“आरईसी” महारत्न का दर्जा पाने वाली देश की 12वीं कंपनी बन गई है. सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ‘आरईसी’ (REC Ltd.) को एक “महारत्न” केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम का दर्जा दिया गया है। वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले लोक उद्यम विभाग की ओर से इस आशय का एक आदेश कल जारी किया गया।
मुख्य बिंदु
- आरईसी महारत्न का दर्जा पाने वाली देश की 12वीं कंपनी बन गई है।
- वर्ष 1969 में स्थापित, आरईसी एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) है, जो देश भर में बिजली क्षेत्र के वित्तपोषण और विकास पर ध्यान केंद्रित करती है।
- वित्त वर्ष 2022 में, आरईसी ने अपनी किफायती संसाधन प्रबंधन और मजबूत वित्तीय नीतियों के कारण, 10,046 करोड़ रुपये का अपना अब तक का सबसे अधिक शुद्ध लाभ कमाया और 50,986 करोड़ रुपये की शुद्ध संपत्ति (नेट वर्थ) अर्जित की।
- आरईसी ने डीडीयूजीजेवाई और सौभाग्य जैसी भारत सरकार की प्रमुख योजनाओं की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और देश में ग्रामीण एवं घरेलू विद्युतीकरण के लक्ष्य को हासिल करने में योगदान दिया है।
महारत्न बनने के लाभ
- महारत्न की पदवी मिलने से इन लोक उपक्रमों को अधिक संचालनात्मक और वित्तीय स्वायत्तता मोल जायेगी और इनके बोर्डों की वित्तीय निर्णय लेने की शक्ति बढ़ जायेगी.
- इन लोक उपक्रमों के बोर्ड अब वित्तीय जॉइंट वेंचर तथा पूर्ण स्वामित्व वाले सब्सीडियरी में इक्विटी का निवेश कर सकेंगे तथा भारत और विदेश में विलय एवं अधिग्रहण का काम कर सकेंगे. परन्तु इसके लिए प्रत्येक परियोजना में उच्चतम सीमा 5,000 करोड़ की होगी.
- महारत्न बनने से यह लाभ होगा कि इन उपक्रमों के बोर्ड मानव संसाधन प्रबंधन और प्रशिक्षण से सम्बंधित योजनाओं के ढांचे में परिवर्तन करते हुए उनका क्रियान्वयन कर पायेंगे.
- महारत्न लोक उपक्रम को यह शक्ति होती है कि वह नई इक्विटी निकाल सकते हैं, संपदाओं का हस्तांतरण कर सकते हैं तथा सब्सीडियरी के शेयरों का विनिवेश कर सकते हैं.
महारत्न कम्पनी बनने के लिए निम्न मानदंड
- कंपनी को नवरत्न कंपनी होना चाहिए.
- कम्पनी को भारतीय शेयर बाजार में पंजीकृत होना चाहिए और सेबी द्वारा तय की गयी सीमा के हिसाब से कुछ शेयर आम लोगों के पास होने चाहिए.
- पिछले 3 वर्षों के दौरान कंपनी का औसत वार्षिक कारोबार (Average annual turnover) 25,000 करोड़ रुपये से अधिक का होना चाहिए.
- पिछले 3 वर्षों के दौरान कंपनी की कुल औसत वार्षिक शुद्ध मूल्य 15,000 करोड़ रुपये से अधिक होनी चाहिए.
- पिछले 3 वर्षों के दौरान ‘कर चुकाने’ के बाद कंपनी का कुल लाभ 5,000 करोड़ रुपये से अधिक होना चाहिए.
- कंपनी का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात होना चाहिए.
नवरत्न कम्पनी बनने के लिए निम्न मापदंड
- किसी कंपनी को नवरत्न कम्पनी का दर्जा तभी मिलता है जब वह पहले से ही मिनीरत्न कम्पनी की कैटेगरी 1 में रजिस्टर्ड हो और उसने पिछले 5 सालों में से 3 साल उत्कृष्ट (excellent) ‘या’ बहुत अच्छा (very good) की रेटिंग हासिल की हो.
- कंपनी ने नीचे दिए गए 6 प्रदर्शन मापदंडों में कम से कम 60 या उससे अधिक का स्कोर प्राप्त किया हो.
- छह प्रदर्शन मापदंड इस प्रकार हैं:
- प्रति शेयर कमाई
- कम्पनी की शुद्ध पूँजी और शुद्ध लाभ
- उत्पादन की कुल लागत के सापेक्ष मैनपॉवर (manpower) पर आने वाली कुल लागत
- ब्याज भुगतान से पहले लाभ और कुल बिक्री पर लगा कर
- मूल्यह्रास के पहले कम्पनी का लाभ, वर्किंग कैपिटल पर लगा टैक्स और ब्याज
- जिस क्षेत्र की कंपनी है उसमे कम्पनी का प्रदर्शन
मिनीरत्न कम्पनी बनने के लिए निम्न मापदंड
केन्द्रीय सार्वजानिक क्षेत्र की वे कम्पनियाँ जिन्होंने;
1. पिछले लगातार तीन सालों से लाभ कमाया हो
2. जिनकी कुल संपत्ति धनात्मक हो उनको मिनीरत्न कम्पनी का दर्जा दे दिया जाता है.
महारत्न, नवरत्न और मिनीरत्न कम्पनियों के नाम / लिस्ट
12 महारत्न कम्पनियाँ इस प्रकार हैं:- (Updated year 2022)
- ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- इंडियन आयल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया
- भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- कोल इंडिया लिमिटेड
- गेल इंडिया लिमिटेड
- भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड
- राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम लिमिटेड
- स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड
- हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- पाँवर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
- पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन
- आरईसी
भारत में नवरत्न कंपनियों की सूची 2022
- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड
- कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
- इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड
- हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड
- Mahanagar Telephone Nigam Limited (MTNL)
- नेशनल एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड
- एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड
- एनएमडीसी लिमिटेड
- एनएलसी इंडिया लिमिटेड
- ऑयल इंडिया लिमिटेड
- पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- Rashtriya Ispat Nigam Limited
- ग्रामीण विद्युतीकरण निगम लिमिटेड
- शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
मिनीरत्न श्रेणी – I सीपीएसई की सूची
- भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण
- एंट्रिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- बामर लॉरी एंड कंपनी लिमिटेड
- भारत कोकिंग कोल लिमिटेड
- भारत डायनेमिक्स लिमिटेड
- बीईएमएल लिमिटेड
- Bharat Sanchar Nigam Limited (BSNL)
- ब्रिज एंड रूफ कंपनी (इंडिया) लिमिटेड
- केंद्रीय भंडारण निगम
- सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड
- सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टिट्यूट लिमिटेड
- चेन्नई पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड
- एडसिल (इंडिया) लिमिटेड
- Kamarajar Port Limited
- गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड
- गोवा शिपयार्ड लिमिटेड
- हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड
- एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड
- हिंदुस्तान न्यूजप्रिंट लिमिटेड
- हिंदुस्तान पेपर कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- आवास एवं शहरी विकास निगम लिमिटेड
- एचएससीसी (इंडिया) लिमिटेड
- भारत पर्यटन विकास निगम लिमिटेड
- इंडियन रेयर अर्थ लिमिटेड
- इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- भारतीय रेलवे वित्त निगम लिमिटेड
- भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड
- भारत व्यापार संवर्धन संगठन
- इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड
- केआईओसीएल लिमिटेड
- मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड
- महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड
- मॉयल लिमिटेड
- मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल लिमिटेड
- खनिज अन्वेषण निगम लिमिटेड
- Mishra Dhatu Nigam Limited
- एमएमटीसी लिमिटेड
- एमएसटीसी लिमिटेड
- नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड
- राष्ट्रीय परियोजना निर्माण निगम लिमिटेड
- राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड
- राष्ट्रीय बीज निगम
- एनएचपीसी लिमिटेड
- नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड
- नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड
- ONGC Videsh Limited
- पवन हंस हेलीकॉप्टर लिमिटेड
- प्रोजेक्ट्स एंड डेवलपमेंट इंडिया लिमिटेड
- रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
- रेल विकास निगम लिमिटेड
- राष्ट्रीय रसायन और उर्वरक लिमिटेड
- राइट्स लिमिटेड
- एसजेवीएन लिमिटेड
- सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
- साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड
- दूरसंचार कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड
- टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड
- वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड
- वैपकोस लिमिटेड
मिनीरत्न श्रेणी- II सीपीएसई की सूची
- भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम
- भारत पंप्स एंड कंप्रेसर्स लिमिटेड
- ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड
- सेंट्रल रेलसाइड वेयरहाउस कंपनी लिमिटेड
- इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स (इंडिया) लिमिटेड
- एफसीआई अरावली जिप्सम एंड मिनरल्स इंडिया लिमिटेड
- फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड
- एचएमटी (इंटरनेशनल) लिमिटेड
- इंडियन मेडिसिन्स एंड फार्मास्युटिकल्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- मेकॉन लिमिटेड
- राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम लिमिटेड
- राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंट्स लिमिटेड
FAQ
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