हाल ही में एशियाई पाम तेल गठबंधन (एशियन पाम ऑयल एलायंस – APOA) का अनावरण आगरा में आयोजित ग्लोबॉयल शिखर सम्मेलन (Globoil Summit) के दौरान किया गया।
एशियाई पाम तेल गठबंधन (Asian Palm Oil Alliance)
- एशिया के पाँच प्रमुख पाम तेल आयात करने वाले देशों – भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल – के शीर्ष खाद्य तेल उद्योग संघ – एशियन पाम ऑयल एलायंस (APOA) बनाने के लिए एक साथ आए हैं।
- आशा की जाती है कि APOA पाम तेल का उपभोग करने वाले देशों के आर्थिक एवं व्यावसायिक हितों की रक्षा करेगा तथा एशिया के भोज्य पदार्थों, चारों और तैल-रसायनों में प्रयोग होने वाले सभी वसाओं और तेलों के लिए आगे बढ़ने हेतु समान अवसर प्रदान करेगा.
- यह सदस्य देशों में पाम तेल की खपत बढ़ाने की दिशा में भी आगे काम करेगा।
पाम तेल क्या होता है?
- यह एक खाद्य वनस्पति तेल है जो ताड़ के पेड़ के फल से आता है, जिसका वैज्ञानिक नाम Elaeis guineensis है।
- यह एक बहुत ही उत्पादक फसल है। यह अन्य वनस्पति तेलों की तुलना में उत्पादन की कम लागत पर कहीं अधिक उपज प्रदान करता है।
- संबंधित पहल: सरकार नौ तिलहन फसलों के उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि तथा उनके कृषि क्षेत्र में विस्तार करके खाद्य तेलों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए 2018-19 से एक केंद्र प्रायोजित योजना अर्थात् राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन- तिलहन और तेल पाम (NFSM-OS&OP) लागू कर रही है।
क्या आप जानते हैं ?
- पाम तेल की वैश्विक खपत का लगभग 40% एशिया में ही होता है जबकि यूरोप में पाम तेल के व्यापार का 12% हिस्सा है। इंडोनेशिया और मलेशिया दुनिया के सबसे बड़े पाम तेल निर्यातक हैं।
- भारत एशिया में ताड़ के तेल का सबसे बड़ा आयातक है , जो वैश्विक आयात का 15% हिस्सा है. इसके बाद चीन (9%), पाकिस्तान (4%) और बांग्लादेश (2%) का स्थान है।
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