IAS Topper in Hindi Medium : अनिरुद्ध कुमार 146th Rank

Sansar LochanInterviews

आइए आपको मिलाते हैं अनिरुद्ध कुमार से. 2017 में आयोजित हुई UPSC परीक्षा में अनिरुद्ध कुमार हिंदी माध्यम से टॉपर रहे. चलिए लेते हैं उनका Interview.

aniruddh_KumarAniruddh Kumar Exclusive Interview

Q. संसार लोचन टीम से अनिरुद्ध जी आपको आपकी सफलता के लिए हार्दिक बधाई.

A. जी धन्यवाद.

Q. आपके attempt की संख्या?

A. यह मेरा चौथा प्रयास था.

Q. पिछली प्रयासों में आपको कहाँ तक सफलता मिली?

A. जी दरअसल आपको जानकार आश्चर्य होगा कि मैं अपने पिछले तीनों attempts में इंटरव्यू तक गया. पर तीनों बार मुझे असफलता मिली. शायद ऐसा पहली बार किसी के साथ हुआ हो जिसने पहले से तीसरे प्रयास तक साक्षात्कार का सामना किया हो और असफलता ही हाथ लगी. यह मेरे लिए किसी साँप-सीढ़ी के खेल से कम नहीं था.

Q. अनिरुद्ध जी, आप मूलतः कहाँ के रहने वाले हैं?

A. जी मैं बिहार के जहानाबाद जिले का रहने वाला हूँ.

Q. अपनी पढ़ाई के बारे में हमें बताएँ.

A. जी मैंने उत्तर प्रदेश से कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में B.Tech किया है.

Q. आपने अभी कहा आप बिहार से हैं फिर UP से पढ़ाई…?

A. जी मेरे पिता तारकेश्वर सिंह UP में ही posted थे. वे अब रिटायर्ड हो चुके हैं. वे डिप्टी सीटीआई थे. मेरी माँ रंजू देवी गृहिणी हैं.

Q. आप केवल तैयारी कर रहे थे या पहले से आपके पास कोई job थी?

A. जी मैं गाज़ियाबाद में असिस्टेंट कमिश्नर कमर्शियल सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट में कार्यरत हूँ.

Q. अच्छा इसका अर्थ हुआ कि आपने PCS के लिए भी try किया. किस साल?

A. जी वर्ष 2013 में पीसीएस की परीक्षा पास करके मैंने असिस्टेंट कमिश्नर सेल्स टैक्स का पद पाया. मेरा झुकाव administrative service में था इसलिए 2014 को मैंने पुनः PCS की परीक्षा दी पर इस बार DSP पद पर selection हुआ पर मैंने join नहीं किया.

Q. आपका वैकल्पिक विषय?

A. समाजशास्त्र.

Q. Prelims परीक्षा के लिए आपकी क्या strategy रही?

A. मैंने पहले अपने basics को strong किया और previous year questions की सहायता ली और पिछले सालों में पूछे गए questions के trend को समझा. मैंने mock test series भी join किया और Prelims परीक्षा के पहले ज्यादा-से-ज्यादा MCQ type of questions बनाने का प्रयास किया.

Q. क्या आप हमें book list बता सकते हैं जिनकी मदद से आपने pre+mains सफलतापूर्वक निकाल लिया?

Q. Ethics के लिए आपने क्या किया?

A. Ethics मेरे लिए, in fact सभी हिंदी माध्यम छात्र के लिए एक टेढ़ी खीर है क्योंकि बाजार में एक भी उत्कृष्ट किताब Ethics को लेकर हिंदी में उपलब्ध नहीं है. इसलिए मैंने translation का रास्ता अपनाया और मैंने Donald Menzel, अरिहंत, Lexicon आदि किताबों की मदद लेकर नोट्स बनाना तैयार किया. नोट्स भी पिछले साल पूछे गए सवालों के आधार पर ही बनाया.

Q. समाचार पत्र या कोई news channel जो आप हमारे छात्रों को suggest करना चाहोगे?

A. दैनिक भास्कर का editorial section उम्दा है. जागरण भी पढ़ा जा सकता है. वैसे मैं राज्य सभा चैनल, Epic चैनल यह सब नियमित रूप से देखता था.

Q. क्या आपको लगता है कि हिंदी माध्यम से UPSC परीक्षा में सफल होना थोड़ा मुश्किल है?

A. हिंदी भाषी छात्रों के लिए UPSC में सफल होना दूर की कौड़ी बिल्कुल नहीं है. हाँ अंग्रेजी माध्यम की तुलना में हिंदी माध्यम में content की काफी कमी है पर यदि आपको खुद पर विश्वास है, आपको अपनी मेहनत पर विश्वास है तो सफलता आज न कल आपको मिल ही जायेगी.

Q. अपनी सफलता का credit अपने परिवार में किसको देना चाहेंगे?

A. मैं अपने माता-पिता और अपनी पत्नी का काफी शुक्र-गुजार हूँ जिन्होंने संयम बनाया और मेरा भरपूर सहयोग दिया. उनके सहयोग के बिना मैं शायद आज सफल नहीं होता. मेरी पत्नी की हैदराबाद में IPS की ट्रेनिंग चल रही है. इसलिए उनके द्वारा मिला moral support मुझे हमेशा प्रेरित करता रहा.

Q. Mock इंटरव्यू के लिए आपने किसी coaching को join किया?

A. जी हाँ, मैंने Drishti संस्थान, GS World join किया था.

Q. Self study और Group Study के विषय में आपके क्या विचार हैं?

A. मैं स्वभाव से शर्मीला हूँ पर मैं धीरे-धीरे जान गया कि शर्मीला होने से काम नहीं चलेगा. मुझे अपनी बात अच्छे से किसी के सामने प्रस्तुत करने की कला जाननी चाहिए. इसलिए मैंने स्वयं में बहुत सुधार किया और दोस्तों के साथ group-study पर focus किया. मेरा मानना है कि सेल्फ स्टडी ज्यादा दिन तक नहीं टिक सकती…आपको इस परीक्षा के लिए extrovert/वाचाल होना जरुरी है. मैं देर रात तक दोस्तों के साथ group-study करता था और उनके साथ किसी topic पर तर्क-वितर्क करता था.

Q. किसी वेबसाइट का नाम बताएँ जिससे आपने तैयारी की?

A. जी मैंने Vision IAS के नोट्स पढ़े और सच कहूँ तो sansarlochan.in पर भी मुझे कई अच्छे आर्टिकल्स मिले. पर मैं ज्यादा समय किताबों में व्यतीत करता था क्योंकि इन्टरनेट पर वैसे भी English contents ही रहते हैं.

Q. तो आप हमें खुलकर क्रेडिट नहीं देना चाहेंगे?

A. नहीं ऐसा नहीं है. सजीव सर के इतिहास के नोट्स और रुचिरा मैम के polity नोट्स मैं कभी-कभी पढ़ता रहता था क्योंकि मेरे मोबाइल में notifications आ जाता था. पर मैंने आपको पहले भी कहा कि मुझे group-study या किताबों में ही समय व्यतीत करना ज्यादा अच्छा लगता था.

Q. लगता है हमने आपको परेशान कर दिया. वैसे हमारे वेबसाइट में आपको क्या अच्छा देखने को मिलता है और क्या कमी नजर आती है?

A. (हँसते हुए) नहीं-नहीं, ऐसा कुछ नहीं है. हिंदी माध्यम से तैयारी के लिए मुझे लगता है कि sansar lochan blog एकमात्र ब्लॉग है जो अकेले मैदान में खड़ा है और छात्रों की सहायता कर रहा है. पर सच्चाई यही है कि मैंने जो भी समय internet पर गुजारे वह translate करते ही गुजारे चाहे wikipedia हो या अन्य कोई websites…मैं वहाँ के contents print out करके अनुवाद किया करता था जिससे मेरा काफी समय बर्बाद होता था. इसलिए आपका ब्लॉग काफी छात्रों की समय बचा देता है.

Q. धन्यवाद! चलिए आपको हमारी टीम की तरफ से हार्दिक-हार्दिक बधाई.

A. जी बहुत-बहुत धन्यवाद.

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