Q1. क्या आपको लगता है कि इन्टरनेट शटडाउन हमारी वाक् एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार को ठेस पहुँचाती है और सरकार को इसके वैकल्पिक उपायों को प्राथमिकता देनी चाहिए? इस कथन पर अपना तर्कपूर्ण मंतव्य दीजिए. Do you think that internet shutdown hurts our right to freedom of speech and expression and Government should lend priority to its alternative … Read More
[संसार मंथन] मुख्य परीक्षा लेखन अभ्यास – Polity GS Paper 2/Part 17
Q1. भारतीय संविधान के विषय में की गई आलोचनाओं पर अपना मंतव्य दीजिए. Give your opinion on the criticisms made with regard to the Indian Constitution. Syllabus :- भारतीय संविधान कुछ आलोचकों ने भारतीय संविधान की आलोचनाएँ की हैं. संविधान सभा में अनेक सदस्यों ने इसके स्वरूप पर आपत्तियाँ उठाई. आलोचना का एक विषय यह था कि इसमें प्राचीन भारतीय प्रशासनिक … Read More
[Sansar Editorial] अविश्वास प्रस्ताव (Motion of no confidence) क्या होता है? जानें in Hindi
हाल ही में हरियाणा राज्य विधानसभा में, भारतीय जनता पार्टी-जननायक जनता पार्टी की गठबंधन सरकार के विरुद्ध कांग्रेस द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव (no confidence motion) 55-32 मतों के अंतर से पराजित हो गया. चलिए जानते हैं क्या है यह अविश्वास प्रस्ताव और भारत के राजनीतिक इतिहास में ऐसे प्रस्ताव कब-कब लाये गये? अविश्वास प्रस्ताव क्या है? आपके लिए यह … Read More
भ्रष्टाचार और उसके कारण – Ethics Notes in Hindi
यह बात सर्वविदित है कि सार्वजनिक सेवाओं में अनेक प्रकार के भ्रष्टाचार आ गए हैं. भारतीय प्रशासन में इसकी अधिकता और बढ़ गई है. भ्रष्टाचार भारतीय प्रशासन का सबसे बड़ा दुर्भाग्य रहा है. आज संपूर्ण भारतीय समाज में यह व्याप्त है और सारी जनता इससे परेशान हो गई है. प्रत्येक सरकारी विभाग में ऐसे लोगों की कोई कमी नहीं है, … Read More
नौकरशाही के दोषों को दूर करने के सुझाव – Ethics Notes
नौकरशाही के गुण-दोषों की विवेचना करने के बाद यही कहा जा सकता है कि नौकरशाही स्वयं बुरी चीज नहीं है. उसमें कुछ दोष अवश्य विद्यमान है, परंतु वे दोष ऐसे नहीं है कि उन्हें दूर न किया जा सके. उसमें दोष तभी आ जाते हैं जब वह अनियंत्रित हो जाता है. अतः, उसको नियंत्रण में रखना आवश्यक है. रैमजे म्योर … Read More
नौकरशाही के गुण-दोष | Ethics Study Material
साधारणत: “नौकरशाही” शब्द का प्रयोग अनादर अथवा तिरस्कार के साथ ही किया जाता है. प्रजातांत्रिक व्यवस्था में इसे कटु आलोचना की कसौटी पर कसा गया है. रैमजे ग्योर, लॉर्ड हेवार्ट और एलन ने इस बात के लिए दुःख प्रकट किया है कि ब्रिटेन में नौकरशाही और तानाशाही स्थापित हो गई है. रैमजे ग्योर ने कहा है कि ब्रिटेन में “नौकरशाही … Read More
नौकरशाही की विशेषताएँ – Ethics Notes
विभिन्न विद्वानों ने नौकरशाही (Bureaucracy) की विभिन्न विशेषताओं पर प्रकाश डाला है. उन विशेषताओं के आधार पर नौकरशाही की निम्नलिखित विशेषताओं का वर्णन किया जा सकता है – नौकरशाही की विशेषताएँ – Characteristics of Bureaucracy निश्चित कार्यक्षेत्र इसकी पहली विशेषता यह है कि इसका कार्यक्षेत्र निश्चित होता है. विधानमंडल द्वारा बनाए गए नियमों तथा कार्यपालिका द्वारा बनाए गए नियमों … Read More
नौकरशाही (Bureaucracy) – एक आलोचनात्मक टिप्पणी | Ethics Notes
आधुनिक युग में प्रत्येक देश के प्रशासन में असैनिक सेवा की महत्ता बहुत बढ़ गई है. वास्तव में, प्रशासन की सफलता असैनिक सेवाओं की योग्यता और कार्यकुशलता पर ही निर्भर करती है. संसदीय शासन-व्यवस्था में मंत्रियों को अपने विभाग के कार्यों का कोई अनुभव और ज्ञान नहीं रहता, अतः उन्हें विशेषज्ञ कर्मचारियों के इशारे पर ही नाचना पड़ता है. इसके … Read More
असैनिक सेवाओं द्वारा संपादित कार्य – Ethics Notes
पिछले पोस्ट में हमने जो सिविल सेवाओं की विशेषताओं का विवरण किया उससे स्पष्ट हो जाता है कि प्रशासन में उनका कितना महत्त्वपूर्ण स्थान है. अपने कार्यों के निर्वाह के लिए उनमें ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा, उत्तरदायित्व एवं जनसेवा की भावना कूट-कूट कर भरी रहनी चाहिए. वास्तव में, उनके उत्तरदायित्व दिनों-दिन बढ़ते जा रहे हैं. उनका कार्य अब नीति-निर्धारण को कार्यान्वित करने … Read More
सिविल सेवकों की विशेषताएँ – Ethics Notes
आधुनिक असैनिक कर्मचारियों की अनेक विशेषताएँ हैं, जिनमें ये मुख्य हैं— Features of Modern Civil Servants असैनिक सेवा में प्रशिक्षित, कुशल, स्थायी तथा बैतनिक अधिकारियों का एक पदाधिकारी वर्ग है. अन्य व्यवसायों में व्यस्त व्यक्तियों की ही तरह, असैनिक सेवा के पदाधिकारी प्रशासन के कार्यों में व्यस्त रहते हैं. उनका प्रमुख कार्य प्रशासन का कार्य करना ही है. असैनिक सेवाओं … Read More