेज सकती है. महासभा के विपरीत इसके फैसले बाध्यकारी होते हैं. आर्थिक प्रतिबंध लगाकर अथवा सामूहिक सैन्य कार्यवाही का आदेश देकर अपने फैसले को लागू करवाने का अधिकार भी इसे प्राप्त है. उदाहरणस्वरूप इसने ऐसा कोरियाई संकट (1950) तथा ईराक कुवैत संकट (1950-51) के दौरान किया था.

कार्य

  • विश्व में शांति एवं सुरक्षा बनाए रखना.
  • हथियारों की तस्करी को रोकना.
  • आक्रमणकर्ता राज्य के विरुद्ध सैन्य कार्यवाही करना.
  • आक्रमण को रोकने या बंद करने के लिए राज्यों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाना.

संरचना

सुरक्षा परिषद् (Security Council) के वर्तमान समय में 15 सदस्य देश हैं जिसमें 5 स्थायी और 10 अस्थायी हैं. वर्ष 1963 में चार्टर संशोधन किया गया और अस्थायी सदस्यों की संख्या 6 से बढ़ाकर 10 कर दी गई. अस्थायी सदस्य विश्व के विभिन्न भागों से लिए जाते हैं जिसके अनुपात निम्नलिखित हैं –

  • 5 सदस्य अफ्रीका, एशिया से
  • 2 सदस्य लैटिन अमेरिका से
  • 2 सदस्य पश्चिमी देशों से
  • 1 सदस्य पूर्वी यूरोप से

चार्टर के अनुच्छेद 27 में मतदान का प्रावधान दिया गया है. सुरक्षा परिषद् में “दोहरे वीटो का प्रावधान” है. पहले वीटो का प्रयोग सुरक्षा परिषद् के स्थायी सदस्य किसी मुद्दे को साधारण मामलों से अलग करने के लिए करते हैं. दूसरी बार वीटो का प्रयोग उस मुद्दे को रोकने के लिए किया जाता है.

परिषद् के अस्थायी सदस्य का निर्वाचन महासभा में उपस्थित और मतदान करने वाले दो-तिहाई सदस्यों द्वारा किया जाता है. विदित हो कि 191 में राष्ट्रवादी चीन (ताईवान) को स्थायी सदस्यता से निकालकर जनवादी चीन को स्थायी सदस्य बना दिया गया था.

इसकी बैठक वर्ष-भर चलती रहती है. सुरक्षा परिषद् में किसी भी कार्यवाही के लिए 9 सदस्यों की आवश्यकता होती है. किसी भी एक सदस्य की अनुपस्थिति में वीटो अधिकार का प्रयोग स्थायी सदस्यों द्वारा नहीं किया जा सकता.

स्थायी सदस्य बनने के लिए भारत के तर्क

  • भारत संयुक्त राष्ट्र संघ के संस्थापक सदस्यों में से एक था.
  • संयुक्त राष्ट्र के शान्ति रक्षण अभियानों में योगदान करने वाला भारत विश्व का दूसरा बड़ा देश है.
  • आज विश्व के विभिन्न कोनों में भारत के 8,500 से अधिक शान्ति-रक्षक तैनात हैं. यह संख्या संयुक्त राष्ट्र की पाँचों शक्तिशाली देशों के कुल योगदान से दुगुनी भी अधिक है.
  • भारत बहुत दिनों से सुरक्षा परिषद् का विस्तार करने और उसमें स्थाई सदस्य के रूप में भारत के समावेश की माँग करता रहा है.
  • यह सुरक्षा परिषद् में सात बार सदस्य भी रहा है. इसके अतिरिक्त वह G77 और G4 का भी सदस्य है. इस प्रकार इसे सुरक्षा परिषद् में अवश्य शामिल होना चाहिए.

GS Paper 2 Source: The Hindu

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UPSC Syllabus : Important International institutions, agencies and fora, their structure, mandate.

Topic : Asian Development Bank (ADB)

संदर्भ

राजस्थान राज्य में सड़क परिवहन को अच्छा बनाने के लिए भारत सरकार ने एशियाई विकास बैंक (ADB) के साथ 190 मिलियन डॉलर के ऋण से सम्बंधित समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं.

एशियाई विकास बैंक के बारे में

  • यह एक क्षेत्रीय विकास बैंक है जिसकी स्थापना 19 दिसम्बर, 1966 को हुई थी.
  • ADB का मुख्यालय मनीला, फिलीपींस में है.
  • एशियाई विकास बैंक में 67 सदस्य देश शामिल हैं जिसमें 48 एशिया और प्रशांत क्षेत्र से हैं और और बाकी बाहर से हैं.
  • इस बैंक में सदस्य के रूप में एशियाई क्षेत्र के बाहर के कुछ विकसित देशों के अतिरिक्त UNESCAP अर्थात् संयुक्त राष्ट्र एशिया-प्रशांत आर्थिक एवं सामाजिक आयोग के सदस्य भी लिए जाते हैं.
  • ADB को विश्व बैंक की तर्ज पर ही तैयार किया गया था.
  • इसमें विश्व बैंक की तरह ही वोटिंग में वेटेज की प्रणाली है अर्थात् जो देश बैंक को जितनी पूँजी देता है, उसके वोट का महत्त्व उतना ही होता है.
  • ADB विश्व पूँजी बाजार में निर्गत बॉन्ड के माध्यम से धन जुटाया करता है. यह अपने सदस्य देशों द्वारा किये गये आर्थिक योगदान, उधार से हुई कमाई एवं ऋणों की वापसी से अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करता है.
  • इसमें प्रत्येक सदस्य राज्य से एक प्रतिनिधि होता है.
  • बोर्ड ऑफ गवर्नर बैंक के अध्यक्ष का चुनाव करते हैं.
  • इस बैंक के अध्यक्ष का कार्यकाल 5 वर्षों का होता है और इसे पुनः निर्वाचित किया जा सकता है.
  • परंपरागत रूप से अब तक नियुक्त अध्यक्ष सदैव जापान से ही रहे हैं और यह संभवतः इसलिए भी है क्योंकिजापान बैंक के सर्वाधिक बड़े शेयरधारकों में से एक है.

GS Paper 2 Source: The Hindu

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UPSC Syllabus :Important International institutions, agencies and fora, their structure, mandate.

Topic : G20 Global Smart Cities Alliance on Technology Governance

संदर्भ

भारत ने पिछले दिनों विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum – WEF) के समूह – ग्लोबल स्मार्ट सिटीज अलायन्स ऑन टेक्नोलॉजी   की सदस्यता ग्रहण की है.

ग्लोबल स्मार्ट सिटीज अलायन्स ऑन टेक्नोलॉजी क्या है?

  • यह विश्व के 15 अग्रणी नगरों और तकनीकी प्रशासन संगठनों का समूह है जिसका उद्देश्य स्मार्ट सिटी की तकनीकों के उत्तरदायित्वपूर्ण और नैतिक प्रयोग को बढ़ावा देना है.
  • इसकी स्थापना जापान के ओसाका में G20 शिखर सम्मेलन के समय जून, 2019 में हुई थी.
  • सार्वजनिक स्थलों में जुड़े हुए उपकरणों के प्रयोग के लिए वैश्विक मानदंड बनाने और नीतियाँ गढ़ने के लिए इस समूह का निर्माण हुआ था.

 ग्लोबल स्मार्ट सिटीज अलायन्स ऑन टेक्नोलॉजी के संस्थागत प्रतिभागी सदस्य इस प्रकार हैं –

  1. 2019 और 2020 में आयोजित G20 सम्मेलन के अध्यक्ष एवं आतिथेय देश
  2. जापान और सऊदी अरब
  3. भारत का स्मार्ट सिटी मिशन
  4. सिटीज फॉर ऑल
  5. सिटीज टुडे इंस्टिट्यूट
  6. कॉमन वेल्थ सस्टेनेबल सिटीज नेटवर्क आदि.

माहात्म्य

  • स्मार्ट सिटी तकनीकों के सहारे ट्रैफिक जाम को घटाने के साथ-साथ अपराध की रोकथाम का काम भी संभव है. इसके अतिरिक्त प्राकृतिक आपदाओं से लड़ने और ग्रीन हाउस उत्सर्जन को घटाने में भी ये तकनीकें काम आ सकती हैं.
  • यदि उचित प्रशासन नहीं हो तो इन तकनीकों से खतरा भी हो सकता है, विशेषकर निजता और सुरक्षा को लेकर.
  • सार्वजनिक स्थलों में संग्रह किये गये डाटा का उपयोग निरापद और नैतिक रीति से हो यह सुनिश्चित करने के लिए ग्लोबल स्मार्ट सिटीज अलायन्स ऑन टेक्नोलॉजी प्रायोगिक तौर पर नई वैश्विक नीति मानदंडों को लागू करेगा.

Prelims Vishesh

What is elastocaloric effect? :-

  • रेफ्रीजिरेटरों में प्रयोग होने वाले तरल पदार्थों के रिसने के कारण वैश्विक तापमान में वृद्धि का खतरा बना रहता है.
  • इस समस्या के समाधान के लिए एक नई पद्धति की खोज की गई है जिसका नाम इलेस्टोकैलोरिक इफ़ेक्ट दिया गया है.
  • इसमें तरल पदार्थ के स्थान पर रबरबैंड का प्रयोग होगा जो खिंचे जाने से वातावरण से ताप सोख लेता है और सिकुड़ने पर धीरे-धीरे ठंडा हो जाता है.

Emperor penguins :-

  • अन्टार्कटिका में पाया जाने वाला एम्परर पेन्गुईन IUCN की लाल सूची में प्रायः संकटग्रस्त (near threatened) की सूची में अंकित है.
  • पिछले दिनों विशेषज्ञों ने माँग की कि इस पक्षी को “प्रायः संकटग्रस्त” की सूची से हटाकर “संकटापन्न (vulnerable)” सूची में डाल दिया जाना चाहिए.

DHARMA GUARDIAN – 2019 :-

  • धर्मा गार्जियन भारत और जापान के सैनिकों का एक संयुक्त सैन्य अभ्यास है जो 2018 में आरम्भ हुआ था.
  • इस बार यह अभ्यास मिजोरम में अक्टूबर 19 से 2 नवम्बर तक आयोजित किया जाएगा.
  • इस सैन्य अभ्यास का उद्देश्य दो देशों के सेनाओं के बीच आपसी समझ और सम्मान बढ़ाना है तथा साथ ही विश्वव्यापी आतंकवाद को पता लगाने की सुविधा प्रदान करना है.

Mobile App “mHariyali” :-

  • यह एक मोबाइल ऐप है जिसका अनावरण भारत सरकार के आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय ने वृक्षरोपण में जनसाधारण को शामिल करने के लिए किया है.
  • यह ऐप पौधों का स्वतः जियो-टैगिंग करता है जिस कारण हरियाली महोत्सव के दौरान नोडल अधिकारी समय-समय पर वृक्षरोपण का निरीक्षण कर पायेंगे.
  • विदित हो कि हरियाली महोत्सव के अन्दर देश-भर में एक सामूहिक वृक्ष रोपण कार्यक्रम हुआ करता है.

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