IAS परीक्षार्थी के लिए उचित Time-table और Daily Schedule

Sansar LochanCivil Services Exam, Success Mantra, Video

[stextbox id=”alert” bgcolorto=”FF0303″ cbgcolorto=”1E6930″]यदि आप ऊपर के विडियो को न देखकर अपना data बचाना चाहते हैं तो इस पूरे विडियो का Text Speech नीचे दिया गया है : Topic: UPSC/Civil Services के लिए सही Time-Table या schedule क्या हो सकता है?[/stextbox]

हले तो ये जान लें कि हमें ऐसा कोई schedule नहीं बनाना जो हमारे सोच से काफी ज्यादा हो …अति-उत्साह से भरे time table बनाने की कोई जरुरत नहीं है…जैसे कि मैं दिन में 15 घंटे पढ़ लूँगा….सोऊंगा नहीं, खाऊंगा नहीं….सब कुछ त्याग दूंगा…पर ऐसा कुछ होगा नहीं…आप सोगे..आप खाओगे भी…सब कुछ करोगे…..इसलिए हमें चाहिए कि एक अच्छा सा schedule/time-table follow करें जो हमारे रोज़ के routine से match करता हो……

स्कूल के time table, college के  टाइम टेबल…और एक UPSC aspirant के टाइम टेबल में अंतर होना चाहिए. UPSC के परीक्षार्थी अक्सर घर बैठकर ही तैयारी करते हैं..उन्हें कहीं जाना नहीं होता…जायेंगे भी तो कोचिंग जायेंगे फिर वापस घर….इसलिए उनके पास पढ़ने के लिए enough time रहता है…

यह student-student पर depend करता है कि  उनका schedule/time-table कैसा हो? चलिए आपको ज्यादा confuse नहीं करूँगा…मैंने यहाँ पर IAS aspirants को तीन भाग में categorize किया है >>

१) New player

२) Old player

३) Seasoned player

इसलिए जो मुझसे पूछते हैं कि schedule हमारा क्या हो…तो आप सबसे पहले ये जान लो कि आप इनमें से किस category में आते हो…

न्यू प्लेयर youtube_slide1से मेरा यह मतलब है कि आपने अपने graduation या masters के बाद यह decision लिया कि आपको IAS बनना है, आप IAS के बारे में जानते जरुर हो पर अभी आपने पानी में डुबकी नहीं लगाईं है…आप एक नए तैराक के जैसे हो जो तैरना तो जानता है पर कितना तैरना है, कब तक तैरना है उसे जानकारी नहीं है….

दूसरा है ओल्ड प्लेयर….मैंने ओल्ड प्लेयर उन छात्रों को कहा है जो स्कूल टाइम से ही IAS को अपना लक्ष्य मानकर…अपनी पढाई, अपना कॉलेज, अपना सब्जेक्ट…sab सोच के चलते हुए yahan tak pahunche हैं…..ये मंझे हुए खिलाड़ी है…पर इनको भी अभी पता नहीं है कि इन्हें कितना तैरना है, कब तक तैरना है…..पर हाँ! इन्होने पहले से ही अपनी कमर कस ली है. इनका कांसेप्ट क्लियर है. ये सोच कर ही चले थे कि मुझे अपना general studies मजबूत कर लेना है…ऑप्शनल सब्जेक्ट में भी वही लेना है जिसमें मैंने plus 2 और graduation किया है….

तीसरे category को मैंने नाम दिया है Seasoned player….ये माहिर खिलाड़ी हैं. इन्होने बादाम कम चोट ज्यादा खाया है….इन्होनें  1-2-3 attempt दे दिया है. फेल होने की कसक इन्हें खलती है. इनके लिए do and die का situation होता है.

यदि success rate की बात करूं तो seasoned players  का सक्सेस रेट …न्यू प्लेयर और ओल्ड प्लेयर से ज्यादा होता है….ये चोट खाए होते हैं इसलिए कोई opportunity नहीं छोड़ते ….इनका approach होता है कि  अभी नहीं तो कभी नहीं….

ओल्ड प्लेयर का सक्सेस रेश्यो न्यू प्लेयर से ज्यादा होता है…क्योंकि ओल्ड प्लेयर ने तो अभी शुरुआत ही की है…आपने देखा होगा कि पहले ही attempt में कुछ लोग upsc clear कर लेते हैं….इनमें से प्रायः ओल्ड प्लेयर ही होते हैं.

खैर new player को मैं disappoint नहीं कर रहा … सब के अपने अपने advantages हैं…

नए प्लेयर के पास आप्शन रहता है कि वे पुराने खिलाडियों या seasoned खिलाडी से suggestions ले सकते हैं कि उन्हें क्या पढ़ना चाहिए…और सच कहूँ तो किसी से पूछने में कभी भी शर्माना नहीं चाहिए…और खासकर इस परीक्षा की बात करें तो …आप को सब की सुन्नी चाहिए…कि उन्होंने क्या किया तो उन्हें failure मिला …ऐसा क्या किया कि उन्होंने ने prelims निकाल ली….इससे एक broad idea हमें मिलता है…

न्यू प्लेयर के पास बहुत सारे options रहते हैं….NCERT , IGNOU या national open schooling की किताबों को  पढने के अलावा उनके पास updated बुक की लिस्ट होती है …हर authors …अपनी किताबों का नया एडिशन निकालते हैं…आप उन्हें fresh रूप से नए तरीके से पढ़ सकते हो…क्लिक हियर फॉर IAS BOOK LIST

न्यू प्लेयर के पास सारे attempts भी बचे होते हैं तो psychologically they are strong in their part….की 1st attempt में नहीं हुआ तो 2nd attempt तो हाथ में हैं, उसमें मैं क्लियर कर डालूँगा.

जहाँ तक Old players की  बात करूँ तो वे पहले से ही pre planned होते हैं…उन्होंने पूरी strategy ही  अपनी कुछ इस तरह बनायीं होती है कि उन्हें आगे कोई दिक्कत न हो…वो अपने optional subject को लेकर भी confused नहीं रहते …उनका स्कूल textbooks, CBSE board, या कोई भी बोर्ड हो…उन्होंने General studies को ध्यान में रखकर ही अपनी पढाई की है….इसलिए इनका success ratio काफी high होता है….

Seasoned player होशियार होते हैं…इनके पास सबसे बड़ी चीज होती है और वो है experience …इन्हें तैरना तो आता ही है और इनको पता है कि मुझे तैरना कितना है….बस कैसे तैरना है इसी के बारे में सोचते हैं….optional subject के बारे में भी ये क्लियर रहते हैं….इनका बस एक ही काम है revision, revision and revision…

इनकी दिल से इच्छा होती है कि इस बार नहीं तो last attempt में तो मैं निकाल ही लूँगा…और बहुत बार यह सच होता है.. क्योंकि जीवन में जब कोई option नहीं होता तो हमारा output level भी automatically बढ़ जाता है…

इसलिए सब अपनी अपनी जगह सही हैं…न्यू प्लेयर न्यू तरीके से पढ़ेंगे, ओल्ड प्लेयर का backbone अच्छा है…और experienced player के पास experience है…जो long term मेहनत  से हासिल होता है. इसलिए यहाँ कोई किसी से कम नहीं है…बस समय-समय की बात है…

Time Table to Follow

अब मैं सभी के schedule को एक साथ summarize करना चाहूँगा…ये सभी पर apply होगा जो new, old या seasoned प्लेयर्स हैं…

  • पहला है 6 से 8 घंटे की पढ़ाई पर्याप्त होगी. मगर पहले आप 3 से 4 घंटे से शुरुआत करें…धीरे धीरे इस time को बढायें….अचानक आज से ही 8 घंटे आप पढ़ने लगोगे तो आपके लिए ये ठीक नहीं होगा, आप थकावट महसूस करोगे और सब कुछ छोड़-छाड़ कर बैठ जाओगे.
  • Prelims के ठीक एक साल पहले तैयारी करना ठीक रहता है. जैसे इस बार prelims यदि June में है…तो आप अपन तैयारी पिछले June से shuru करो.
  • NCERT, NIOS, Tamilnadu textbooks आपके basics को मजबूत करते हैं. भले इनसे सवाल आये या न आये पर आपको एक क्लियर आईडिया मिलता है कि आप जिस नदी में डूबे हो उसका पानी खारा है या मीठा…
  • बाद में आपका कल्याण high quality बुक्स ही करने वाली है ….polity के Laxmikanth या ऐसे ही हर सब्जेक्ट की high standard books जो अक्सर toppers भी recommend करते आये हैं…आपको भी वही पढना होगा…खैर recommended बुक्स के बारे में किसी दूसरे विडियो में चर्चा करूँगा.
  • अपने time-table में previous year questions को शामिल करना न भूलें तो अच्छा होगा…previous year questions analysis भी बहुत जरुरी होती है जिससे आपको आईडिया मिलता है….खासकर जब कोई बुक पढ़ रहे होते हो..तो आपको लगता है अरे यार इसी टाइप का question तो आता है….और ये सोच कर आप झट से पेंसिल से us sentence को underline कर देते हो…
  • January से prelims exam के date तक आपको ज्यादा से ज्यादा mock test देना चाहिए.
  • जो आपने पिछले 6 महीने में पढ़ा है….उसकी जाँच भी तो जरुरी है….mock test से आप कितने पानी में हो का पता चलता है…mock test के साथ-साथ ऑप्शनल पेपर के टच में रहें…और GS के भी.
  • यह  पूरा महिना January से prelims तक आपका mock test देने में रहना चाहिए…GS भी पढ़ सकते हो आप…और ऑप्शनल सब्जेक्ट के संपर्क में भी रहें…

Graph your complete preparation

यहाँ पर मैंने ग्राफ भी बना दिया है जिससे आपको स्पष्ट हो जाए कि आपके पूरे preparation का cycle कैसा रहेगा…

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यहाँ मैंने तीन चीजें mention की है…

Three important points of your daily Civil Services Routine

 

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पहला पॉइंट बहुत  important है जिसको लेकर बहुत students confused रहते हैं…कि कितना पढूं..एक दिन में कितने subjects पढूं….एक सब्जेक्ट को complete कर के दूसरे पर jump कब करूँ…

तो यहाँ पर मैंने mention किया है कि आप दो सब्जेक्ट को लेकर चलो …जैसे morning में आपने history पढ़ लिया और रात को time geography को दे दिया….कोशिश करें कि एक चैप्टर complete हो जाए..

पर यहाँ पर जानना जरुरी है कि complete का definition है क्या…आपको रीडिंग नहीं मारनी…मेरे लिए complete की परिभाषा है कि आप चैप्टर को पूरी तरह से पढ़ो और फिर खुद से नोट्स बनाओ …अपने शब्द में लिखो कि आपने क्या-क्या पढ़ा उस चैप्टर में…इससे आपको लिखने की प्रैक्टिस भी होगी.

दिन रात एक ही सब्जेक्ट पढ़ने से आप bore भी हो सकते हो. इसलिए मैंने कहा कि आप दो सब्जेक्ट ले कर चलो.

अपने नोट्स पर ही विश्वास रखो…क्योंकि हर लोगों का नोट्स बनाने का ढंग अलग –अलग होता है…जब मैं कॉलेज का  नोट्स बनाता था तो बहुत सारे दोस्त मुझसे मांगते थे कि यार अपना नोट्स दो…जब मैं उन्हें देता था नोट्स और वो जब उसे पढ़ते थे तो सर पकड़ कर बैठ जाते थे…क्योंकि मेरे  नोट्स में सिर्फ points होते थे…और कभी कभी आढी तिरछी लाइन …कभी कार्टून…बने होते थे क्योंकि स्केचिंग की मुझे हैबिट है….

इसलिए सब के नोट्स अलग-अलग तरीके के होते हैं…आप अपने नोट्स पर ही full trust करो…और ऐसा notes बनाओ जो बाद में revision के समय आसानी से grasp किये जा सके.

पढ़ाई करते समय ब्रेक भी आप लेते चलो…ब्रेक का बहुत इम्पोर्टेन्ट रोल है…आप शायद  जानते नहीं होगे कि ब्रेक ले ले कर पढ़ने से आपका grasping power दोगुना हो जाता है…दूसरी तरफ आप घंटों पेज को लगातार पलटते रहोगे…कोई फायदा नहीं होने वाला.

यहाँ पर मैंने मेंशन किया है कि आप जो चीज फेस  करने वाले हो उसी के according एक्शन लो….जैसे आप 3-4 महीने बाद prelims देने वाले हो…..और आप पढ़ाई कर रहे हो…मगर लिख लिख कर…आप pages रंगने में लगे हो…लिखे जा रहे हो…लिखे जा रहे हो…कापियां भर रही हैं…पेन की स्याही ख़त्म हो रही है तो ये गलत एप्रोच है….there will be a  high probability की आपको success नहीं मिलेगी prelims में…..

आप prelims देने वाले हो तो आप mock दो…आप  ज्यादा से ज्यादा ऑब्जेक्टिव questions सोल्व करो…आप मेंस देने वाले हो…तो ज्यादा से ज्यादा लिखने की practice करो…आप इंटरव्यू देने वाले हो…तो Delhi जा कर mock interviews ज्वाइन करो….

एक साल तक आपको सब भूल जाना है…क्योंकि आपका future disturbances से भरा पड़ा है..आपको नहीं पता आगे क्या disturbance आने वाला है…और आप किस कदर उसमें involve होने वाले हो….आप हो सकता है किसी शादी में नागिन डांस करते नज़र आओ…आप हो सकता है किसी family trip  पर चले जाओ….खैर….आप इन्टरनेट use करो…मगर सिर्फ break time में….जब आप पढ़ कर बोर हो गए हो…to whatsapp पर friends से बात कर लेना….कोई बेवकूफी नहीं है…इससे आपको freshness मिलेगी….

Pre aur Mains men एक ही चीज कॉमन है…और वह है General Studies. UPSC को शुरू से General Studies पर based exam ही माना गया है…हाँ भले कांग्रेस के शासन में सिब्बल ने इसमें Maths and aptitude डाल दिया…..पर UPSC की आत्मा General Studies अभी भी है….इसलिए आपके preparation के first stage से ही General Studies पर आपका 80% focus होना चाहिए.

सुबह का समय पढ़ने के लिए सबसे अच्छा समय होता है. आप यदि 5 बजे उठकर पढ़ने की आदत डाल लो तो आपने बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है. सुबह उठने से आपको एक ताजगी का अनुभव होगा, आपको शांति मिलेगी, सब घर पर सोये रहेंगे, आपको पढ़ने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा. ऐसा कहा जाता है कि सुबह में पढ़ने से आपको चीजें लम्बे समय तक याद रहती है…

वैसे कई लोगों की हैबिट होती है — देर रात तक पढ़ने की…पर personally यह habit मुझे  कभी भी suit नहीं किया क्योंकि देर रात तक पढ़ने से सर भारी-भारी भी लगता है और देर सुबह उठने से आत्मग्लानि यानी पछतावा का भी अनुभव होता है.

Schedule for Working People

Last but not the least, जो लोग job करते हैं…उनको मैं यह suggestion दूंगा की आपके पास कोई option नहीं है. आप 9 से 6 ऑफिस में रहोगे तो आपके पास केवल सुबह का time है और रात का….और weekend आपके लिए जिसे bonanza से कम नहीं है….अच्छा होगा आप एक दम सुबह उठकर 2-3 घंटे का time मैनेज कर लो…और रात को dinner के बाद आप time निकाल लो. आपके life में entertainment के लिए कोई जगह नहीं है….आप नौकरी छोड़ने का यदि सोचते हो….यदि ऐसा कुछ दिमाग में है आपके…तो मेरा suggestion यही रहेगा कि आप Prelims clear करने के बाद ही नौकरी छोड़ना क्योंकि अक्सर लोग ऐसी गलती कर बैठते हैं…बाद में पता चलता है यार prelims तो सबसे tough है… नौकरी वाले लोग यदि दिन में 5-6 घंटे भी पढ़ाई के लिए निकाल देते हो तो आपने सच में बहुत चीज achieve कर ली है…

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