पिट्स इंडिया एक्ट (The Pitt’s India Act, 1784) in Hindi

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Regulating Act की कमजोरियों को दूर करने और अंग्रेजों के हितों की रक्षा करने के लिए 1784 ई. में ब्रिटिश संसद ने पिट्स इंडिया एक्ट (Pitt’s India Act) पास किया. इस एक्ट ने कंपनी का मामलों और भारत में उसके प्रशासन पर ब्रिटिश सरकार को सर्वोपरि नियंत्रण का अधिकार दे दिया. आइये जानते हैं Proposals, Significance and Features of Pitt’s … Read More

लाला लाजपत राय का जीवन और भारतीय इतिहास में उनका स्थान

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लाला लाजपत राय

कांग्रेस के उग्रवादी नेताओं में लाला लाजपत राय का बहुत ही महत्त्वपूर्ण स्थान है. तिलक की ही भाँति पंजाब में लाला लाजपत राय ने नयी सामाजिक और राजनीतिक चेतना लाने की कोशिश की. पंजाब के रहने वाले लोग लाला लाजपत राय को श्रद्धा से “पंजाब केसरी (Punjab Kesari)” कहते थे. लाला लाजपत राय की जीवन लाला लाजपत राय का जन्म … Read More

सहायक संधि – Lord Wellesley’s Subsidiary Alliance in Hindi

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सहायक संधि

Lord Wellesley एक बहुत बड़ा साम्राज्यवादी था. साम्राज्यवादी से हमारा तात्पर्य है कि अपने साम्राज्य को फैलाने वाला. यानी Lord Wellesley चाहता था कि कम्पनी का शासन (East India Company) पूरे भारत में हो. क्या आपको पता है कि Lord Wellesley कब से कब तक भारत का Governor General रहा? नहीं पता तो पता कीजिए, यही सब चीजें तो परीक्षा … Read More

मोपला विद्रोह (The Moplah Rebellion – 1921) in Hindi

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पूर्व बंगाल के पबना नामक स्थान के ही समान मद्रास प्रेसिडेंसी के मालाबार में मोपला का विद्रोह हुआ जिसे मालाबार विद्रोह (Malabar rebellion) भी कहते हैं. यदि आपसे Prelims परीक्षा में पूछा जाए कि मोपला विद्रोह (Moplah Rebellion) कहाँ हुआ तो इसका जवाब है मद्रास! खैर, मालाबार एक मुस्लिम बहुसंख्यक इलाका था. ये मुसलमान मोपला के नाम से जाने जाते थे. … Read More

बिरसा मुंडा आन्दोलन – Birsa Munda Movement in Hindi

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1857 ई. के बाद मुंडाओं ने सरदार आन्दोलन चलाया जो एक शांत प्रकृति का आन्दोलन था. पर इससे आदिवासियों की स्थिति में कोई ख़ास परिवर्तन नहीं आया. मुंडाओं ने आगामी आन्दोलन को उग्र रूप देने का निर्णय लिया. सरदार आन्दोलन के ठीक विपरीत बिरसा मुंडा आन्दोलन उग्र और हिंसक था. इस आन्दोलन के नेता बिरसा मुंडा (Birsa Munda), एक पढ़े-लिखे … Read More

1857 विद्रोह के प्रमुख नेता – Prominent Leaders of 1857

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आशा है कि इस पोस्ट को पढ़ने से पहले आपने 1857 की क्रांति वाला हमारा पोस्ट जरुर पढ़ा होगा. यदि नहीं पढ़ा तो आप अभी क्लिक करके पढ़ सकते हैं >> 1857 की क्रांति. यहाँ पर हम 1857 की क्रांति के कुछ प्रमुख नेताओं (leaders) के नाम लेने जा रहे हैं. इन्होंने किन क्षेत्र का नेतृत्व किस प्रकार किया, इस … Read More

चंपारण का किसान आन्दोलन – Peasant Movement of Champaran

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20वीं शताब्दी के शुरुआती चरणों में चंपारण के किसानों (farmers of Champaran) का भी आन्दोलन (movement) हुआ जिसकी गूँज पूरे भारत में हुई. इस आन्दोलन का महत्त्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि यहीं से महात्मा महात्मा गाँधी जी भारतीय राजनीति में सक्रिय रूप से प्रवेश होता है. सत्याग्रह की शुरुआत चंपारण से ही हुई. चलिए जानते हैं चंपारण आन्दोलन/सत्याग्रह (Champaran … Read More

वहाबी आन्दोलन – The Wahabi Movement in Hindi

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wahabi movement

वहाबी आन्दोलन (Wahabi Movement) की शुरुआत एक इस्लामी पुनरुत्थान आन्दोलन के रूप में हुई थी. इस आन्दोलन को तरीका-ए-मुहम्मदी अथवा वल्लीउल्लाही आन्दोलन के नाम से भी जाना जाता है. यह एक देश विरोधी और सशस्त्र आन्दोलन था जो शीघ्र ही पूरे देश में फ़ैल गया. वहाबी आन्दोलन एक व्यापक आन्दोलन बन चुका था और इसकी शाखाएँ देश के कई हिस्सों … Read More

खेड़ा सत्याग्रह – एक किसान आन्दोलन 1918

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kheda satyagrah

आज हम खेड़ा सत्याग्रह (Kheda Movement) के विषय में पढ़ने वाले हैं. खेड़ा एक जगह का नाम है जो गुजरात में है. चंपारण के किसान आन्दोलन के बाद खेड़ा (गुजरात) में भी 1918 ई. में एक किसान आन्दोलन हुआ. गाँधीजी ने खेड़ा में भी किसानों की बदतर हालत को सुधारने का अथक प्रयास किया. खेड़ा में भी बढ़े लगान और … Read More

सर सैयद अहमद खाँ – Sir Syed Ahmed Khan

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सर सैयद अहमद खाँ मुसलमानों में नवजागरण लाने के लिए और हर मुसलमान अपने अधिकारों के प्रति सचेष्ट हो, इसके लिए हमेशा प्रयासरत रहे. शुरुआती दौर में उनका प्रयास था कि मुसलमानों, विशेषतः उच्चवर्गीय मुसलमानों में अधिक से अधिक शिक्षा का प्रसार हो. उन्होंने मुसलमानों को आधुनिक अंग्रेजी शिक्षा से अवगत कराया. वे हिन्दू-मुस्लिम एकता के पक्षधर भी थे. उन्होंने … Read More