भारतीय चित्रकला के प्रकार, अंग और प्रयोजन

Dr. SajivaCulture, History

वात्सायन ने अपने ग्रन्थ कामसूत्र में 64 कलाओं की गणना की है जिनमें चित्रकला का भी स्थान है. चित्रकला का महत्त्वपूर्ण अंग है चित्र. चलिए जानते हैं हर एक काल (प्रागैतिहासिक, आद्यैतिहासिक, ऐतिहासिक, मध्यकाल, साहित्यिक) भारतीय चित्रकला क्या स्थान रहा. साथ-साथ यह भी जानेंगे कि भारतीय चित्रकला के कितने प्रकार और अंग हैं एवं इनका प्रयोजन कहाँ-कहाँ किस रूप में होता है. विष्णुधर्मोत्तर … Read More

रॉबर्ट क्लाइव का शासनकाल, उपलब्धि, चरित्र और मृत्यु

Dr. Sajiva#AdhunikIndia, Biography

#AdhunikIndia की पिछली सीरीज में हमने पढ़ा कि डूप्ले के जाने के बाद अंग्रेजों ने कैसे अपना पैर भारत में पसारा.  हम लोगों ने निर्णायक युद्ध प्लासी और बक्सर के बारे में भी चर्चा की. जैसा मैंने पिछले पोस्ट में कहा था कि अगले पोस्ट में हम लोग पढेंगे – “रॉबर्ट क्लाइव ने अपनी दूसरी बार के शासन (1765-67) में … Read More

अंग्रेजों का बंगाल पर पूर्ण अधिकार – Step by Step Story

Dr. Sajiva#AdhunikIndia

#AdhunikIndia की चौथी series में आपका स्वागत है. यह पोस्ट कुछ बड़ा होने वाला है. क्योंकि यहाँ बात होने जा रही है अंग्रेजों की. अंग्रेज़ भारत में मात्र व्यापार के लिए नहीं आये थे. उनकी मंशा कुछ और थी. पिछले पोस्ट में हमने पढ़ा कि किस प्रकार फ्रांसीसी डूप्ले को असफलता का मुँह देखना पड़ा और उसे फ्रांस वापस बुला … Read More

[संसार मंथन] मुख्य परीक्षा लेखन अभ्यास – Society GS Paper 1/Part 10

Dr. SajivaGS Paper 1

सामान्य अध्ययन पेपर – 1 सौरा चित्रकला की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए इसके बनावट की विधि की सविस्तार चर्चा करें. (250 words) यह सवाल क्यों? यह सवाल UPSC GS Paper 1 के सिलेबस से प्रत्यक्ष रूप से लिया गया है – “भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला के रूप, साहित्य, वास्तुकला के मुख्य पहलू … Read More

फ्रांसीसियों का भारत में आगमन – Advent of the French in India

Dr. Sajiva#AdhunikIndia

#AdhunikIndia के तीसरे series में आपका स्वागत है. आज हम फ्रांसीसियों के भारत आगमन की चर्चा करने वाले हैं. व्यापारिक लाभ के लिए फ्रांसीसियों के मैदान में उतरने के पहले तीन सामुद्रिक शक्तियों ने भारत में अपना दबदबा बना रखा था. हेनरी चतुर्थ के शांतिपूर्ण राज्यकाल में फ्रेंच ईस्ट इंडिया कंपनी बनाने की चेष्टाएँ की गईं. 1616 ई. में दो … Read More

[संसार मंथन] मुख्य परीक्षा लेखन अभ्यास – Culture & Heritage GS Paper 1/Part 9

Dr. SajivaGS Paper 1, Sansar Manthan

सामान्य अध्ययन पेपर – 1 तोलु बोम्मालट्टा आजकल चर्चा में क्यों है? इस कला से समबन्धित तथ्यों की चर्चा करें और इस जैसी कला किन राज्यों में प्रचलित है? (150 words) यह सवाल क्यों? यह सवाल UPSC GS Paper 1 के सिलेबस से प्रत्यक्ष रूप से लिया गया है – “भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के … Read More

डचों का भारत में आगमन – Advent of the Dutch in India

Dr. Sajiva#AdhunikIndia

#AdhunikIndia के दूसरी series में आपका स्वागत है. आज हम डचों के भारत आगमन की चर्चा करने वाले हैं क्योंकि पुर्तगालियों के बाद डच ही भारत में आये थे. सभी यूरोपीय व्यापारी कंपनियों का एक ही उद्देश्य व्यापार करके लाभ कमाना था और वे अपने-अपने राजाओं से एक सनद लेकर एक ही मैदान में उतरे. इसलिए उनके बीच जोरों का … Read More

पुर्तगालियों का भारत में आगमन – Advent of Portuguese in India

Dr. Sajiva#AdhunikIndia

#AdhunikIndia के पहले series में आपका स्वागत है. आज हम इस सीरीज की शुरुआत पुर्तगालियों के भारत आगमन से कर रहे हैं. पन्द्रहवीं शताब्दी की अंतिम दशाब्दी की भौगोलिक खोजों के बड़े महत्त्वपूर्ण परिणाम हुए. कोलम्बस ने एक नए संसार का पता लगाया; बारतोलोमिओ डिएज़ ने Cape of Good Hope (उत्तमाशा अंतरीप) को, जिसे वह तूफानी अंतरीप कहता था, 1488 … Read More

IAS छात्रों के लिए आधुनिक भारत इतिहास के लिए नई मुहीम – #AdhunikIndia

Dr. SajivaUncategorized

[vc_row][vc_column width=”1/2″][vc_column_text]कल इस ब्लॉग के एडिटर संसार जी ने मुझे कहा कि सर आप Modern History के Short Notes लिखो और उसकी एक series दिसम्बर के अंत तक ख़त्म कर दो. वैसे तो रिश्ते में मैं एडिटर जी (संसार लोचन) का पिता हूँ पर मुझे वह “सर” कहकर ही पुकारते हैं. सच कहूँ तो आधुनिक इतिहास को इतनी जल्दी कवर … Read More

[संसार मंथन] मुख्य परीक्षा लेखन अभ्यास – Culture & Heritage GS Paper 1/Part 6

Dr. SajivaCulture, GS Paper 1, History, Sansar Manthan

अजंता की पहाड़ी महाराष्ट्र के जलगाँव से 55 कि.मी. और औरंगाबाद से 100 कि.मी. की दूरी पर स्थित है. अजंता नामक गाँव से अजंता की गुफाएँ लगभग 5 कि.मी. दूर हैं. ये गुफाएँ फरदापुर गाँव के समील बाघोरा नदी के तट के किनारे-किनारे एक ही पहाड़ी में काट-तराशकर बनाई गई हैं. सर्पिलाकार नदी, सघन वनराशि और उन्मुक्त खुले आकाश के … Read More